भोपाल, एक जुलाई ।मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बृहस्पतिवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे यहां राजभवन में एक सादे समारोह में मंत्रिमंडल के नये मंत्रियों को शपथ दिलाएंगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार शपथ ग्रहण समाराेह के लिए राजभवन में तैयारियां पूरी कर दी गयी हैं। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर चुनिंदा और संबंधित लोगों को ही शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया है।
शपथग्रहण कै अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान के अलावा भाजपा उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और अन्य नेता भी मौजूद रहेंगे।
विधानसभा में सदस्य संख्या के मान से राज्य में अधिकतम 35 मंत्री हो सकते हैं, जिनमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। वर्तमान में मुख्यमंत्री समेत छह मंत्री हैं। इस तरह अधिकतम 29 लोगाें को मंत्री पद की शपथ दिलायी जा सकती है, लेकिन माना जा रहा है कि कम से कम दो तीन पद हमेशा की तरह रणनीतिक तौर पर रिक्त रखे जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार कम से कम 24 नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलायी जा सकती है, जिनमें श्री सिंधिया समर्थक नेताओं की संख्या लगभग दस है। उनके समर्थक श्री गोविंद राजपूत और श्री तुलसी सिलावट पहले ही राज्य मंत्रिमंडल में स्थान पा चुके हैं। शेष पदों के लिए भाजपा नेताओं के बीच दिल्ली और भोपाल में कई दौर की चर्चाएं हो चुकी हैं।
इस बीच प्रदेश भाजपा की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार श्री सिंधिया कल सुबह विशेष विमान से यहां राजकीय विमानतल पहुंचेंगे और वहां से सीधे राजभवन शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए जाएंगे। श्री सिंधिया दिन में ढाई बजे प्रदेश भाजपा मुख्यालय पहुंचेंगे, जहां कुछ कांग्रेस नेता भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
इसके बाद श्री सिंधिया सीधे मुख्यमंत्री निवास पहुंचेंगे, जहां वे उनके समर्थक 22 पूर्व विधायकों से अलग अलग चर्चा करेंगे। वे प्रत्येक पूर्व विधायक को 15 – 15 मिनट देंगे। वे रात्रि विश्राम गेस्ट हाउस में करने के बाद अगले दिन सुबह प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचेंगे। वे दिन में प्रदेश भाजपा सरकार के एक सौ दिन पूरे होने पर वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे।
श्री सिंधिया इसके बाद कुछ समय और प्रदेश भाजपा कार्यालय में बिताकर राजकीय विमानतल (स्टेट हैंगर) जाएंगे और विशेष विमान से दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
इस बीच आज रात्रि तक नए मंत्रियों के नामों को लेकर चर्चाएं चलती रहीं। सबकी निगाहें इस बात पर भी टिकी हुयी हैं कि भाजपा के वरिष्ठ विधायकों में से कितने मंत्रिमंडल में स्थान पा सकते हैं। इसके अलावा माना जा रहा है कि मंत्रियों की शपथ के बाद विभागों का वितरण भी शीघ्र ही किया जाएगा।
यह चौहान के मंत्रिमंडल का पहला विस्तार होगा।चौहान ने 23 मार्च को अकेले मुख्यमंत्री की शपथ ली थी और कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के बीच मुख्यमंत्री चौहान ने 29 दिन तक अकेले ही सरकार चलाते रहे। बाद में 21 अप्रैल को पांच सदस्यीय मंत्रिपरिषद का गठन कर सके थे, जिनमें कांग्रेस छोड़ भाजपा में आये पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के दो मंत्री तुलसी सिलावट एवं गोविन्द सिंह राजपूत शामिल हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई दिन से हो रहे मंथन पर पूछे गये एक सवाल के जवाब में चौहान ने बुधवार को यहां मीडिया से कहा, ‘मंथन से अमृत ही निकलता है। विष तो शिव पी जाते हैं। आज महामहिम राज्यपाल (आनंदीबेन पटेल) शपथ ग्रहण करेंगी। कल (बृहस्पतिवार को) मंत्रिमंडल शपथ ले लेगा।’
मुख्यमंत्री के इस बयान के चंद घंटे बाद मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार मित्तल ने आनंदीबेन को यहां राजभवन में बुधवार शाम साढ़े चार बजे आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल पद की शपथ दिलाई।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को 28 जून को मध्यप्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
मालूम हो कि मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है और टंडन की अनुपस्थिति के दौरान आनंदीबेन मध्यप्रदेश के राज्यपाल के कार्यों का निर्वहन करेंगी।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल में करीब दो दर्जन मंत्रियों को शामिल किये जाने वालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मार्च माह में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए नौ पूर्व विधायकों को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।
हालांकि, सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल होने वाले मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे, मुख्यमंत्री चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा यहां बुधवार देर रात तक मुख्यमंत्री निवास पर पार्टी के विभिन्न विधायकों से चर्चा करते रहे ।
उन्होंने कहा कि ये नेता उन विधायकों से भी बात कर उनको मनाने में लगे रहे , जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है।
भाजपा नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए बृहस्पतिवार सुबह भोपाल पहुंचेंगे।
मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के राज्य विधानसभा से त्यागपत्र देने से कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार गिर गयी थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी। वे रिकॉर्ड चौथी बार प्रदेश के मुखिया बने हैं। कांग्रेस के अधिकांश बागी विधायक, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं।