उज्जैन 04 मार्च। महाशिवरात्रि पर्व पर 4 मार्च को भगवान महाकालेश्वर मन्दिर में हजारों लोगों ने कतार में लगकर भगवान महाकाल के दर्शन किये।
महाकाल मन्दिर के आसपास के क्षेत्र के साथ-साथ सम्पूर्ण शहर महाशिवरात्रि पर शिवमय हो गया। स्थान-स्थान पर लोगों ने पांडाल लगाकर शिवभक्ति के गीत बजाकर क्षेत्र को भक्तिरस से सराबोर कर दिया।
गत 3 मार्च की रात्रि से ही लोग लाईन में लगकर भगवान शिव के दर्शन करने के लिये लालायित नजर आये। महाशिवरात्रि पर्व पर 3 मार्च की रात्रि 2 बजे से गर्भगृह के पट खुले और भस्म आरती के पश्चात आम दर्शनार्थियों के लिये दर्शन व्यवस्था प्रारम्भ कर दी गई।
शासकीय पूजन
महाशिवरात्रि पर प्रतिवर्ष होने वाला शासकीय पूजन दोपहर 12 बजे गर्भगृह में संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर ने किया। पूजन विधि-विधान से शासकीय पुजारी श्री घनश्याम शर्मा द्वारा कराया गया।
5 माार्च को दोपहर में होगी भस्म आरती
भगवान महाकाल महाशिवरात्रि के दूसरे दिन सवा मन का पुष्प मुकुट धारण कर भक्तों को दिव्यरूप में दर्शन देंगे। महाशिवरात्रि के दूसरे दिन 5 मार्च को दोपहर में भस्म आरती होगी। भस्म आरती के बाद ब्राह्मणों को पारणा भोजन कराया जायेगा और इसी के साथ महाशिवरात्रि पर्व का समापन होगा।
सुलभ दर्शन व्यवस्था
महाशिवरात्रि पर्व पर सुगम दर्शन की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गई। दर्शनार्थियों से बात करने पर ज्ञात हुआ कि 40 से 45 मिनिट में आम दर्शनार्थियों को बैरिकेट में लगने के बाद दर्शन लाभ आसानी से हो गया, किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। बैरिकेट्स के आसपास दर्शनार्थियों के पीने के पानी एवं प्रसाधन आदि की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई थी। गणेश मण्डप, कार्तिकेय मण्डप से निरन्तर दर्शनार्थियों की लाईन को चलायमान रखा गया। इससे दर्शन में समय कम लगा। सम्पूर्ण व्यवस्था पर कलेक्टर , पुलिस अधीक्षक एवं श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक निरन्तर नजर रखे हुए थे।
इस बार लगा ही नहीं लाईन में लगे हैं,पहले भी लगे थे:
महाशिवरात्रि पर्व पर दर्शन के लिये आये कई दर्शनार्थियों ने लाईन में लगकर बहुत ही कम समय में दर्शन का लाभ लिया। इस व्यवस्था से वे अत्यधिक प्रसन्न भी नजर आये।
आगर जिले से परिवार सहित आये श्री रामविलास शर्मा ने चर्चा में बताया कि वे इससे पहले भी कई बार शिवरात्रि पर उज्जैन आते रहे हैं किन्तु उन्हें लम्बे समय तक लाईन में लगे रहना पड़ता था, तभी दर्शन हो पाते थे, किन्तु इस बार बहुत ही आसानी से दर्शन पाकर वे अत्यन्त प्रसन्न हैं।
इसी तरह से रतलाम से आये श्री भागीरथ कारपेंटर ने कहा कि इस बार के दर्शन का अनुभव उनके लिये अदभुत है। न तो कहीं भीड़भाड़ में धक्के खाना पड़े, न ही लाईन में ज्यादा समय बिताना पड़ा। उन्होंने कहा कि इसी तरह की व्यवस्था यदि आगामी श्रावण मास में भी हो जाये तो दर्शनार्थियों को बहुत लाभ होगा।
इन्दौर से दर्शन के लिये आई श्रीमती सविता वर्मा ने भी दर्शन व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि पर्व पर जब वे अपने घर से चली थी, तो सोचा था कि बहुत लम्बा समय उन्हें लाईन में बिताना पड़ेगा, किन्तु यहां आकर उनकी धारण बदल गई। उन्होंने कहा कि झटपट दर्शन से शिवरात्रि का आनन्द और बढ़ गया है। मंदसौर के सीतामऊ से आये कृषक श्री किशनलाल ने बताया कि उनका परिवार लगभग हर शिवरात्रि पर उज्जैन आता है, किन्तु इस बार की व्यवस्था इतनी अच्छी थी कि उन्हें लगा भगवान महाकाल ने उनकी सुन ली है।
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