भोपाल, 30 अगस्त ।मध्यप्रदेश के मध्य, पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में आज बारिश का क्रम कमजोर पड़ने के कारण राहत और बचाव कार्य में तेजी आयी है। सेना, पुलिस, होमगार्ड और विशेष दलों की मदद से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फसे लोगों को सुरक्षित निकालने का कार्य जारी है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के अधीन सभी जिलों के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना, जिला प्रशासन, होमगार्ड, पुलिस, एसडीआरएफ और राहत दल के जवान फसे हुए लोगों को निकालने के कार्य में जुटे हुए हैं। इस कार्य में सेना के हेलीकॉप्टर, मोटरबोट और अन्य उपकरणों की मदद ली जा रही है।
मध्यप्रदेश में मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर
मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्से में आने वाले होशंगाबाद जिले में कल से हुई मूसलाधार बारिश के बीच राज्य के दो दर्जन जिलों में वर्षा दर्ज की गई।
बंगाल की खाड़ी में सोमवार 24 अगस्त को बना कम दबाव का क्षेत्र बाद में यह गहरा कम दबाव में परिवर्तित होने के बाद प्रदेश में पहुंचने से लगातार राज्य में बारिश का क्रम बना हुआ है। राज्य में अधिकांश स्थानों पर हो रही अच्छी बारिश होने से जीवनदायनी नर्मदा नदी और इसकी सहायक नदियां उफान पर आ गयी ।
इस बीच राजधानी भोपाल सहित अनेक स्थानों पर लगातार तेज बारिश का दौर जारी है, जिसके चलते कई स्थानों पर नदी नाले उफान पर हैं तथा निचली बस्तियों मेें पानी भर जाने से बाढ़ जैसे हालात बन जाने के कारण आम जनजीवन पर विपरीत असर पड़ा है।
प्रदेश के होशंगाबाद जिले में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई।
राज्य भर में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के बीच कई प्रमुख नदियां एवं नाले उफान पर हैं।
बारिश का सबसे ज्यादा असर राजधानी भोपाल, सिवनी, बालाघाट, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, मंडला सहित कुछ और स्थानों पर देखा गया। भोपाल में कई स्थानों से जलभराव की स्थिति निर्मित होने से लोगों को परेशानी हुयी । नागपुर, छिंदवाड़ा और मंडला के मार्ग बंद हो जाने के चलते जिला मुख्यालय का संपर्क लगभग टूट गया । वहीं प्रमुख नदी बेनगंगा सहित अन्य नदिया और नाले भी उफान पर बह रहे हैं। छिंदवाड़ा बारिश से वहां की पेंच नदी उफान पर है। यहां बारिश के चलते मकान गिरने की घटना में तीन लोगों की मौत भी हुयी है।
नरसिंहपुर में लगातार बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया, तो वही आसपास के सभी छोटे नदी नाले उफान पर है। बरगी के गेट खुलने से नर्मदा नदी में उफान होने से गोटेगांव से जबलपुर सडक मार्ग पर झांसीघाट का पुल डूब गया , जिससे आवागमन प्रभावित हुआ है। इसी प्रकार होशंगाबाद में नर्मदा उफान है, तो वहीं बैतूल में भी भारी बारिश के चलते कई प्रमुख मार्गो में आवागमन अवरूद्ध होने की सूचना है।
बाढ़ को लेकर नरेंद्र मोदी से बात की शिवराज ने
मध्यप्रदेश के होशंगाबाद, रायसेन, सीहोर और अन्य जिलों में बाढ़ की स्थिति के बीच 411 गांव प्रभावित हुए हैं। राहत एवं बचाव कार्य में सेना की मदद ली जा रही है और अब तक लगभग 8000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज राज्य की बाढ़ की स्थिति के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी फोन पर जानकारी दी।
इसके पहले एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम देर रात भी होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, बालाघाट और अन्य बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य में लगे रहे।
राज्य के मध्य, दक्षिण और पूर्वी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बनी हुयी है। नर्मदा और अन्य नदियां लगातार खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। तटीय गांवों और कस्बों में बाढ़ का पानी आने के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सेना के हेलीकॉप्टर और सेना के जवानाें को भी राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है। कम से कम नौ जिलों में बाढ़ की स्थिति ज्यादा चिंताजनक है।
शिवराज ने कहा – हम सभी को सुरक्षित निकालेंगे
कोरोना संकट के बीच मध्यप्रदेश में बाढ़ की स्थिति ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। राज्य के 52 में से कम से कम एक दर्जन जिले प्रभावित हुए हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि वे और उनका पूरा प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। राहत एवं बचाव कार्य रात्रि में भी जारी रहा। यह राहत की बात है कि बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के 411 गांवों में हमने एक भी जान का नुकसान नहीं होने दिया। आठ हजार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
श्री चौहान ने कहा कि आज सुबह उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा कर पूरी स्थिति की जानकारी दी है। उनका स्नेहपूर्ण समर्थन, सहयोग और आशीर्वाद मिल रहा है। श्री चौहान के अनुसार रात को उन्होंने सेना के पांच हेलिकॉप्टर मांगे थे, तीन सुबह पहुंच चुके हैं और दो और पहुंच रहे हैं। इससे बचाव कार्य में तेजी आयेगी।
उन्होंने बताया कि सीहोर जिले के सोमालवाड़ा से फंसे सभी भाई-बहनों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। एयरलिफ्ट करने का ऑपरेशन रायसेन जिले के भौंती गांव से प्रारम्भ हो गया है। रायसेन के विभिन्न क्षेत्रों में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए सेना के दक्ष जवानों को भेजा गया है और हम सभी को सुरक्षित निकाल लेंगे।
मध्यप्रदेश में पिछले दो तीन दिनों से जारी लगातार बारिश और बांधों से पानी छोड़े जाने के कारण कम से कम एक दर्जन जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गयी है। हालाकि अभी तक बाढ के कारण एक भी जनहानि नहीं हुयी है। हालाकि हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। हालाकि संपत्ति को नुकसान अवश्य हुआ है। सरकार की प्राथमिकता फिलहाल जनहानि रोकना है।
राज्य स्तर पर नियंत्रण कक्ष मुख्यमंत्री निवास पर भी बनाया गया है और श्री चौहान स्वयं रात्रि में राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी करते रहे। वे अधिकारियों को लगातार आवश्यक दिशानिर्देश दे रहे हैं।
इसके पहले इस तरह की बाढ़ राज्य में वर्ष 1999 में आयी थी। उस समय भी नर्मदा नदी के किनारे बसे गांवों और कस्बों में बाढ़ ने जमकर कहर ढाया था।
विदिशा जिले के पांच ग्रामों में 260 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
विदिशा जिले में अतिवृष्टि से नेवन नदी में उफान आने के कारण पांच गांवों के 260 ग्रामीमों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सुरक्षित निकाला गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार अतिवृष्टि से पांच ग्रामों हुस्नापुरा, पांझ, लालाखेडी, अहमदनगर एवं ठर्र ग्राम में जलभराव हो जाने के कारण इन ग्रामों के 260 व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला गया और उन्हें सुरक्षित स्थलों में पहुंचाया गया। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने बाढ़ प्रभावितों के ठहरने के लिए बनाए गए राहत शिविरों में पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए।
रायसेन में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने हेलीकॉप्टर बुलाए गए
रायसेन जिले के बाड़ी बरेली क्षेत्र में बिगड़े बाढ़ के हालात के बाद कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के प्रयास से सेना के तीन हेलीकाॅप्टर बुलाए गए जिससे इस क्षेत्र के 20 लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार प्रशासन द्वारा मौके पर रेस्क्यू किये लोगों को एक गार्डन में रखा जा रहा है। ग्राम भोति में बाढ़ से हालात बिगड़े हैं। उधर, तेन्डोनी नदी में कल रात कार से जा रहा एक युवक कार समेत बह गया। बहे युवक का शव आज मिला। तेंदुनी नदी में एक कार एवं युवक का शव मिल गया है। मृतक युवक की पहचान ग्राम पंचायत सचिव दर्शन सिंह के रूप में हुयी है।
सीहोर में 40 लोगों को सेना के हेलीकाॅप्टर से निकाला
सीहोर जिले के बुधनी के सोमलवाड़ा में बाढ़ में फंसे लगभग 40 लोगों को सेना की हेलीकाॅप्टर से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार सोमलवाड़ा में बाढ़ में फंसे लगभग 40 लोगो को सेना के हेलीकाॅप्टर द्वारा रेस्क्यू कर शाहगंज मंडी प्रांगण में बने रेस्क्यू सेटर में सुरक्षित पहुंचाया गया। मौके पर सांसद रमाकांत भार्गव, कलेक्टर अजय गुप्ता, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री गुप्ता ने बताया कि बुदनी के सोमलवाड़ा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सेना द्वारा राहत एवं बचाव कार्य चलाया गया। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर से कई प्रभावितों को सुरक्षित निकाला गया है। राज्य सरकार इस आपदा से निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रही है।
रतलाम में भारी बारिश से नदी नाले उफान पर
रतलाम जिले में भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं तथा अधिकतर स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो गए हैं।
जिले में कल दोपहर से शुरु हुई बारिश रात भर जारी रही। पिछले चौबीस घंटों में जिले में औसत पांच इंच से कुछ अधिक बारिश हुई। जिले के पिपलौदा और सैलाना में बारिश का आंकडा आठ इंच पार कर कर गया। झमाझम बारिश से जिले में बाढ जैसे हालात पैदा हो गए है। नदी नाले उफान पर है, कई गांवों का सम्पर्क कट गया है। रावटी में एक मोटर साइकिल के नदी में बह जाने की खबर है।
कार सहित नदी में बहा युवक का शव बरामद
रायसेन जिले में कार सहित नदी के तेज बहाव में बहे एक युवक का शव उसी कार से आज सुबह बरामद किया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बरेली तहसील के ग्राम पंचायत छींद का पंचायत सचिव दर्शन सिंह चौधरी कल कार सहित नदी के तेज बहाव में बह गया था। सुबह उसकी कार एक खेत में दिखी, जिसकी सूचना पुलिस को दी गयी। इसके बाद कार सहित दर्शन का भी शव बरामद किया गया, जो उसी कार में फंसा था। दर्शन तेंदोनी नदी का पुल देखने जा रहा था, तभी उसकी कार अनियंत्रित होकर पुल से नीचे गिर गयी और नदी के तेज बहाव में बह गयी थी।
नदी में बहे युवक का शव बरामद
सतना जिले के कोलगवां थाना क्षेत्र स्थित एक नदी में बहे युवक का शव आज बरामद कर लिया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार हिनौती गांव के समीप टमस नदी में कल एक युवक पंकज पटेल नहाते समय नदी के तेज बहाव में बह गया था, जिसका शव घटना स्थल से तीन किलोमीटर दूर बरामद किया गया।
बारिश से सीहोर में पार्वती नदी का पुल क्षतिग्रस्त
सीहोर जिले में पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते पार्वती नदी पर बना एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार सीहोर से शाजापुर जाने वाले मार्ग पर कालापीपल के पास बना यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पुल के ऊपर से कल से ही लगातार पानी बह रहा है। आज बारिश कम होने के कारण पानी में कुछ कमी आई है, तब जाकर पता चला की पुल का ऊपरी हिस्सा एक तरफ का कट चुका है। इसके साथ ही बारिश से जिले के नदी नाले उफान पर तथा कई स्थानों पर बाढ़ के हालात बने हुए हैं।
नदी में बहे बालक का शव बरामद
बैतूल जिले के सांईखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम बानूर में कल बाढ़ में बहकर लापता हुए एक बालक का शव आज पुलिस ने बरामद कर लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बानूर निवासी रोहित देशमुख (12) कल सुबह बानूर-उमरिया मार्ग पर स्थित उफनती नदी की पुल पर खड़े रहकर बहते पानी से हाथ पैर धो रहा था। इसी बीच संतुलन बिगड़ने से रोहित बाढ़ के पानी में बह गया। लापता बालक को खोजने के लिए सांइखेड़ा थाने का बल के अलावा एसडीआरएफ की गोताखोर टीम जुटी थी। सुबह बानूर डैम के पास झाड़ियों में फंसे रोहित के शव को खोज निकाला गया।
ताप्ती बैराज का एक हिस्सा टूटने मामले की जांच के निर्देश
बैतूल जिले में भारी बारिश के कारण ताप्ती बैराज का एक हिस्सा टूटने के मामले में कलेक्टर राकेश सिंह ने आज उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार कलेक्टर श्री सिंह ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए हैं। बताया गया है कि क्षेत्र के सांसद दुर्गादास उइके ने बैतूल शहर को जलापूर्ति करने के लिए नगरपालिका बैतूल के माध्यम से करीब सात करोड़ रूपए की लागत से ताप्ती नदी पर बनाए गए बैराज का एक हिस्सा तेज बारिश में ढह जाने के मामले में तकनीकी जॉच कराने को लेकर कलेक्टर राकेश सिंह से चर्चा की थी।
भोपाल संभाग के जिलों में आपदा ग्रसित क्षेत्रों में बचाव कार्य जारी
भोपाल संभाग अंतर्गत सभी जिलों में जल-भराव, बाढ़, आपदा ग्रसित क्षेत्रों में सेना, जिला प्रशासन, होमगार्ड, पुलिस, एसडीआरएफ और रेस्क्यू टीम के जवान जलभराव क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने मोर्चा संभालें हुए हैं।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज संभाग के सीहोर, रायसेन और विदिशा में बारिश से बिगड़े हालात और नुकसान का हवाई सर्वेक्षण कर जायज़ा लिया। वहीं, सेना के जवानों द्वारा भी हेलीकॉप्टर, नाव और डीजल बोट से बचाव कार्य किया जा रहा है।
होशंगाबाद में बाढ़ प्रभावित इलाकों से 325 लोगों को सफलतापूर्वक किया गया रेस्क्यू
होशंगाबाद के विकासखंड बाबई में बाढ़ प्रभावित ग्रामों में भोपाल से आयी सेना एवं प्रशासन की टीम द्वारा आज 161 लोगों को रेस्क्यू कर राहत पुनर्वास केंद्र रूप में शिफ्ट किया। इससे पूर्व 164 लोगों का रेस्क्यू किया गया था।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार ग्राम बालाभेंट से 90, बिकोर से 30, मनवाड़ा से 14, गुराडिया से 5, तमचरू से 18, नसीराबाद से 4 लोगों को रेस्क्यू किया गया। गत दिवस 164 लोगों का रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू किए गए लोगों को सुरक्षित राहत पुनर्वास केंद्रों पर भेजा गया।