भोपाल,29 अप्रैल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना योद्धा स्वयं को संक्रमण से बचाते हुए दूसरों को संक्रमण मुक्त करते रहें।
श्री चौहान ने आज यहां अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना जैसे विकट संकट में जान हथेली पर रखकर दिन रात प्रदेश की जनता की सेवा करने के लिए मैं आप सभी को प्रणाम करता हूँ। समाज पर आपका यह ऋण कोई नहीं भूलेगा। आप कोरोना के संक्रमण से स्वयं को बचाते हुए दूसरों को संक्रमण मुक्त करने का कार्य ऐसे ही करते रहें।
उन्होंने कहा कि हमने कोरोना योद्धा योजना पुनः प्रारंभ कर दी है। कार्य करते-करते हमारे जो स्वास्थ्यकर्मी दिवंगत हो जाएंगे, उनके परिवार की देखरेख शासन की जिम्मेवारी होगी। उनके परिवारों को सरकार की ओर से 50 लाख रुपये की सम्मान निधि दी जाएगी।
इस अवसर पर श्री चौहान ने ऐसे सभी स्वास्थ्य कर्मियों, जो कोरोना के दौरान सेवा करते-करते दिवंगत हो गए हैं, उन सभी को प्रदेश की 8 करोड़ जनता की ओर से आदरांजली अर्पित की और कहा कि उनकी सेवाएँ अमूल्य हैं।
उन्होंने कहा कि सभी के अथक परिश्रम के परिणाम स्वरूप पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण के संबंध में प्रदेश की स्थिति बेहतर हुई है। प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 25प्रतिशत से घटकर 21.5प्रतिशत हो गया है, वहीं रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रही है। प्रदेश में 94 हज़ार से ज्यादा एक्टिव मरीज हो गए थे, अब एक्टिव मरीज 92 हज़ार रह गए हैं, इनमें से 70 हज़ार होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में कोरोना मृत्यु दर 1प्रतिशत से थोड़ी ज्यादा है। सरकारी अस्पताल जनता का सहारा बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी स्वयं का मनोबल टूटने नही दें।
शिवराज ने की बीना रिफायनरी के निर्माणाधीन अस्पताल की प्रगति समीक्षा
शिवराज सिंह चौहान ने बीना रिफायनरी के पास निर्मित होने जा रहे एक हजार बिस्तरीय अस्थाई अस्पताल के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अस्पताल को समय-सीमा में प्रारंभ करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अस्पताल निर्माण के संबंध में टाइम लाइन के अनुसार व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस बैठक में बताया गया कि अस्पताल का अंतिम डिजाइन तैयार कर लिया गया है। अस्पताल में ऑक्सीजन गैस को कम्प्रेस करने के लिए 2 कम्प्रेसर की व्यवस्था हो गई है। इसे इन्स्टाल करने की कार्रवाई शीघ्र पूरी की जायेगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल परियोजना के प्रतिवेदन तैयार कर सक्षम स्वीकृति के लिए समानांतर पेपर वर्क भी पूरा करें। परियोजना की समीक्षा के लिए संभाग एवं राज्य स्तरीय समितियों का गठन भी कर लिया जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री सुलेमान ने बताया कि यह अस्पताल रिफरल होगा। इसमें केवल अन्य अस्पतालों द्वारा रिफर किए गये मरीजों को देखा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी सीधे ओपीडी के पेशेन्ट अटेंड नहीं किए जाएंगे। सीधे ओपीडी के संबंध में परिस्थिति अनुसार भविष्य में निर्णय किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्लांट से अस्पताल तक 800 मीटर लंबी पाईप लाइन डाली जा रही है। इसके लिए एक दो दिन में पाईप आ जायेंगे। लाईन बिछाने का काम शीघ्र प्रारंभ हो जाएगा। अस्पताल के अंदर बेड-टू-बेड पाइप लाईन का काम चल रहा है, जिसे 8 से 10 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीना रिफायनरी के पास चक्क गाँव में 1000 बिस्तरीय अस्थाई अस्पताल बनाया जा रहा है। बीना में ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता है,परंतु सिलेण्डरों के माध्यम से इसका परिवहन नहीं किये जा सकने के कारण बीना में ही अस्पताल निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इससे उपलब्ध ऑक्सीजन का उपयोग भी हो सकेगा औरं स्थानीय मरीजों को भी बेहतर स्थान उपचार मिल सकेगा।