भोपाल, 30 मई ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य में लॉकडाउन की तारीख 15 जून तक बढ़ाने वाले हैं।
श्री चौहान ने यहां कहा कि अभी राज्य को कोरोना से निपटना है। इसलिए सभी चीजें एकसाथ नहीं खोल सकते हैं। फिलहाल 15 जून तक लॉकडाउन बढ़ाने वाले हैं। उन्होंने संकेत दिए कि सरकार जून माह के दूसरे सप्ताह के बाद स्कूल खोलने का भी प्रयास करेगी, लेकिन इसके पहले तत्कालीन हालातों की भी समीक्षा की जाएगी।
चौहान ने प्रदेश के दस जिलों के छात्रों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बात करते हुए कहा, ‘‘प्रदेश में स्कूल 13 जून के बाद फिर से खुलेंगे। लेकिन इस पर अंतिम निर्णय कुछ दिन बाद किया जायेगा क्योंकि हम प्रदेश में लॉकडाउन 15 जून तक बढ़ाने जा रहे हैं।’’
चौहान ने कहा कि क्योंकि हमें कोरोना वायरस से भी निपटना है। मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों को कोरोना वायरस से बचने के लिए सावधानियों के बारे में भी बताया तथा इन पर अमल करने की आवश्यकता भी बताई।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने 66.27 लाख छात्रों के खातों में कुल 145.92 करोड़ रुपये जमा कराये हैं।
सरकार द्वारा छात्रों को यह पैसा मध्याह्न भोजन के बदले में दिया गया है। फिलहाल स्कूल बंद होने से यह भोजन छात्रों को नहीं दिया जा रहा है।
लॉकडाउन फोर की अवधि 31 मई को समाप्त हो रही है।
#सिंगल क्लिक के माध्यम से 145 करोड़ रुपयों की राशि पहुंची बच्चों के खातों में:
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्यान्ह भोजन योजना की मई और जून महीने के 37 दिनों की 145.92 करोड़ रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से 66.27 लाख विद्यार्थियों के खातों में जमा की।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार पूर्व में मार्च और अप्रैल माह के 33 दिन की राशि 117.11 करोड़ रुपए जमा की जा चुकी है। इसके अलावा भोजन तैयार करने वाले रसोइयों को भी कुल 84 करोड़ रुपयों की राशि का भुगतान दो किस्तों में किया गया है। कोरोना संकट की अवधि में कुल 347 करोड़ रुपए योजना के अंतर्गत जमा करवाए गये हैं। अवकाश की अवधि में पहली बार योजना का लाभ विद्यार्थियों को दिया गया है।
#वरिष्ठ चिकित्सक रोज वार्डों में जाएं, मरीजों को सर्वोत्तम इलाज दें- शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक रोज वार्डों में जाएं तथा मरीजों को सर्वोत्तम इलाज दें। इलाज में थोड़ी भी लापरवाही अथवा चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा सख्त कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल को आदर्श अस्पताल होना चाहिए, परन्तु वहां मृत्यु दर अधिक होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें हमीदिया में होने वाले इलाज की रोज रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आने-जाने के लिए अब ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी। राज्य से बाहर आने जाने के लिए ऑटो जनरेटेड ई-पास लिए जा सकेंगे।
श्री चौहान ने गेहूँ उपार्जन में प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला सहित पूरी टीम की सराहना की तथा बधाई दी। उन्होंने कहा कि इसके लिए संबंधितों को पुरस्कृत किया जाएगा। कोविड संकट के दौरान प्रदेश में गेहूँ उपार्जन में अद्भुत कार्य हुआ है।
इस अवसर पर सागर जिले की समीक्षा के दौरान श्री चौहान ने सागर मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं सुधरवाने के निर्देश दिए। मरीजों को अन्यत्र रैफर किए जाना ठीक नहीं है। बुरहानपुर जिले की समीक्षा में बताया गया कि वहां रिकवरी रेट काफी अच्छी 67 प्रतिशत है। वहां 297 पॉजिटिव प्रकरणों में से 200 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। बुरहानुपर में वर्तमान में एक्टिव प्रकरणों की संख्या 82 है। जिले में फीवर क्लीनिक भी अच्छा कार्य कर रहे हैं।
सी.एच.एल. अपोलो अस्पताल में संक्रमण फैलने के मामले में श्री चौहान ने कहा कि अस्पताल में संक्रमण फैलना घोर लापरवाही है, अस्पताल को नोटिस दिया जाए। नीमच जिले में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर उन्होंने निर्देश दिए है कि नीमच जिले पर विशेष ध्यान दिया जाए। सर्वे बढ़ाया जाए, कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग की जाए, टैस्टिंग बढ़ाई जाए। नीमच जिले की पॉजिटिव होने की रेट 40 प्रतिशत है।
एसीएस हैल्थ श्री सुलेमान ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत प्रदेश के 59 अस्पताल एम्पैनल्ड हो गए हैं, यहां मरीजों को इस योजना के तहत इलाज की सुविधा मिलेगी।