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मध्यप्रदेश में फिर भारी बारिश की चेतावनी, सभी नदियां उफान पर, 28 बड़े बांधों में से 10 लबालब, कुछ नदियां खतरे के निशान पर attacknews.in

भोपाल, 10 अगस्त । मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित होने के बीच शनिवार को वर्षा में कमी दर्ज की गई। हालांकि, प्रदेश में मानसून के तीन दिन बाद फिर से अधिक सक्रिय होने की संभावना है।

भोपाल में बड़े तालाबों का जलस्तर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद भदभदा स्थित बांध के दो फाटक शनिवार सुबह खोल दिये गए। इसके अलावा, प्रदेश के कुछ अन्य जलाशयों के फाटक भी खोल दिये गए हैं।

मौसम विभाग के भोपाल कार्यालय के अधिकारी उदय सरवटे ने  बताया कि मौसम पूर्वानुमानों के मुताबिक गुजरात से सटे मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में मौसम रविवार सुबह तक भारी वर्षा हो सकती है। उन्होंने बताया कि पश्चिम मध्यप्रदेश के अलीराजपुर, रतलाम, धार, झाबुआ, बड़वानी, नीमच और मंदसौर जिलों में भारी वर्षा हो सकती है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में इंदौर और उज्जैन जिलों के कई स्थानों पर हल्की बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इसी तरह भोपाल, होशंगाबाद और जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभागों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या गरज के साथ बारिश हो सकती है। इसके अलावा ग्वालियर और चंबल संभागों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।

उन्होंने बताया कि अलीराजपुर जिले में भाभरा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह 8.30 बजे और शनिवार सुबह 8.30 के बीच प्रदेश में सर्वाधिक 190 मिमी बारिश दर्ज की गई।

सरवटे ने कहा कि मध्यप्रदेश में मानसून के तीन दिन बाद फिर से अधिक सक्रिय होने की संभावना है।


मध्यप्रदेश में अधिकांश स्थलों पर हो रही बारिश के चलते सभी प्रमुख नदियां एवं बरसाती नाले उफान पर हैं, 10 बड़े बांध पानी से लबालब हो गए हैं और इनसे अतिरिक्त पानी की निकासी की जा रही है।


जल संसाधन विभाग के प्रवक्ता के अनुसार प्रदेश के 28 बड़े बांधों में से दस बांध पानी से लबालब हो गए हैं और इन बांधों से कल से पानी छोड़ा जा रहा है, जो आज भी जारी है।


जबलपुर जिले में स्थित बरगी बांध के 21 में से 15 गेट खोलकर कल दोपहर से पानी की निकासी की जा रही है, आज दोपहर साढ़े बारह बजे तक कुल एक लाख 15 हजार 303़ 47 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। इससे नर्मदा नदी नरसिंहपुर, होशंगाबाद, और खरगोन में खतरे के निशान से ऊप्र बह रही है।


इसी प्रकार रेतम बैराज (मंदसौर) से दोपहर तक कुल 70630 क्यूसेक, राजगढ जिले के मोहनपुरा बांध से कुल 26274़ 36 क्यूसेक, कुंडालिया बांध से कुल 77693 क्यूसेक, झाबुआ जिले के माही बांध से 8 गेट खोलकर कुल 66462़ 83 क्यूसेक, अशोकनगर जिले के राजघाट बांध के 18 गेट खोल कर कुल 16308़ 47 क्यूसेक, मंदसौर जिले के काका साहब गाडगिल जलाशय से नौ में से 7 गेट खोलकर 15715़ 17 क्यूसेक, खंडवा जिले के सुखता बांध से दो गेट खोलकर 2945़ 27 क्यूसेक, रतलाम जिले के ढोलावाड़ बांध से 2204़ 36 क्यूसेक और गुना जिले के गोपीकृष्ण बांध से दोपहर तक कुल 999़ 77 क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है।


इन जलाशयों से कल दोपहर से अतिरिक्त पानी की निकासी के कारण पार्वती नदी गुना में खतरे के निशान से ऊपर, टमस नदी सतना जिले के मैहर में, बेतवा नदी रायसेन में, केन नदी पन्ना में तथा चंबल नदी नागदा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।


राजधानी भोपाल में बड़ा तालाब के लबालब होने पर आज सुबह साढ़े आठ बजे भदभदा बांध के दो गेट खोलकर अतिरिक्त पानी छोड़ा गा और तीन घंटे बाद गेट बंद कर दिए। बड़ा तालाब की पूर्ण भराव क्षमता 1666़ 80 फीट है और वर्तमान में इसका जलस्तर 1666 फीट पर बना हुआ है।


लगभग समूचे मध्यप्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच आज राजधानी भोपाल में भी दो साल बाद भदभदा बांध के दो गेट खोले गए। 


राजधानी भोपाल के बड़े तालाब की जलभराव क्षमता पूरी होने के चलते आज सुबह भदभदा बांध के दो गेट खोले गए। इसके पहले साल 2017 में इस बांध के गेट खोले गए थे। राजधानी भोपाल में हालांकि आज सुबह से रुक-रुक कर धूप खिल रही है और कल रात से बारिश भी बंद है।


जबलपुर के बरगी बांध के भी 21 में से 15 गेट कल खोले गए। इसके बाद रायसेन जिले में भी नर्मदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है। रायसेन जिले में बारना नदी का पानी भी पुलिया से दो फीट ऊपर बह रहा था, जिससे रायसेन से सागर का सड़क मार्ग बाधित हो गया। रायसेन से भोपाल, जबलपुर और विदिशा मार्ग भी नदी नालों के उफान से अवरुद्ध है।


बड़वानी जिले में सरदार सरोवर बांध के डूब में आने वाले 12 गांवों के 80 परिवारों को जिला प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है।


बुरहानपुर में ताप्ती नदी खतरे के निशान 220़ 800 मीटर से 6 मीटर ऊपर 226 मीटर पर बह रही है, जिससे हथनूर बांध के सभी 41 गेट खोल दिए गए हैं। इस कारण गुजरात के सूरत जिला प्रशासन को भी अलर्ट कर दिया गया है। 


मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते जिला प्रशाासन ने समस्त सरकारी एवं निजी स्कूल में आज अवकाश घोषित किया है। झाबुआ में सभी नदी नाले में बाढ की स्थिति पैदा होने से आसपास के कई गांवों और शहरों का संपर्क टूट चुका है।


उज्जैन एवं आसपास के क्षेत्र में वर्षा की तीव्रता के मद्देनजर आज वहां भी जिला प्रशासन ने स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया । वहीं मंदसौर में भी आज जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की ।


स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक प्रदेश में मानसून के सक्रिय रहने के साथ द्रोणिका (मानसून ट्रफ) पश्चिम मध्यप्रदेश तथा जबलपुर से गुजर रहे हैं। इससे आज भी कहीं कहीं भारी बारिश हो सकती है। 11 या 12 अगस्त से वर्षा की गतिविधियाें में कमी आ सकती है।

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Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

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