नई दिल्ली, 30 अप्रैल। एम्स ने आज राजद सुप्रीमों लालु प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर कहा कि उनकी हालत में काफी सुधार हुआ है,उन्हें अब डिस्चार्ज किया जा रहा है। इसके बाद बिहार के इस पूर्व मुख्यमंत्री ने उनके डिस्चार्ज के पीछे एक ‘ राजनीतिक साजिश ‘ का आरोप लगाया ।आज कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी एम्स में उनसे मिलने गए थे और काफी देर तक गहन मंत्रणा की थी।इधर लालू के डिस्चार्ज होने के बाद राजद कार्यकर्ताओं ने एम्स में हंगामा और तोड़फोड़ की।
राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष ने संस्थान के निदेशक को एक पत्र लिखा कि वह पूरी तरह से उबर जाने तक अपनी सुविधा पर अपना इलाज जारी रखना चाहते हैं ।
लाालू प्रसाद के डििस्चार्ज होोने के बाद समर्थकों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया ‘ ‘ एम्स के फैसले का विरोध करते हुए उनकी पार्टी ने आरोप लगाया कि वह ‘ ‘ उनकी हत्या ‘ ‘ करने के लिए उनके नेता को ‘ ‘ अस्पताल के बाहर जााने केे लिए मजबूर कर रही हैं बावजूद इसके वह विभिन्न विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हैं उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है .
हंगामा के दौरान समर्थकों ने एक शीशे का दरवाजा तोड़ा, सुरक्षा गार्ड व प्रशासन के अधिकारियों के साथ गाली-गलौज की ।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज एम्स में प्रसाद से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की ।
चारा घोटाले के सिलसिले में जेल की अवधि पूरी कर चुके राजद प्रमुख ने यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती होकर 29 मार्च को यहां विशेष इलाज के लिए अर्जी दी थी ।
एम्स ने आज एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘ लालु प्रसाद को रांची मेडिकल कॉलेज से एम्स में उनके अच्छे चिकित्सा उपचार के लिए भेजा गया था । उन्होंने काफी सुधार किया है और उनके इलाज के लिए गठित मेडिकल बोर्ड की सलाह के अनुसार उन्हें अपने पुराने मामले के इलाज के लिए रांची मेडिकल कॉलेज वापस भेजा जा रहा है । वह वर्तमान में स्थिर है और यात्रा करने के लिए फीट है ।
राजद प्रमुख को 17 मार्च को रांची में राजेंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) में भर्ती कराया गया था , जबकि उन्होंने इस दौरान उन्हें बिरसा मुंडा जेल में होनाा चाहिए था । प्रसाद 23 दिसंबर के बाद से जेल की अवधि में रह रहे हैं ।
अस्पताल के पुराने प्राइवेट वार्ड के एक वीआईपी कक्ष में रखे गए प्रसाद ने एम्स के निदेशक को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें एम्स, दिल्ली से राहत नहीं मिली और बाद में उनकी बीमारियों के समुचित इलाज के लिए सुविधाओं का अभाव होने के बाद से रिम्स वापस भेज दिया गया है ।
विभिन्न बीमारियों जैसे दिल की समस्याओं, मधुमेह, गुर्दे के संक्रमण, उच्च रक्तचाप की बात बताकर राजद सुुुप्रीमों ने निदेशक को लिखे अपने पत्र में कहा कि डॉक्टरों को कुछ व्यक्तियों या राजनीतिक दलों से दबाव के तहत कार्य नहीं करना चाहिए ।
एम्स के निदेशक से आग्रह है कि वह उसकी वसूली तक संस्थान में अपना इलाज जारी रखने की अनुमति दे, प्रसाद ने कहा कि एम्स प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया जाएगा अगर मेरे साथ कुछ होता है.
उनकी पार्टी के सांसद जय प्रकाश नारायण यादव ने आरोप लगाया कि एम्स में सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों के दबाव के तहत यह काम किया गया है ।
लगता है वहां उसे हत्या करने की साजिश रची जा रही है । यादव ने कहा कि वह अभी फीट नहीं है ।
लालू प्रसाद यादव की चिठ्ठी:
मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि बिरसा मुंडा कारागार रांची एंव रांची मेडिकल कॉलेज अस्पताल रांची में किडनी का कोई समुचित इलाज एवं देखरेख की व्यवस्था नहीं है. प्रत्येक नागरिक का यह मूलभूत संवैधानिक अधिकार है कि उसका समुचित इलाज उसके संतुष्टि के अनुसार हो. न जाने कि एजेंसी या किस राजनीतिक दबाव में मुझे यहां से एकाएक हटाने का निर्णय लिया जा रहा है. आपको मालूम हो कि मैं कस्टडी में बंदी हूं. 16 घंटे दिल्ली से रांची ट्रेन से जाने में लगता हैं.
चिकित्सक भगवान के दूसरे स्वरूप होते हैं. उन्हें किसी व्यक्ति या राजनीतिक दल के दबाव में आकर कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए. उनका प्रथम कर्तव्य होता है मरीज के स्वास्थ्य में सुधार. इसलिए जब तक मैं पूर्णरूप से स्वस्थ नहीं हो जाता, तब तक मुझे यहीं रखकर मेरा इलाज किया जाए.
अगर मुझे इस आयुर्विज्ञान संस्थान से रांची मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है और इससे मेरे जीवन पर किसी भी प्रकार का कोई खतरा उत्पन होता है तो इसकी पूरी जवाबदेही आप सबों पर होगी, यह मैं आपको सूचित कर रहा हूं.
भवदीय
लालू प्रसाद यादव
बता दें कि इससे पहले लालू यादव से मिलने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहुंचे और उनकी सेहत का हाल जाना. साथ ही दोनों नेताओं के बीच मौजूदा राजनीतिक हालातों पर भी चर्चा हुई.attacknews.in