भोपाल/सागर/खरगोन 1 दिसम्बर ।मध्यप्रदेश में मतदान के बाद ईवीएम को लेकर सियासी वार तेज हो गए हैं। राज्य के विभिन्न स्थानों पर बने स्ट्रांगरूम की सुरक्षा पर कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं। कांग्रेस ने भोपाल के स्ट्रांगरूम के बाहर लगी एलईडी के बंद होने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए निर्वाचन आयोग में शिकायत की तो दूसरी ओर सागर में शुक्रवार को ईवीएम के पहुंचने पर हंगामा किया। निर्वाचन अधिकारी गड़बड़ी की आशंका को हालांकि नकार रहे हैं।
भोपाल के विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम मशीनों को पुरानी जेल के परिसर में रखा गया है, मगर शुक्रवार की सुबह अचानक स्ट्रांगरूम के बाहर लगी एलईडी अचानक बंद हो जाने से हड़कंप मच गया। कांग्रेस ने गड़बड़ी की आशंका जताई है, वहीं प्रशासन ने बिजली गुल होने की बात कही है।
बताया गया है कि शुक्रवार सुबह आठ बजे अचानक स्ट्रांगरूम के बाहर चलने वाली एलईडी स्क्रीन बंद हो गई। इस एलईडी पर स्ट्रांगरूम में रखी ईवीएम मशीनों को बाहर से देखा जा सकता है। स्क्रीन के बंद होते ही वहां मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऐतराज जताया, साथ ही ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया। लगभग डेढ़ घंटे तक एलईडी बंद रही।
एलईडी स्क्रीन बंद होने की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी सुदाम खाडे मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया, साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं से चर्चा की।
खाडे ने संवाददाताओं से कहा कि बिजली गुल होने के कारण एलईडी बंद हो गई थी। यहां त्रिस्तरीय सुरक्षा प्रबंध है, किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका नहीं है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशासनिक इंतजाम से संतुष्ट किया गया।
राज्य में मतदान 28 नवंबर को हुआ था, उसके बाद वापस आई ईवीएम मशीनों को गुरुवार को पुरानी जेल में बनाए गए स्ट्रांगरूम में रखा गया था। यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने के साथ पल-पल की स्थिति दिखाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कैमरों को बाहर लगी एलईडी से जोड़ा गया है। इस तरह भीतरी स्थिति को बाहर बैठकर आसानी से देखा जा सकता है।
शाम को सागर से ईवीएम के मतदान के 48 घंटे बाद मुख्यालय पर पहुंचने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए। कांग्रेस का आरोप है कि ये मशीनें खुरई विधानसभा क्षेत्र से आई हैं, जहां से प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। जिस वाहन में ये मशीनें पहुंचीं, उस पर नंबर भी नहीं है, इसलिए संदेह हो रहा है।
कांग्रेस के प्रवक्ता संदीप सबलोक ने बताया कि ये मशीनें बस से आई, इन्हें परीक्षण के बाद जिलाधिकारी के कार्यालय में स्थित कोषालय के स्ट्रांगरूम में रखा गया। देर से मशीन लेकर पहुंचने वाले अफसरों को बर्खास्त किया जाए।
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया, “चुनावी कार्य में लगे सभी जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकरियों से अपील है कि वे लोकतंत्र के महापर्व के अवसर पर मतगणना तक निष्पक्षता का आचरण करें। हमें कुछ अधिकरियों के खिलाफ शिकायत मिली है।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि सभी कांग्रेसजन, कांग्रेस प्रत्याशियों से अपील है कि 11 दिसंबर को मतगणना तक स्ट्रांगरूम व ईवीएम पर निगरानी रखें, विशेष सावधानी रखें। कांग्रेस की सरकार बननी तय है।
गृहमंत्री की होटल में रखी रही EVM,48 घंटे बाद पहुंची:
मध्य प्रदेश के खुरई विधानसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में सागर पहुंची मशीनों को लेकर बवाल खड़ा हो गया है. मतदान खत्म होने के 48 घंटे बाद पहुंची इन मशीनों की जानकारी मिलते ही सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसियों ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सागर के कार्यालय की घेराबंदी कर ली. बिना नंबर के जिस स्कूल वाहन में यह evm पहुंची हैं उसके लिए कोई भी जिम्मेदार अधिकारी साफ-साफ जवाब नहीं दे रहा है।
आरोप है कि चुनाव में गड़बड़ी की मंशा से यह मशीनें गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के दीपाली होटल में लाकर रखी हुई थीं और यहां से उन में गड़बड़ी करते हुए गुपचुप ढंग से स्ट्रांग रूम में जमा कराया जा रहा था, लेकिन कांग्रेसियों की सजगता के चलते उनका यह प्रयास विफल कर दिया गया।
घटना की सूचना पूरे शहर में आग की तरह फैल गई. इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव गोविंद सिंह राजपूत, जिला कांग्रेस अध्यक्ष रेखा चौधरी व हीरासिंह राजपूत, खुरई विधानसभा से प्रत्याशी अरुणोदय चौबे, नरयावली विधानसभा से प्रत्याशी तथा प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र चौधरी समेत हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के आसपास डेरा डाल चुके हैं.
कांग्रेस के नेताओं ने मशीनों से छेड़छाड़ का आरोप लगाया –
कांग्रेसियों की मांग है कि इन मशीनों का भौतिक सत्यापन उनके सामने कराया जाए तथा इन मशीनों को मतगणना समाप्त होने तक अलग रखा जाए. साथ ही इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करते हुए अपराधिक मामला दर्ज किया जाए।
दूसरी तरफ, इस पूरे मामले में प्रशासन का कहना है कि यहां पहुंची ईवीएम मशीन रिजर्व कैटिगरी की थीं, जो स्टाफ की कमी के कारण सागर में बनाए गए स्ट्रांग रूम के वेयरहाउस में निर्धारित समय पर नहीं पहुंचाई जा सकीं. प्रशासन ने घटना की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है. मशीनों को कांग्रेस के प्रतिनिधियों के सामने जांच के बाद कलेक्टर कार्यालय में बने ट्रेजरी के स्ट्रांग रूम में रखने के निर्देश दिए गए हैं।
खरगोन में स्ट्रांग रूम के बाहर कांग्रेस का हंगामा, EVM में हेराफेरी का आरोप
स्ट्रांग रूम परिसर क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी रवि जोशी और उनके कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार रात हंगामा कर दिया।जोशी ने आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ताओं से सूचना मिली कि कॉलेज परिसर में कुछ खराब मशीनों को बाहर से लाकर परिसर में अंदर किया गया है ।एक वाहन में इन्हें लाया गया ।
यह सूचना प्रत्याशी जोशी को मिलते ही वे अपने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ कॉलेज परिसर पहुंच गए। उल्लेखनीय है कि पीजी कॉलेज परिसर में ही स्ट्रांग रूम बनाया गया है।यहां पर सभी विधानसभाओं की ईवीएम सुरक्षित रखी गई हैं।वहीं सतना में भी स्ट्रांग रूम में एक बॉक्स लाने पर हंगामा आरंभ हो गया। देर रात तक बड़ी संख्या में लोग बाहर जमा हो गए थे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे।
इस घटनाक्रम में प्रत्याशी जोशी ने वर्तमान भाजपा सरकार और कुछ अधिकारियों पर सांठगांठ होने और ईवीएम में हेरा फेरी का आरोप लगाया है ।जोशी ने बताया कि उनके एक कार्यकर्ता ने सूचना दी कि एक वाहन में ईवीएम मशीनों को रख कर कॉलेज परिसर के अंदर किया गया ।
पूछने पर बताया गया कि यह खराब हो चुकी मशीन है जिन्हें रखा जा रहा है। जोशी ने सवाल किया कि आखिर देर रात ही यह मशीन कहां से और क्यों लाई गई। उन्होंने यह भी पूछा कि आखिर यह किसके हस्ताक्षर से मशीनें यहां लाई गई हैं ।रात लगभग 10:30 बजे तक कोई भी अधिकारी स्ट्रांग रूम क्षेत्र पीजी कॉलेज नहीं पहुंचा ।
जोशी ने चेतावनी दी है कि उन्हें गंभीरता से समझाएं कि आखिर यह मशीन कहां से लाई गई और क्यों यह रखी गई ।उनका आरोप है कि यह कोई वर्कशॉप नहीं है जहां खराब मशीनों को लाया जाए ।यहां जिला कांग्रेस अध्यक्ष झूमा सोलंकी भी मौके पर पहुंच गई।कलेक्टर को बुलाने की मांग करते हुए जोशी,सोलंकी व कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी एमएल कनेल ने कहा कि भीकनगांव से मशीनें वेयर हाउस में रखने के लिए लाए हैं। वेयर हाउस पीजी कॉलेज में ही बनाया गया है। उन्होंने कहा कि रिटर्निंग अधिकारी की लगातार व्यस्तता से ईवीएम लाने में समय हुआ।
सागर के मामले में कार्यवाही:
वोटिंग के 48 घंटे बाद शुक्रवार शाम गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के क्षेत्र खुरई विधानसभा की 34 ईवीएम मशीनें स्ट्रांग रूम में जमा होने पर खुरई के रिटर्निंग ऑफिसर संजय जैन का कहना है कि मतदान के बाद पर्याप्त फोर्स न होने से मशीनों को तुरंत जमा नहीं करा पाए। इसलिए शुक्रवार को जमा कराने के लिए स्ट्रांग रूम भेजा गया।
आयोग को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा
अब तक रिटर्निंग ऑफिसर की लापरवाही सामने आई है। निर्वाचन आयोग को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
- आलोक कुमार, जिला निर्वाचन अधिकारी, सागर
गलती हुई है
गलती हुई है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
- मनोहर दुबे, कमिश्नर सागर
अलग-अलग रखी थीं मशीनें
दो अनयूज और दो यूज मशीनें अलग-अलग रखी थीं।
- बीएल कांताराव, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
शुजालपुर मामले में चारों अधिकारी निलंबित:
शुजालपुर में 27 नवंबर को ईवीएम व वीवीपैट लेकर होटल में जाने वाले चार अधिकारी-कर्मचारी को चुनाव आयोग ने निलंबित कर दिया है। साथ ही उन पर तीन माह के अंदर वैधानिक कार्रवाई करने के निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारी को दिए हैं।