मुरैना( मध्यप्रदेश)/ भरतपुर( राजस्थान) , 14 जनवरी । मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में कथित रूप से जहरीली शराब के सेवन से आज चौथे दिन मृतकों की संख्या बढ़कर 24 तक पहुंच गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार कल देर रात तीन लोगों ने छेरा गांव के खेतों में पड़ी जहरीली शराब का सेवन किया और रात में हीं उनकी तबियत बिगड़ने के बाद तीनों की मौत हो गई है। इस तरह 24 ग्रामीण आज शाम तक जहरीली शराब के सेवन से अपनी जान गवां चुके हैं।
वहीं ग्रामीणों की मदद से जिला प्रशासन ने ग्राम छेरा के आसपास सरसों के खेतों और अन्य स्थानों पर शराब माफिया द्वारा छिपाकर रखी गई अवैध अंग्रेजी और देशी शराब तथा उसे बनाने के उपयोग में आने वाले केमिकल्स और अन्य उपकरण भी बरामद किये हैं।
विशेष जांच दल ने जहरीली शराब से हुयी मौत की घटना का लिया फीडबैक
मुरैना जिले में कथित रूप से जहरीली शराब के सेवन से हुयी मौत की घटनाओं के मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल ने आज यहां पहुंचकर अधिकारियों से इस घटना का फीडबैक लिया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इसके बाद विशेष जांच दल जौरा विकासखंड के ग्राम छैरा, मानपुर पहुंचकर घटना स्थल का मौका मुआयना किया। तीन सदस्यीय दल में अपर मुख्य सचिव ग्रह विभाग भोपाल डॉ राजेश राजौरा, सदस्य के रूप में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अ.अ.वि. पुलिस मुख्यालय ए सांई मनोहर और उप पुलिस महानिरीक्षक मिथलेश शुक्ला ने ग्राम छैरा, मानपुर में पहुचंकर पीडित परिवारों से रूबरू हुये और परिवारों की बैकग्राउण्ड की जानकारी ली तथा ग्रामीणों से अवैध शराब के विक्रय के बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की और साक्ष्य जुटाये।
इस अवसर पर चंबल ग्वालियर कमिश्नर आशीष सक्सेना, आईजी मनोज शर्मा, नवागत पुलिस अधीक्षक सुनील पांडे, अपर कलेक्टर, एसडीएम सहित राजस्व एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
मुरैना में कल जहरीली शराब के सेवन से मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई थी:
मुरैना से13 जनवरी की रिपोर्ट है कि ,जिले में कथित रुप से जहरीली शराब के सेवन से तीसरे दिन मृतकों संख्या 14 से बढ़कर 22 हो गई है, जबकि 18 लोगों का उपचार ग्वालियर और मुरैना के अस्पतालों में किया जा रहा है। लेकिन आधिकारिक तौर पर 20 लोगों के मरने की पुष्टि की गई थी ।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार चंबल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक मनोज शर्मा और चंबल आयुक्त आशीष सक्सेना ने जहरीली शराब पीने से बीमार मुरैना के जिला अस्पताल में भर्ती 09 लोगों से मुलाकात की थी और उनसे जहरीली शराब खरीदने वालों के बारे में विस्तृत चर्चा की थी।
दोनो अधिकारियों ने बाद मीडिया से चर्चा करते हुए बताया था कि अभी तक जहरीली शराब पीने से मृतको की संख्या बीस हो गई है, जबकि 09 लोगों का ग्वालियर और 09 लोगों का उपचार मुरैना के अस्पतालों में किया जा रहा है।
उधर, अस्पताल सूत्रों ने दो अन्य लोगों के भी मरने की पुष्टि की और इन्हें मिलाकर मृतकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई । दोनों ही अधिकारियों ने जिला अस्पताल में भर्ती एक आरोपी से भी बंद कमरे में बात की।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने अवैध शराब विक्रय करने के मामले में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मुरैना अस्पताल में भर्ती एक आरोपी ने भी वही जहरीली शराब का सेवन किया था। पुलिस महानिरीक्षक श्री शर्मा ने कहा कि फरार पांच आरोपियों की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक मुरैना ने पांच-पांच हजार रुपये का इनाम घोषित किया।
मुरैना जिले की घटना के मामले में कलेक्टर और एसपी को हटाने के निर्देश
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुरैना जिले में जहरीली शराब के सेवन के कारण एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत के मामले में आज वहां के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने के निर्देश दिए।थे।
श्री चौहान ने यहां इस संबंध में उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा के बाद यह निर्देश दिए। बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस और पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी भी मौजूद थे।
मुरैना में जहरीली शराब से हुयी मौत के मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित
मध्यप्रदेश सरकार ने मुरैना जिले में कथित रुप से जहरीली शराब से हुयी मौत के मामलों की जांच के लिए आज तीन सदस्यीय एक जांच दल का गठन किया था ।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजोरा को अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा पुलिस मुख्यालय भोपाल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए़ साई मनोहर और पुलिस मुख्यालय भोपाल में उप पुलिस महानिरीक्षक ट्रेनिंग मिथिलेश शुक्ला को इस विशेष जांच दल का सदस्य बनाया गया ।
शिवराज के निर्देश के बाद मुरैना में कलेक्टर और एसपी बदले गए
जिले में जहरीली शराब पीने से लगभग 20 ग्रामीणों की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश के बाद आज मुरैना जिले में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को बदल दिया गया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुरैना जिला कलेक्टर अनुराग वर्मा को हटाकर उन्हें भोपाल स्थित राज्य मंत्रालय में उप सचिव पदस्थ किया गया। उनके स्थान पर डिंडोरी कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन को मुरैना कलेक्टर पद की जिम्मेदारी सौंपी गयी ।
सुशील कुमार पांडे मुरैना जिले के नए पुलिस अधीक्षक
इसी प्रकार मुरैना पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया का तबादला कर उन्हें पुलिस मुख्यालय भोपाल में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदस्थ किया गया है और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी सुशील कुमार पांडे को मुरैना जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) पद की जिम्मेदारी सौंपी ।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार श्री पांडे अभी तक भोपाल स्थित विशेष सशस्त्र बल की 25वीं वाहिनी के सेनानी के रूप में पदस्थ थे।
मुरैना के आबकारी उप निरीक्षक दिनेश कुमार निगम निलंबित
मुरैना में शराब पीने से हुई मौतों की घटना के मामले में आबकारी उप निरीक्षक मुरैना दिनेश कुमार निगम को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार दिनेश निगम को प्रथम दृष्टि में पर्यवेक्षण एवं नियंत्रण में कमी तथा अपने कर्त्तव्यों के निर्वहन में उदासीनता बरतने का दोषी पाया गया है। आबकारी आयुक्त राजीव दुबे ने श्री निगम को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिये हैं। निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय श्योपुर रहेगा ।
जहरीली शराब पीने से राजस्थान में मृतकों की संख्या पहुंची सात
इधर राजस्थान के भरतपुर में रूपवास के चकसामरी गाव में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या अब सात जा पहुची है।
जहरीली शराब पीने से गम्भीर रूप से बीमार तीन व्यक्तियों ने बीती रात यहां अस्पताल में दम तोड़ दिया जिससे गाव में हाहाकार मच गया है।
पदमसिंह नाई (50) , वासुदेव कुशवाहा (33) तथा मांगीलाल निवासी तेजनगर ने गत रात दम तोड़ा जबकि संतोष 40 वर्ष, लल्लू 22 वर्ष तथा रविप्रकाश 25 वर्ष को उपचार के लिए जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया है।
गौरतलब है कि पीतम, मांगीलाल, कम्पोटर तथा रामजीत के पहले ही दम तोड़ देने के बाद इस शराब दुखांतिका में अब तक सात जनो की मौत हो चुकी है।
कल हुई थी भरतपुर जिले में जहरीली शराब से दो लोगों की मौत
कल राजस्थान के भरतपुर जिले में रूपवास थाना क्षेत्र के उत्तरप्रदेश से सटे चक सामरी गांव में जहरीली शराब पीने से सरपंच के भाई सहित दो लोगों की मौत हो जाने तथा आठ लोगों की आंखों की रोशनी चले जाने का मामला सामने आया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आठ लोगों की हालत खराब होने पर उन्हें भरतपुर के आरबीएम अस्पताल भेजा गया है। मामले की जानकारी के बाद थानाधिकारी जमील खान ने जाप्ते के साथ गांव में पहुंचकर हालात का जायजा लिया। प्रशिक्षु आईपीएस सुमित महेरना ने कार्रवाई करके गांव से करीब 12 कार्टन हथकड़ शराब जब्त की है।