मुंबई, तीन अगस्त । अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में बिहार पुलिस द्वारा की जा रही जांच का नेतृत्व करने के लिए मुंबई पहुंचे पटना के पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को बीएमसी ने पृथक-वास में भेज दिया है।
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों ने तिवारी के हाथ पर पृथक-वास की मुहर भी लगा दी है जिससे संकेत मिलता है कि वह 15 अगस्त तक पृथक रहेंगे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि तिवारी रविवार को मुंबई पहुंचे थे और बीएमसी अधिकारियों ने देर रात उन्हें 14 दिन के लिए गोरेगांव में राज्य रिजर्व पुलिस बल के अतिथिगृह में पृथक-वास में भेज दिया है।
बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार को आरोप लगाया कि तिवारी को मुंबई में बीएमसी के अधिकारियों ने जबरदस्ती पृथक-वास में भेजा है।
पांडेय ने कल ट्वीट किया, ‘‘आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी पुलिस टीम का नेतृत्व करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर पटना से आज मुंबई पहुंचे थे, लेकिन बीएमसी अधिकारियों ने रात 11 बजे उन्हें जबरदस्ती पृथक-वास में भेज दिया। उन्हें अनुरोध के बावजूद आईपीएस मैस में आवास मुहैया नहीं कराया गया और वह गोरेगांव के एक अतिथिगृह में रुके हैं।’’
सुशांत सिंह राजपूत (34) बांद्रा के अपने अपार्टमेंट में 14 जून को मृत मिले थे।
तिवारी ने रविवार को मुंबई हवाईअड्डे पर पहुंचने के बाद संवाददाताओं से कहा कि वह अपनी टीम का नेतृत्व करने यहां आये हैं और मामले में सभी संभव कोणों से जांच करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई पुलिस अपनी शैली में मामले की जांच कर रही है और हम अपने तरीके से तफ्तीश करेंगे। जरूरत पड़ी तो हम बॉलीवुड हस्तियों के बयान भी दर्ज करेंगे जिनके बयान मुंबई पुलिस ने दर्ज किये हैं।’’
एक सवाल के जवाब में तिवारी ने कहा कि यह कहना उचित नहीं है कि बिहार पुलिस के दल को मुंबई पुलिस से सहयोग नहीं मिल रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘जांच सही तरीके से आगे बढ़ रही है और हम सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हमारा दल यहां मामले से जुड़े सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज हासिल करने आया है।’’
मुंबई पुलिस ने सुशांत राजपूत मामले में अब तक करीब 40 लोगों के बयान दर्ज किये हैं जिनमें अभिनेता के परिजन, रसोइया और फिल्म जगत के लोग भी शामिल हैं।
बिहार पुलिस पटना में पिछले सप्ताह सुशांत के पिता कृष्णा कुमार सिंह (74) द्वारा दर्ज एक शिकायत के आधार पर ‘आत्महत्या के लिए उकसाने’ के मामले में अलग से जांच कर रही है।
बिहार पुलिस ने अब तक राजपूत की मौत के मामले में 10 लोगों के बयान दर्ज किये हैं।
सुशांत की आत्महत्या से पहले उनके घर में कोई पार्टी नहीं हुयी: आयुक्त
उधर मुंबई पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह ने सोमवार को कहा कि फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह की कथित आत्महत्या के पूर्व 13 जून को शहर के उपनगर बांद्रा में उनके आवास पर कोई पार्टी आयोजित नहीं की गई थी।
श्री सिंह ने कहा कि मुंबई पुलिस सुशांत के बैंक खातों के वित्तीय लेनदेन के विवरण के अलावा, उसके परिवार के सदस्यों, दोस्तों, डॉक्टरों और अन्य लोगों सहित सभी संभावित कोणों से मामले की गहन जांच कर रही है।
निरुपम ने आईपीएस अधिकारी को क्वारंटीन किये जाने पर पुलिस पर हमला बोला
इसी बीच अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच करने के लिए पटना से मुंबई आए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी विनय तिवारी को बीएमसी के 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किये जाने पर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने पुलिस पर जोरदार हमलाकर पागल करार दिया है।
आईपीएस अधिकारी श्री तिवारी सुशांत आत्महत्या मामले की जांच करने शनिवार को मुंबई पहुंचे थे और पुलिस के इशारे पर पुलिस ने उन्हें 15 अगस्त तक क्वारंटीन कर दिया। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया।
आईपीएस अधिकारी को क्वारंटीन से छुट्टी दिये जाने के लिए उद्धव ठाकरे से हस्तक्षेप करने की मांग की
कांग्रेस निरुपम ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सुशांत मामले की जांच करने आये और क्वारंटाइन किये गये भारतीय पुलिस सेवा (अाईपीएस) के अधिकारी को रिहा करने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की।
उन्होंने ट्वीट किया कि बीएमसी और मुंबई पुलिस का रवैया ठीक नहीं है। सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच करने आये आईपीएस अधिकारी श्री तिवारी को 15 अगस्त तक के लिए क्वारंटीन कर दिया गया है। इसकी जांच कैसे होगी? मुख्यमंत्री को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। श्री तिवारी को रिहा किया जाना चाहिए और मुंबई पुलिस को जांच में मदद करनी चाहिए अन्यथा इस मामले में संदेह बढ़ जाएगा।
सुशांत मामले की जांच के लिए गए आईपीएस अधिकारी को क्वॉरेंटाइन में रखने पर नीतीश नाराज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदी फिल्मों के नवोदित सुपरस्टार सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच में सहयोग के लिए मुंबई गए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी और पटना के नगर पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी को जबरन होम क्वॉरेंटाइन किए जाने पर नाराजगी जताई है।
बिहार विधानमंडल के एकदिवसीय सत्र में हिस्सा लेने के लिए ज्ञान भवन पहुंचे श्री कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुंबई गए पटना के नगर पुलिस अधीक्षक को जबरन क्वॉरेंटाइन किए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जो कुछ भी हुआ वह ठीक नहीं है। बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय इस संबंध में महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारियों से बात करेंगे।
श्री कुमार से जब यह पूछा गया कि क्या वह खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से इस संबंध में बात करेंगे तब उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक बात नहीं है। बिहार पुलिस अपनी ड्यूटी कर रही है। इस बारे में बिहार के डीजीपी ही महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारियों से बात करेंगे। उन्होंने सुशांत मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने के संबंध में पूछे गए सवाल को टाल दिया।
रिया चक्रवर्ती पर जांच में सहयाेग नहीं करने के आरोप का उनके वकील ने किया खंडन
इधर सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में बिहार पुलिस ने आरोप लगाया था कि उनकी मित्र रिया चक्रवर्ती गायब हैं और जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं जिसका आज रिया के वकील सतीश मानशिंदे ने खंडन किया।
उन्हाेंने कहा कि रिया शुरू से जांच में सहयोग दे रही है और बिहार पुलिस ने कहा कि रिया गायब है जो सही नहीं है।