भोपाल, 17 मार्च । मध्यप्रदेश में चल रहे सियासी संग्राम के बीच आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर अनुरोध किया कि ‘अल्पमत’ की मौजूदा कमलनाथ सरकार द्वारा की जा रही नियुक्तियों पर रोक लगायी जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा, विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह तथा रामपाल सिंह ने अपरान्ह राजभवन पहुंचकर राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा।
इस ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस सरकार अल्पमत में हैं, ऐसे परिस्थिति में उसके द्वारा संवैधानिक पदों नियुक्तियां एवं अन्य निर्णय लिए जा रहे हैं, जिस पर रोक लगाना जरूरी है। इसमें लिखा गया है कि ‘संवैधानिक संकट के समय कोई भी महत्वपूर्ण नियुक्तियां या स्थानांतरण का अधिकार संविधान के अनुच्छेद 163 एवं 166 के तहत राज्यपाल में निहित होता है।’ इसके मद्देनजर राज्यपाल से आग्रह किया गया है कि वे कांग्रेस सरकार को निर्देशित करें कि उन अधिकारों का दुरुपयोग वर्तमान अल्पमत की स्थिति में नहीं किया जाए।
ज्ञापन में पिछले तीन दिनों में की गयी नियुक्तियों पर रोक लगाने का अनुरोध भी राज्यपाल से किया गया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि सरकार ऐसी नियुक्तियां कर रही है, जिसमें से कई संवैधानिक प्रकृति की हैं और जिनका निश्चित कार्यकाल रहता है। इसमें राज्य महिला आयोग, राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष तथा लोकसेवा आयोग के सदस्यों की नियुक्ति का जिक्र किया गया है।
इसमें आरोप लगाया गया है कि सरकार राज्यपाल के निर्देश के बाद भी बहुमत साबित करने से बचती आ रही है और इस तरह की नियुक्तियां कर रही है।
विधायकों के परिवारों पर दबाव डालने वाले अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे: शिवराज
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार का विरोध करने वाले विधायकों के परिवारों को डराने, धमकाने और प्रलोभन देने वाले लोगों को बख्शा नही जायेगा।
भाजपा की ओर से जारी विज्ञप्ति में श्री चौहान ने कहा कि उनके पास कुछ ऐसे अधिकारियों की जानकारी आ रही है, जो कमलनाथ सरकार का विरोध करने वाले विधायकों के परिवारजनों से संपर्क कर सरकार के पक्ष में खड़े होने के लिए दबाव डाल रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने प्रशासनिक कार्य करें और राजनीतिक क्षेत्र में अनैतिक दखलअंदाजी करने से बचें।