भोपाल, 30 अगस्त । मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अधिकतर स्थानों पर पिछले तीन दिनों से जारी भारी बारिश का क्रम आज लगभग थम गया, लेकिन अगले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में वर्षा की संभावना है, जहां हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी के साहा ने बताया कि प्रदेश में जो सिस्टम बना है, वह अब राजस्थान से लगे प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में पहुंच गया, जिससे चलते पिछले तीन दिनों से प्रदेश के नरसिंहपुर, सिवनी, होशंगाबाद, भोपाल, जबलपुर, छिंदवाड़ा सहित अन्य कई स्थानों पर जारी भारी बारिश का क्रम सुबह से कम होने लगा और दिन भर इन स्थानों पर बारिश का सिलसिला थमा रहा।
प्रदेश के बड़े हिस्से में बाढ़ की स्थिति, 454 गांवों से 11 हजार लोग सुरक्षित निकाले गए
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गत तीन दिनों में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हो रही अनवरत वर्षा के कारण प्रदेश के बड़े हिस्से में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है।
श्री चौहान ने आज मंत्रालय से वी.सी. के माध्यम से राजस्व, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय प्रशासन एवं विकास, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा आदि के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के देवास, हरदा, सीहौर, होशंगाबाद, रायसेन, विदिशा, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, खंडवा आदि जिलों में बाढ़ का अधिक असर हुआ है। कई गाँव चारों ओर से बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। वहां मकानों की पहली मंजिल तक पानी भर गया है। खेत पूरी तरह डूब गए हैं। पेड़ों के ऊपरी हिस्से ही दिखाई दे रहे हैं।
श्री चौहान ने कहा कि वे तथा मुख्य सचिव, डी.जी.पी. आदि निरंतर बाढ़ की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। आज दोपहर उनके द्वारा प्रदेश के 06 जिलों का हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ की स्थिति को देखा। कल रातभर वे जागकर बाढ़ की स्थिति की पूरे प्रदेश से जानकारी लेते रहे। कई गांवाँ से सीधे उनके पास फोन आए। रातभर बचाव कार्य चला। रात में ढाई बजे ग्राम नरेला से 5 व्यक्तियों को निकाला गया। भोपाल कमिश्नर एवं आई.जी. रात में नाव से 2 किलोमीटर ग्राम सोमलवाड़ा गए एवं लोगों को बचाया।
उन्होंने निर्देश दिए है कि बाढ़ राहत के लिए सभी जिलों में बनाए गए नियंत्रण कक्षों के साथ ही राज्य स्तरीय कॉल सेंटर 1079 तथा डायल-100 चौबीस घंटे कार्य करें तथा समस्या आते ही तुरंत निदान करें। भोपाल स्तर से जो भी मदद चाहिए तुरंत मिलेगी। जिन क्षेत्रों में बाढ़ नहीं है वहां के संसाधनों का बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जाए।
ताप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर, इंदौर-भोपाल से बुरहानपुर का सडक संपर्क कटा
बुरहानपुर जिले में तीन दिनों से जारी भारी बारिश के चलते ताप्ती खतरे के निशान से लगभग तीन मीटर ऊपर बही। बुरहानपुर का इंदौर-भोपाल से सड़क संपर्क टूट भी गया। फिलहाल आज यहाँ बारिश का दौर थम गया है।
केंद्रीय जल आयोग के स्थानीय कार्यालय के अनुसार आज तड़के बुरहानपुर में ताप्ती नदी खतरे के निशान से 2.900 मीटर ऊपर बही। नदी का जलस्तर बढ़कर 223.700 मीटर को छू गया था। खतरे का निशान 220.800 मीटर है। बाढ़ के चलते ताप्ती पर बुरहानपुर-जैनाबाद के बीच बना नया पुल और पुराना पुल डूब गया है। दोपहर से जलस्तर कम हो रहा है। देर शाम जलस्तर 221.000 मीटर पर आ गया है। प्रदेश में लगातार बारिश से नर्मदा नदी की बाढ़ में मोरटक्का पुल और नर्मदा नगर का पुल डूबने से कल शाम से बुरहानपुर का इंदौर-भोपाल से सड़क संपर्क टूटा हुआ है। मध्यप्रदेश- महाराष्ट्र सीमा पर सड़क मार्ग पर भारी मालवाहकों का जमावड़ा लग गया है।
मध्यप्रदेश में वर्षा की स्थिति, राहत एवं बचाव कार्य
मध्यप्रदेश के 21 जिलों में आज सामान्य से 20.04 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्रों में भारी वर्षा की संभावना के दृष्टिगत जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिये जिला प्रशासन, राहत दल स्थिति पर नजर रखे हुए है।
प्रदेश के सीहोर में सामान्य से 51 प्रतिशत से अधिक, रायसेन में 38 प्रतिशत से अधिक और होशंगाबाद में 14 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज हुई। पिछले 24 घंटे में होशंगाबाद में 30 सेंटीमीटर वर्षा हुई है।
बारिश के मौसम में तीन पुल क्षतिग्रस्त, जांच के आदेश
मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में तीन दिनों की बारिश के दौरान तीन पुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त होेने के कारण संबंधित मार्गों पर यातायात अवरुद्ध हो गया है। जिला प्रशासन ने इन मामलों की जांच के आदेश दिए हैं।
बैनगंगा नदी में आई बाढ़ के कारण सिवनी जिले के छपारा विकासखंड के भीमगढ़ गांव में बने पुल का बड़ा हिस्सा ढह गया। बताया गया है कि क्षेत्र के भीमगढ़ बांध जलाशय का पानी छोड़े जाने के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई है। इस वजह से भीमगढ, बिलकटा, चारगांव, देवरीमुल्ला, बोरियां और हरदुली आदि गांवो का सड़क संपर्क विकासखंड मुख्यालय छपारा से कट गया है।
जबलपुर संभाग में 691 बाढ़ प्रभावितों को किया गया रेस्क्यू
जबलपुर संभाग के तीन जिलों में 691 बाढ़ प्रभावितों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार जबलपुर संभाग के नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा एवं सिवनी जिले में अतिवर्षा एवं बाढ़ के कारण प्रभावित लोगों को बचाने एवं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिये जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ एनडीआरएफ एवं सेना की टीम सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।
उज्जैन में बारिश का दौर जारी, नदी नाले उफान पर
मालवा अंचल के उज्जैन जिले में वर्षा का दौर जारी रहने के साथ ही यहाँ पिछले 24 घंटे में 4़ 15 इंच वर्षा दर्ज की गई है। क्षेत्र के सभी नदी नाले उफान पर चल रहे हैं।
शासकीय जीवाजी वेधशाला के सूत्रों ने बताया कि उज्जैन में 12 घंटों के दौरान सवा 4 इंच पानी बारिश हुई। क्षिप्रा नदी दूसरी बार उफान पर है। शहर में जल प्रदाय के लिए गंभीर नदी पर बने बांध का लेवल बनाए रखने के लिए इसके गेट खोले गए हैं। गंभीर डेम की क्षमता 2250 एमसीएफटी है। पिछले 48 घंटों में 127.6 मिलीमीटर बारिश हुई है।
यहाँ कल दोपहर बाद से बारिश शुरू हुई और रात भर झमाझम बारिश के बाद आज शाम तक 108 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। चौबिस घंटों में 121 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जा चुकी है। औसतन बारिश का आंकड़ा 34 इंच के करीब पहुंच चुका है जबकि जिले में औसतन बारिश का आंकड़ा 36 से 38 इंच का है।
शिवपुरी-अशोकनगर मार्ग के पचावली पुल पर आवागमन बंद
शिवपुरी जिले में हो रही लगातार बारिश के बाद शिवपुरी-अशोकनगर मार्ग पर बना पचावली पुल सिंध नदी के उफान पर आने के बाद बंद कर दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिले के कोलारस अनु विभाग के तहत आने वाले पचावली पुल का आज कोलारस के एसडीएम मनोज गरवाल ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया। इस पुल को फिलहाल आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। आवागमन को बंद करने का कारण इस पुराने पुल में दरार आना बताया गया है। शिवपुरी में अभी तक 700 मिलीमीटर से अधिक औसत वर्षा हो चुकी है। जिले की औसत वर्षा 816.3 मिलीमीटर है।
शिवराज ने ‘बाढ़ वाले गणेशजी’ से बाढ़ उतारने की प्रार्थना की
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज विदिशा में ‘बाढ़ वाले गणेश मंदिर’ पहुंचकर बाढ़ उतारने की प्रार्थना की।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वे के दौरान विदिशा पहुंचे और वहां ‘बाढ़ वाले गणेश मंदिर’ पहुंचकर पत्नी श्रीमती साधना सिंह सहित विघ्न विनाशक मंगलकारी श्री गणेशजी की पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने भगवान गणेश से प्रार्थना की कि प्रदेश में बाढ़ जल्दी उतरे तथा हर व्यक्ति सुरक्षित रहे। श्री गणेश बाढ़ सहित प्रदेश पर आए हर संकट को दूर करें तथा सभी का मंगल करें। उन्होंने मंदिर पर आयोजित भंडारे में सर्वप्रथम कन्याओं का पूजन किया तथा उन्हें भोजन कराया।
हरदा -इंदौर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से मार्ग पर यातायात बंद
हरदा जिले को इंदौर से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग (एनएच 59) क्षतिग्रस्त होने से इस पर आवागमन बाधित हो गया है।
पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल ने बताया कि एसडीओ एनएच आदेश अग्रवाल ने थाना हंडिया में लिखित आवेदन देकर यह सूचित किया है कि जैन मंदिर चौराहे से थाना नेमावर तक जगह-जगह मार्ग क्षतिग्रस्त होने से रोड बाधित हो गया है। अतः वाहनों का आवागमन बंद किया जाए। इस कारण से मार्ग निर्माण होने तक नेशनल हाईवे (एनएच 59) पर आवागमन वाहनों का आवागमन बंद रहेगा।
बारिश से हरदा के कई क्षेत्रों में जलभराव, प्रभावितों के लिये राहत शिविर
मध्यप्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में लगातार बारिश और तीन बांधों का पानी छोड़े जाने से नर्मदा में आई बाढ़ के कारण जिले के टिमरनी एवं हरदा ब्लाक में कई क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई है।
हरदा जिले की सामान्य वर्षा 1261.7 मि.मी. है। इस वर्ष अभी तक जिले की औसत वर्षा 1057.3 मि.मी दर्ज की गई है। अतिवृष्टि के कारण हरदा, हंडिया, टिमरनी शहर तथा लछौरा, शमशाबाद, जलोदा, छिपानेर, कुही एवं गोंडागॉव खुर्द में कई स्थानों पर पानी भरने के कारण जिला प्रशासन द्वारा प्रभावितों को राहत शिविरों में पहुँचाया गया है। हरदा शहरी क्षेत्र के 5 वार्डों के 816 प्रभावित लोगों को 8 राहत शिविरों में पहुँचाया किया गया है। इसी प्रकार तहसील हंडिया तहत 20 ग्रामों के 810 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। सभी प्रभावित क्षेत्रों से राजस्व विभाग, पुलिस विभाग एवं होमगार्ड की टीमों द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है।
सीधी जिले में औसत वर्षा 750.4 मि.मी. दर्ज
सीधी जिले में औसत वर्षा 750़ 4 मिलीमीटर दर्ज की गई है।अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि 29 अगस्त 5.1 मिमी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। तहसील रामपुर नैकिन में 5.0 मिमी, चुरहट में 8.0 मिमी, गोपद बनास में 4.6 मिमी, सिहावल में 9.0 मिमी, बहरी में 4.0 मिमी, मझौली में 4.0 मिमी और कुसमी में 1.2 मिमी वर्षा हुई है।1
खरगोन में नर्मदा के जल स्तर में वृद्धि के चलते करीब 1800 नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया
खरगोन जिले में नर्मदा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के चलते नर्मदा नदी से सटे प्रभावित ग्रामों के करीब 1800 नागरिकों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
अधिकृत जानकारी के अनुसार खंडवा स्थित बांध तथा खरगोन जिले में लगातार हो रही बारिश एवं सहायक नदियों के उफान पर आने के उपरांत नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिला कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी ने जिले की समस्त तहसीलों के जनपद और राजस्व विभाग के अमले के साथ साथ अन्य मैदानी अमले को भी अलर्ट रहने के लिए निर्देशित किया है।
सीधी जिले में औसत वर्षा 750.4 मि.मी. दर्ज
सीधी जिले में औसत वर्षा 750़ 4 मिलीमीटर दर्ज की गई है।अधीक्षक भू-अभिलेख ने बताया कि 29 अगस्त 5.1 मिमी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। तहसील रामपुर नैकिन में 5.0 मिमी, चुरहट में 8.0 मिमी, गोपद बनास में 4.6 मिमी, सिहावल में 9.0 मिमी, बहरी में 4.0 मिमी, मझौली में 4.0 मिमी और कुसमी में 1.2 मिमी वर्षा हुई है।
नदी में बहे युवक की जान पुलिसकर्मी ने बचाई
कटनी जिले के घुघरा गांव में आज पिकनिक मनाने आया एक युवक पैर फिसलने से नदी में बह गया, जिसको एक पुलिस कर्मचारी ने सकुशल नदी से निकाल लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कटनी का निवासी नीरज यादव अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने घुघरा आया था। इसी दौरान पैर फिसलने ने वह नदी के तेज बहाव में बहने लगा। मौके पर मौजूद लोगों ने बिलहरी के चौकी प्रभारी सेल्वराज पिल्लई को सूचना दी। इसके बाद श्री पिल्लई ने घटनास्थल पर पहुंचे और खुद नदी में उतर कर रस्सी के सहारे युवक को नदी से सुरक्षित बाहर निकाला।