भोपाल, 18 मार्च ।मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने आज देर रात विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति को पत्र लिखकर उनके द्वारा आज ही लिखे गए पत्र का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने अध्यक्ष की ‘चिंता’ की ‘प्रशंसा’ की है।
श्री टंडन ने अपने दो पेज के पत्र में श्री प्रजापति को संबोधित करते हुए लिखा है ‘आपने अपने पत्र के अंतिम पैराग्राफ में विधायकों की सुरक्षा की मांग की है।
प्रदेश के सभी नागरिकों की सुरक्षा का दायित्व कार्यपालिका का है और आप उससे ही सुरक्षा चाहते होंगे, किंतु त्रुटिवश यह पत्र मुझे प्रेषित हुआ प्रतीत होता है।’
राज्यपाल श्री टंडन ने पत्र के अंतिम पैरा में लिखा है ‘मुझे अत्यंत हर्ष होगा कि मैं किसी भी रूप में आपकी वर्तमान चिंता और कष्ट का समाधान कर सकूं।’
पत्र की शुरूआत में श्री टंडन ने श्री प्रजापति को संबोधित करते हुए लिखा है ‘आपके पत्र दिनांक 17/03/2020 में माननीय सदस्यों की अनुपस्थिति के कारण उनकी सुरक्षा के संबंध में आपकी चिंता की मैं प्रशंसा करता हूं।’
राज्यपाल ने लिखा है ‘उपरोक्त के संबंध में विगत 8-10 दिनों से आप जिस पीड़ा से गुजर रहे होंगे, उसका भी मुझे अंदाजा हो रहा है। यद्यपि इन दिनों में इस संबंध में सदस्यों की जानकारी प्राप्त करने बाबत आपके द्वारा किए गए प्रयासों का उल्लेख पत्र में नहीं है। फिर भी मैं मानता हूं कि निश्चित रूप से आपने समुचित प्रयास किए होंगे।’
श्री टंडन ने लिखा है ‘आपके पत्र के दूसरे पैराग्राफ में मुझसे कुछ प्रश्नाें के उत्तर की अपेक्षा की गयी है। उक्त अपेक्षा निश्चित ही किसी नियमावली के अंतर्गत होगी और आपने उसका अवलोकन किया होगा। कृपया संबंधित नियमावली मुझे प्रेषित करने का कष्ट करें।’
राज्यपाल ने लिखा है ‘तथाकथित लापता विधायकों से आपको और मुझे लगातार पत्र प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने अपने किसी भी पत्र में, जहां पर भी वे वर्तमान में हैं, अपनी ओर से कोई समस्या व्यक्त नहीं की है। उनके पत्र एवं वीडियो लगातार समाचार पत्रों, इलेक्ट्राॅनिक एवं सोशल मीडिया में आ रहे हैं और अब वे सर्वोच्च न्यायालय भी पहुंच गए हैं। आपने अपने पत्र के अंतिम पैराग्राफ में विधायकों की सुरक्षा की मांग की है। प्रदेश के सभी नागरिकों की सुरक्षा का दायित्व कार्यपालिका का है और आप उससे ही सुरक्षा चाहते होंगे, किंतु त्रुटिवश यह पत्र मुझे प्रेषित हुआ प्रतीत होता है।’