नईदिल्ली 04 मई । कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लाकडाउन के तीसरे चरण की शुरूआत शराब के शौकीनो के लिये उत्साह से लबरेज रही।
लखनऊ,कानपुर और गाजीपुर समेत राज्य के अधिसंख्य इलाकों में शराब की दुकाने खुलने से पहले ही लंबी कतारें लगनी शुरू हो गयी। सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराने के लिये रविवार शाम से ही मदिरा की दुकानों के बाहर गोले पेंट होने शुरू हो गये थे। दुकानों के खुलने का समय सुबह दस बजे निर्धारित था लेकिन इससे काफी पहले ही लोग उन गोंलो पर कब्जा करना शुरू कर चुके थे।
सरकार ने अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) पर शराब की बिक्री सुबह दस बजे से शाम सात बजे के बीच करने के निर्देश दिये हैं। निर्धारित कीमत से अधिक वसूल करने वाले दुकानदारो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इससे पहले आशंका व्यक्त की गयी थी कि लाकडाउन के दौरान रोजगार घटने का सीधा असर शराब की बिक्री पर होगा जिससे आबकारी विभाग के जरिये राजस्व में इजाफे की सरकार की मंशा को झटका लगेगा लेकिन शराब के शौकीनों ने सभी आशंकाओं की निर्मूल साबित करते हुये कतारबद्ध होकर बड़ी संख्या में शराब की बोतलें खरीदी।
इस दौरान कुछ जगहों पर मारपीट और शोरशराबे की छिटपुट घटनायें हुयी जिससे नियंत्रित करने के लिये पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा लेकिन अधिसंख्य स्थानों पर लोगों ने संयम का परिचय देते हुये अपनी बारी का इंतजार किया और वाजिब कीमत अदा कर गला तर करने की सामग्री खरीदी।
उधर शराब की बिक्री के खिलाफ भी लोगों ने आवाज उठायी। लोग सरकार के इस निर्णय पर प्रश्न चिह्न लगा रहे हैं, वहीं शराबियों को लेकर फेसबुक और व्हाट्सएप पर चुटकुलों का दौर शुरू हो गया है।
कानपुर में शराब की दुकानों में सुबह से लग गई लाइन
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रेड जोन में भी सोमवार से शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति दिये जाने के बाद उत्तर प्रदेश के कानपुर में सुबह से ही शराब दुकानों पर लम्बी लाइन लगी शुरू हो गयी थी।
लोगों की लंबी लाइन और भीड़ को संभालने के लिए तथा सोशल डिस्टेंसिंंग बनाये रखने के लिये पुलिस को माेर्चा संभालना पड़ा।
छत्तीसगढ़ में शराब की दुकानों पर उमड़ा सैलाब
शराब की आज से घऱ पहुंच सेवा शुरू करने वाले देश के सर्वाधिक खपत वाले राज्यों में शुमार छत्तीसगढ में शराब की दुकाने खुलते ही लोगो का सैलाब उमड़ पड़ा है।कई दुकानों पर एकःएक किलोमीटर तक लोगो की कतारे देखी जा रही है।
राजधानी रायपुर एवं राज्यभर से मिल रही खबरों के मुताबिक 43 दिनों बाद आज शराब की दुकाने खुलने से पहले ही मदिरा प्रेमियों की कतारे लगनी शुरू हो गई थी।दुकानों का खुलने का समय सुबह आठ बजे निर्धारित किया गया है,लेकिन कुछ दुकानों पर तो लोग छह बजे ही पहुंच गए और कतार में लग गए। लोगो की उमड़ी भीड़ के चलते तमाम स्थानों पर सोशल डिस्टेसिंग दिखावा रह गई है।
शराब की दुकानों पर रही सबसे अधिक भीड
राजस्थान में सरकार द्वारा लाॅकडाउन के तीसरे चरण में शराब की दुकाने खोलने की दी गयी छुट के तहत सोमवार को अजमेर में शराब की दुकानों पर सबसे अधिक भीड रही।
अजमेर को लॉकडाउन के साथ रेड जोन में रखे जाने के बावजूद दी गई छूट के तहत खोली गई शराब की दुकानों पर उमड़ी भीड़ ने इस बात को सिद्ध कर दिया कि लॉकडाउन के बावजूद महामारी से ऊपर वे शराब प्रेमी है।
शराब के ठेके खाेलने के निर्णय पर पुनर्विचार हो: कपूर
दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं पुलिस आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव से शराब के ठेके खोलने के निर्णय पर पुनर्विचार करने और साथ ही ठेके जैसे गैर आवश्यक काम की दुकानों के बाहर लाईन लगवाने के लिये पुलिस को ड्यूटी पर लगाने पर भी पुनर्विचार करने की मांग की है।
श्री कपूर ने सर्वश्री केजरीवाल और श्रीवास्तव को संयुक्त पत्र लिखकर इस आशय की मांग की है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के सभी कोनों में शराब के ठेकों के बाहर देखी गई स्थितियों को ध्यान में रखते हुये शराब के ठेके खोलने के निर्णय और साथ ही शराब ठेके जैसे गैर आवश्यक काम की दुकानों के बाहर लाईन लगवाने के लिये पुलिस को ड्यूटी पर लगाने पर भी पुनर्विचार किया जाना चाहिए।
पत्र में कहा गया है कि मुख्यमंत्री स्थिती को समझें और दिल्ली में शराब ठेके ना खोले जायें।
आरडब्ल्यूए ने सरकार से शराब की दुकानों को खोलने के निर्णय को वापस लेने की मांग की
राजधानी में पूर्णबंदी के सोमवार से शुरु तीसरे चरण में शराब की दुकानों को खोलने की दिल्ली सरकार की अनुमति के बाद विभिन्न इलाकों में मची अफरा तफरी पर कड़ा ऐतराज़ जताते हुए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशसंस (आरडब्ल्यूए) ने इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशसंस का कहना है कि कोरोना वायरस के मामले में देश में दिल्ली तीसरे स्थान पर है और रविवार को रिकार्ड 427 मामलों के सामने आने के बाद कुल संक्रमित 4459 हो गए हैं। दिल्ली के सभी 11 जिले रेड जोन में शामिल हैं और ऐसे में शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति कतई उचित नहीं है और दुकानों को तुरंत बंद कराया जाना चाहिए।
मुंबई, महाराष्ट्र के कई शहरों में शराब की दुकान के सामने उमड़ी भीड़
शराब की दुकानों को खुलने की अनुमति मिलने की उम्मीद में सोमवार को मुंबई, पुणे और महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों में मदिरा की खुदरा दुकानों के बाहर हजारों लोगों की भीड़ देखी गयी।
राज्य के आबकारी आयुक्त कांतिलाल उमाप और अन्य शीर्ष अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि शराब की दुकानें खोलने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है। उन्होंने लोगों से खुदरा शराब विक्रेताओं की दुकान के बाहर एकत्र नहीं होने की अपील की है।