भोपाल/इंदौर , 20 मई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में नागरिकों से मिले सहयोग से कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम कर उसे समाप्त करने की दिशा में तेजी बढ़ा जा सका है।
श्री चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव में जन-भागीदारी की महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित की गयी है। इसी का परिणाम है कि जन-जागरूकता बढ़ी है। लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिये प्रेरित हुए हैं। लोगों ने न केवल कोरोना से बचाव के उपाय स्वयं अपनाये, बल्कि अन्य लोगों को भी प्रेरित किया। सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवी संगठनों, जन-प्रतिनिधियों, समाज सेवियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टॉफ और समुदाय के विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों से मिले सहयोग से कोरोना संक्रमण की रफ्तार को कम कर उसे समाप्त करने की दिशा में तेजी बढ़ा जा सका है। जन-सहभागिता से कोरोना संक्रमण पीड़ितों के समुचित इलाज की व्यवस्था में भी सहयोग प्राप्त हुआ है।
राज्य सरकार, जन-सहयोग से कोरोना संक्रमण और ब्लैक फंगस को पूरी तरह समाप्त करने के लगातार प्रयास कर रही है। किल-कोरोना अभियान में सामाजिक संगठनों के सहयोग से प्रारंभिक स्तर पर कोरोना संक्रमण से पीड़ित लोगों की पहचान के लिये जागरूकता लायी गयी तथा सक्रिय चिन्हांकन किया गया। प्रदेश में टेस्टिंग कैपेसिटी को बढ़ाया गया। साथ ही टेस्टिंग के परिणाम आने में लगने वाले समय को घटाया गया।
श्री चौहान ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम और बचाव में कोरोना-वॉलेंटियर्स का योगदान सराहनीय रहा है। बताया गया कि प्रदेश भर में कोरोना वॉलेंटियर्स की संख्या अब एक लाख 16 हजार 98 से भी अधिक हो गयी है, जिसमें से 50 हजार से अधिक वॉलेंटियर्स अधिक सक्रिय रहे हैं। करीब 7899 वॉलेंटियर्स द्वारा वैक्सीनेशन सेंटर पर सहयोग किया जा रहा है।
योग से निरोग कार्यक्रम में अब तक 93 हजार 779 होम आइसोलेटेड कोविड मरीजों को लाभान्वित किया गया।।
इंदौर संभाग में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है-शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश के इंदौर संभाग को कोरोना संक्रमण के नियंत्रण की दिशा में आदर्श बताते हुए कहा कि यहां स्थिति तेजी से नियंत्रित एवं सामान्य हो रही है।
श्री चौहान आज इंदौर में संभाग स्तरीय कोविड नियंत्रण की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली गई समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा अगले दस दिन अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। इन दस दिनों में उन्होंने विशेष सावधानी एवं सतर्कता रखते हुए जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन करने का आग्रह आमजन से किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं। दवाईयों/इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये भी लगातार प्रयास हो रहे हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री श्री मोदी से भी चर्चा की गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में ब्लैक फंगस तथा अन्य बीमारियों के इलाज के लिये हर जिले में पोस्ट कोविड सेंटर की स्थापना की जाएगी। प्रदेश में पात्र परिवारों के मरीजों को ब्लैक फंगस का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।
श्री चौहान ने कहा कोरोना से निपटने के लिये क्षेत्रवार रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने इंदौर संभाग विशेषकर इंदौर जिले में कोरोना से निपटने के लिये हो रहे प्रयासों, प्रबंधन तथा नवाचारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इंदौर संभाग तथा इंदौर जिला कोरोना मुक्ति के लिये प्रदेश में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में श्री चौहान ने कोरोना पॉजिटिव पेशेंन्ट्स/पॉजिटिविटी रेट/मृत्यु दर, कंटेनमेंट एरिया, कोविड सैंपल कलेक्शन एवं टेस्टिंग, आयुष्मान योजना की प्रगति, इस योजना में लाभान्वित कोविड पेशेंट्स, अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटर में बेड प्रबंधन, ऑक्सीजन की उपलब्धता, ब्लैक फंगस के उपचार तथा पोस्ट कोविड ओपीडी संचालन की स्थिति, कोविड टीकाकरण अभियान आदि की जिलेवार समीक्षा की।