भोपाल, 03 जून ।कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका के चलते मध्यप्रदेश में 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के माता और पिता को कोरोना टीकाकरण के दौरान प्राथमिकता देने का अहम निर्णय आज लिया गया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो संदेश के माध्यम से यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया गया है, लेकिन तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है।
श्री चौहान ने कहा कि हमने तीसरी लहर के मुकाबले के लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं।
अब भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि तीसरी लहर का ज्यादा असर बच्चों पर होगा।
इस आशंका को देखते हुए एक तरफ जहां, सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने का फैसला किया है।
वहीं विशेषकर बच्चों के अलग-अलग स्तर पर विशेष वार्ड बनाने का फैसला किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह फैसला भी किया है, जिन माता पिता के बच्चों की उम्र 12 साल से कम है, उनको टीकाकरण में प्राथमिकता देंगे।
अगर किसी बच्चे को संक्रमण हुआ, तो उसके साथ माता या पिता का रहना बहुत आवश्यक है।
इसलिए उनका टीकाकरण हो जाएगा, तो वह संक्रमण से मुक्त रहेंगे और अपने बच्चों की देखभाल करते रहेंगे।
श्री चौहान के अनुसार उनके ध्यान में यह तथ्य भी आया कि मध्यप्रदेश के अनेक बेटे बेटियां शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेशों में भी जाते हैं।
इसलिए हमने यह फैसला भी किया है, जिन बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाना है, उनको भी प्राथमिकता के आधार पर टीके लगाएंगे।
ताकि वह सुरक्षित विदेश जा सकें और शिक्षा प्राप्त कर सकें।
मध्यप्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर ने अप्रैल और मई माह में भारी तबाही मचायी थी और निकट भविष्य में तीसरी लहर आने की आशंका भी जतायी जा रही है।
इसके मद्देनजर सरकार ने स्वास्थ्य सुविधाअों को लेकर काफी तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं।