ग्वालियर 26 जनवरी । मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में शिरकत करने पहुंची मुख्य अतिथि प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी मुख्यमंत्री का संदेश वाचन भी नहीं पढ़ पाईं, जिसके चलते उन्होंने मुख्यमंत्री के संदेश को बीच में ही छोड़ दिया. शुरुआत में तो मंत्री इमरती देवी ने मुख्यमंत्री का संदेश पढ़ा, जिसमें वह काफी गलतियां करती रहीं, बाद में जब उन्हें लगा कि वह यह संदेश नहीं पढ़ पाएंगी तो उन्होंने तुरंत यह संदेश कलेक्टर को थमा दिया और उन्हें इसे पूरा पढ़ने के निर्देश दे दिए. जिसके बाद कलेक्टर साहब ने ही मुख्यमंत्री का संदेश पढ़कर पूरा किया.
कार्यक्रम खत्म होने के बाद जब मंत्री इमरती देवी से इसके बारे में सवाल किया गया तो वह बोलीं कि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, जिसके चलते वह संदेश नहीं पढ़ पा रही थीं. इस पर जब उनसे कहा गया कि उन्होंने जितना पढ़ा है, वह भी गलत था. तो इस पर उन्होंने कहा कि कभी-कभी गलतियां हो जाती हैं, गलतियां किससे नहीं होतीं. मुझे तबीयत ठीक नहीं लग रही थी, इस वजह से संदेश नहीं पढ़ पाई और कलेक्टर से इसे पूरा पढ़ने के लिये कहा।चाहो तो आप डॉक्टर से पूछ लो। खैर कोई बात नहीं। कलेक्टर साहब ने भाषण अच्छे से पढ़ा था।
बता दें कि इमरती देवी ग्वालियर जिले के डबरा से विधायक और मध्यप्रदेश में 15 साल बाद बनी कांग्रेस सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री हैं। पिछले दिनों भी इनकी जुबान फिसल गई थीं। राठखेड़ा के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचीं। तब उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कह दिया था कि अब प्रदेश में उनकी सरकार बन गई है। इसलिए जनता का कोई लीगल काम नहीं होगा।
बता दें महिला एवं बाल विकास मंत्री 26 जनवरी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एसएफ ग्राउंड पहुंची थीं. वह यहां मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुई थीं, ऐसे में मुख्यमंत्री का संदेश पत्र उन्हें ही पढ़ना था, लेकिन जैसे ही उन्होंने संदेश पढ़ना शुरू किया वह असहज हो गईं और संदेश नहीं पढ़ पाईं. बता दें इमरती देवी डबरा सीट से विधायक हैं और वर्तमान में प्रदेश की महिला एवं बाल-विकास मंत्री हैं. वह कांग्रेस महासचिव
बता दें सिंधिया के मुख्यमंत्री बनने की मांग प्रदेश में इमरती देवी ने ही उठाई थी।
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