भोपाल, 22 नवंबर । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि देश और प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण पिछले कुछ दिनों में बढ़ा है। कुछ शहरों में अधिक बढ़ा है। उन्होंने आमजन में जागृति लाकर और जनसहयोग से बचाव के सभी उपाय अपनाकर संक्रमण को रोकने के निर्देश दिए हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की गई। इस अवसर पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस और स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल और अधिकारीगण मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना संक्रमण की दर सामान्य से अधिक है वहां जिले के प्रभारी अधिकारी और जिला प्रशासन जनसहयोग लेकर बचाव के सभी उपाय सुनिश्चित करें। आमजन को स्वयं आगे आकर मास्क का उपयोग करने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने, रात्रि में देर रात तक दुकान नहीं खोलने, भीड़ होने से रोकने और जनता कर्फ्यू लगाने जैसे उपाय लगाने के लिए प्रेरित किया जाए। जिला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप प्रभावी भूमिका निभाएं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आपदा प्रबंधन समिति की बैठकों के निर्णय राज्य शासन को मिल गये है। जिस पर विचार कर अनुमति दी जा रही है। कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिए प्रयासों के अंतर्गत जिलास्तरीय आपदा मेनेजमेंट ग्रुप को प्रभावी और सशक्त बनाया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि कलेक्टर्स देखें कि कहीं भी बाजार और मोहल्लों को अनावश्यक रूप से बंद नहीं किया जाए। जहां जरूरी हो वहीं बंद रखने का निर्णय लिया जावे। जहां भी बंद रखा जावे वहां आवश्यक वस्तुओं फल, दूध, सब्जी आदि के परिवहन पर रोक नहीं लगाई जावे। यह कार्य निर्बाध होता रहे, लोगों को दिक्कत नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिक संक्रमण दर वाले जिलों के कलेक्टर्स से संक्रमण रोकने अपनाये गये उपायों की जानकारी ली।
कलेक्टर्स ने बताया कि त्यौहारों के कारण बाजारों में भीड़ बढ़ी थी। इसके कारण ही कोरोना के प्रकरण पुन: बढ़ने लगे हैं। प्रदेश में अलग-अलग जिलों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की दर अलग-अलग है। परन्तु इन्दौर, भोपाल, विदिशा, रतलाम, ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, अशोकनगर तथा धार जिलों में यह दर अधिक है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इन जिलों में प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और आम जनता से गंभीरतापूर्वक कोविड गाईड लाइन का पालन करने का संकल्प लेने और आवश्यक प्रतिबंध लगाने के लिये कहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुछ जिलों में संक्रमण रोकने के लिए नवाचार किए हैं। उज्जैन कलेक्टर ने आमजन को मास्क के महत्व से अवगत करवाने के लिए रोको-टोको अभियान चलाया है जिससे संक्रमण के नियंत्रण में आसानी होगी। धार कलेक्टर ने भी उद्योगपतियों और व्यापारियों से स्वैच्छिक सहयोग प्राप्त किया है। जनता कर्फ्यू के नाम से रात्रिकालीन कर्फ्यू की व्यवस्था प्रशंसनीय है। जनता स्वयं जागरूक रहे तो प्रकरण नहीं बढ़ेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में नए कोरोना प्रकरणों में 85 प्रतिशत शहरी क्षेत्र से और 15 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र से आए हैं। शहरी क्षेत्रों में भीड़भाड़ अधिक रहती है। अत: शहरों में सुरक्षित दूरी बनाने की आवश्यकता अधिक है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं से अपील की कि युवा लापरवाही नहीं करें। कोरोना से बचाव के सभी उपायों को अपनाएं। क्योंकि कोविड के कुल रोगियों में युवाओं का प्रतिशत अधिक है। जबकि बुजुर्ग सावधानी बरत रहे हैं। इसलिए उनका प्रतिशत 10 है।
बैठक में बताया गया कि नये प्रकरणों में पुरुषों के 69 प्रतिशत तथा महिलाओं के 31 प्रतिशत प्रकरण आये है। महिलाएं कोविड की गाईड लाइन का अधिक सतर्कता के साथ पालन कर रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपील की, प्रदेश के प्रत्येक नागरिक का जीवन और स्वास्थ्य अनमोल है। इसलिए जब तक दवा और वैक्सीन नहीं तब तक बचाव के उपाय अपनाना बहुत आवश्यक है। जरा भी लापरवाही और ढ़िलाई नहीं होने दी जाए। सभी नागरिक मास्क लगायें, आपस में दूरी बनाये रखें। भीड़भाड़ नहीं करें।