भोपाल, 19 जुलाई । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह को आज यहां पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत पर छोड़ने के आदेश दे दिए गए।
भाजपा नेता को दिन में टीटीनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया। उन्हें बाद में एमपी एमएलए संबंधी मामलों के लिए गठित विशेष अदालत के न्यायाधीश सुरेश सिंह के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 30 – 30 हजार रूपयों के मुचलके और सक्षम जमानत मुहैया कराने पर रिहा करने के आदेश दिए। इसके बाद उनके समर्थकों ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
पूर्व विधायक के बयान पर विधानसभा में हंगामा, कार्यवाही दो बार स्थगित-
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बारे में की गई टिप्पणी पर आज विधानसभा में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के जमकर हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। हंगामे के चलते आज लगातार तीसरे दिन भी प्रश्नकाल बाधित हुआ।
प्रश्नकाल शुरू होते ही सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के विधायकों ने भाजपा नेता सुरेंद्रनाथ सिंह के कल यहां प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयान का मामला उठाया। कांग्रेस विधायक नारेबाजी करते हुए आसंदी के पास आ गए और सुरेंद्रनाथ सिंह की गिरफ्तारी और भाजपा की ओर से माफी मांगे जाने की मांग करने लगे। विधायकों ने कहा कि सुरेंद्रनाथ सिंह मुख्यमंत्री पर हमले की बात कर राज्य में भय का वातावरण उत्पन्न कर रहे हैं।
सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, विजयलक्ष्मी साधौ, प्रद्युम्न सिंह तोमर, हर्ष यादव और तुलसी सिलावट ने भी कांग्रेस विधायकों के शोर-शराबे में सुर में सुर मिलाया। कांग्रेस विधायकों ने भाजपा पर खूनखराबे का आरोप लगाया। लगातार शोरगुल के बीच अध्यक्ष एन पी प्रजापति ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
सदन के समवेत होने पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत अन्य विधायक दोबारा आसंदी के पास पहुंच गए और नारेबाजी शुरू कर दी।
इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और भारतीय जनता पार्टी विधायक नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस विषय पर चर्चा करा ली जाए। अध्यक्ष श्री प्रजापति ने कहा कि प्रश्नकाल चलने दिया जाए, लेकिन हंगामा लगातार जारी रहा।
इसी बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
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