भोपाल, 19 जनवरी । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य में शराब माफियाओं के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और इन्हें पूरी तरह समाप्त करने के बाद ही राहत की सांस लेंगे।
श्री चौहान ने यहां राज्य मंत्रालय में मंत्रिपरिषद की औपचारिक बैठक शुरू होने के पहले मंत्रियों को संबोधित किया।
श्री चौहान ने कहा कि राज्य में शराब माफियाओं को पूरी तरह नेस्तनाबूद करना है।
श्री चौहान ने मंत्रियों से कहा कि वे अपने अपने विभागों से संबंधित एक ‘नया आइडिया’ दें, जिससे विचार विमर्श कर उसे लागू करने के संबंध में निर्णय लिया जा सके।माफियाओं के खिलाफ अभियान निरंतर जारी रहेगा ।
उन्होंने कहा कि स्थानांतरण नीति पर विचार करेंगे, अप्रैल माह में रोक हटाएंगे। मानवीय, प्रशासनिक आधार पर एक पारदर्शी व्यवस्था लागू करने का प्रयास होगा। प्रत्येक विभाग समीक्षा कर आवश्यक तैयारी कर ले। बजट के संदर्भ में भी प्रत्येक विभाग योजनाओं की समीक्षा कर लें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गेहूं की खरीदी का अद्भुत कार्य हुआ था, उसी तरह धान की खरीदी भी ऐतिहासिक रही। राज्य का किसान संतुष्ट है। संबल योजना में आज हो रहे कार्यक्रम में हितग्राहियों को राशि भेजी जा रही है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को आंशिक स्थाई अपंगता होने पर 1 लाख रुपये की अनुग्रह सहायता राशि का प्रावधान है। जन्म से मृत्यु तक साथ निभाने वाली मुख्यमंत्री जन कल्याण (संबल) योजना से गरीब, अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के हितग्राहियों को सामाजिक सुरक्षा मिल रही है।
उन्होंने कहा कि बुधवार, 20 जनवरी को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर रोजगार मेले होंगे, जिनमें मंत्री सहभागिता करें।
विभागों के श्रेष्ठ कार्यों और नवाचारों की जानकारी सामने आए:
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि अनेक विभाग जनकल्याण से जुड़े श्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं। अनेक नवाचार अपनाए गए हैं। इनकी जानकारी आमजन तक पहुंचे इसके लिए मंत्रिगण नेतृत्व करते हुए ऐसी गतिविधियों से अवगत करवाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे कामों का विवरण प्राप्त कर अन्य विभाग और व्यक्ति भी इस दिशा में प्रेरित होते हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रिगण अपने विभाग से संबंधित एक विशेष नवाचार या कार्य का आयडिया भी प्रस्तुत करें। हम नीति निर्माता हैं। मंत्रियों को विभाग की गतिविधियों के साथ ही शासन की महत्वपूर्ण गतिविधियों की जानकारी भी रहे तो श्रेयस्कर होगा। अन्य विभागों के कार्यों से भी मंत्री अवगत रहें।