भोपाल, 15 मार्च । मध्यप्रदेश विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने कृषि विभाग में नियुक्ति के लिए प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) की ओर से कुछ समय पहले आयोजित परीक्षाओं में गड़बड़ियों का मामला उठाते हुए इसे ‘व्यापमं टू’ निरुपित किया और इस मामले में सुनवायी नहीं होने का आरोप लगाते हुए बहिर्गमन किया।
शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ गोविंद सिंह और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने यह मामला उठाते हुए कहा कि यह प्रदेश का दूसरा व्यापमं कांड है। दस लोगों की नियुक्ति की गयी हैं, जिसमें गड़बड़ियां हुयी हैं। श्री पटवारी ने कहा कि यह पक्ष विपक्ष का मामला नहीं है। इसके साक्ष्य भी सामने आए हैं। इस मामले में सरकार चुप है।
इस मामले को लेकर अनेक सदस्य एकसाथ भी बोलते हुए देखे गए। डॉ सिंह ने कहा कि पीईबी की ओर से आयोजित परीक्षा में गड़बड़ियां हुयी हैं। इस मुद्दे पर ध्यानाकर्षण सूचना दी गयी है, जिस पर सदन में चर्चा होना चाहिए।
अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सदस्यों से शांत होने और कार्यवाही आगे बढ़ाने में सहयोग करने का अनुरोध करते हुए कहा कि वे इस मुद्दे पर अलग से उनसे चर्चा करें। इसके बावजूद कांग्रेस सदस्य एकसाथ बोलते रहे और श्री सिंह तथा श्री पटवारी की घोषणा पर कांग्रेस सदस्य बहिर्गमन कर गए।
शून्यकाल में ही कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक पी सी शर्मा ने निकट भविष्य में राज्य में होने वाले नगरीय और स्थानीय निकाय चुनावों से संबंधित मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण का मामला उठाया और कहा कि मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण कार्य ढंग से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बात राज्य निर्वाचन आयोग तक पहुंचाना चाहिए। इस बात का सत्तारूढ़ दल भाजपा के रामेश्वर शर्मा और अन्य सदस्यों ने भी समर्थन किया।
शून्यकाल में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इंदौर जाकर बार बार भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात करते हैं। उन्हें यह कार्य ग्वालियर जाकर भी करना चाहिए। श्री वर्मा ने कहा कि ग्वालियर में भूमाफिया सबसे ज्यादा हैं।
भाजपा के दिनेश राय ने सिवनी जिले में नहर निर्माण संबंधी मामला उठाते हुए कहा कि वहां पर ठेकेदार काम बंद कर भाग गया है। उसे अतिरिक्त भुगतान हुआ है। इस मामले की जांच में दो अधिकारी निलंबित हुए हैं, लेकिन बड़े अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। कोई मेल्टाना कंपनी है, जिमें ‘मैडम जुलानिया’ पार्टनर हैं। उन्होंने ठेकेदार और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की।
इसके पहले प्रश्नकाल में एक सदस्य मेवाराम जाटव ने भिंड और मुरैना जिले में किसानों द्वारा बाजरा और मक्का आदि उपज सहकारी समितियों को बेचने का मामला उठाते हुए कहा कि किसानों को भुगतान उनके विधानसभा में प्रश्न उठाने के बाद हुआ। इसके अलावा उन्होंने गोहद क्षेत्र में गेंहू की फसल सूखने का मामला उठाते हुए कहा कि इस वजह से वहां पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। इसके साथ ही वे अध्यक्ष के आसन के समीप पहुंचकर जमीन पर बैठ गए। वरिष्ठ कांग्रेस विधायक डॉ गाेविंद सिंह ने श्री जाटव को समझाया और वे उठकर अपने आसन पर पहुंचे।