दमोह, 31 जनवरी । मध्यप्रदेश के दमोह जिले की पथरिया विधानसभा क्षेत्र की बसपा विधायक श्रीमती रामबाई सिंह ने ओपन स्कूल की दसवीं की परीक्षा दी थी, जिसमें वे एक विषय में फेल हो जाने के कारण उत्तीर्ण होने से वंचित रह गई।
अपनी कार्यप्रणाली के लिए चर्चित रहने वाली प्रदेश के पथरिया विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती रामबाई ने शिक्षा ग्रहण करने के उद्देश्य ओपन स्कूल के माध्यम से दसवीं की परीक्षा दमोह के शासकीय जेपीबी कन्या शाला के परीक्षा केंद्र पर दी थी, जिसमें उनके द्वारा सभी विषयों पर उपस्थित होकर प्रश्न पत्र हल किए थे। लेकिन इन प्रश्न पत्रों में विज्ञान विषय में उन्हें उत्तीर्ण होने लायक अंक भी प्राप्त हुए और वे दसवीं की परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर सकी। अब उन्हें एक बार फिर विज्ञान विषय की परीक्षा देकर 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण के लिए प्रयास करना होगा।
बसपा विधायक राम बाई ने खुद को बताया था ‘मंत्रियों का बाप’, वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल
कमलनाध के मुख्यमंत्री बनने पर राज्य की 230 सीटों में से कांग्रेस की 114, बसपा की दो, सपा की एक और निर्दलीय चार विधायकों के समर्थन से कांग्रेस को कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल था।
इसी दौरान पथरिया विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की विधायक राम बाई ने एक बार फिर विवादित बयान दिया था । इस कथित बयान में उन्होंने खुद को राज्य की कमलनाध सरकार के मंत्रियों का बाप बताया है। बसपा विधायक रामबाई का गणतंत्र दिवस के दिन वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था ।
इस वीडियो में वे मंत्री न बनाए जाने के सवाल पर कह रही हैं कि, “मंत्री बन जाएंगे तो अच्छा काम करेंगे और नहीं बनेंगे तो भी अच्छे काम करेंगे, विधायक बनना था सो बन गए, अब मुख्यमंत्री को मंत्री बनाना होगा तो बनाएंगे, नहीं बनाना हो तो नहीं बनाएंगे, वैसे हम मंत्रियों के बाप हैं।”
राज्य की 230 सीटों में से कांग्रेस की 114, बसपा की दो, सपा की एक और निर्दलीय चार विधायकों के समर्थन से कांग्रेस को कुल 121 विधायकों का समर्थन हासिल था।
मंत्री न बनाए जाने से राम बाई काफी नाराज थी और लगातार विवादित बयान देती रहीं । पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि राज्य में भी कांग्रेस सरकार की कर्नाटक जैसी स्थिति हो सकती है।