नयी दिल्ली, आठ अगस्त । केरल के कोझिकोड अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को उसके प्राकृतिक सौंदर्य की वजह से देश के सबसे खूबसूरत हवाईअड्डों में गिना जाता है। पर शुक्रवार को वहां का दृश्य भयावह था।
एयर इंडिया एक्सप्रेस का दुबई से लौटा बोइंग 737 विमान कोझिकोड हवाईअड्डे के रनवे से फिसल कर घाटी में गिर कर दो खंड हो गया। इस हादसे में कम से कम 18 लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
एयर इंडिया की किफायती सेवाएं देने वाली अनुषंगी एयर इंडिया एक्सप्रेस ने चार साल पहले कोझिकोड अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को देश के ‘सबसे खूबसूरत हवाईअड्डे और हवाईपट्टी’ की सूची में शामिल किया था।
एयरलाइन ने 26 अगस्त, 2016 को देश के सबसे खूबसूरत रनवे और हवाईअड्डों पर ब्लॉग लिखा था। इसमें कहा गया था कि उड़ान का आनंद उस समय और बढ़ जाता है जबकि आपका स्वागत प्रकृति से भरपूर खूबसूरती से होता है। आपको लगता है कि आप अपने सपनों की जगह पर आ गए हैं।
केरल के कोझिकोड हवाईअड्डे के ‘टेबलटॉप’ रनवे (उभरे स्थल की हवाई पट्टी) पर विमान उतारना पायलटों के हमेशा से चुनौती रहा है। वहां किसी तरह की चूक या गलती के लिए गुंजाइश नहीं है।
ब्लॉग में देश के खूबसूरत हवाईअड्डों तथा हवाईपट्टी का जिक्र किया गया था। इसमें कोझिकोड के हवाईअड्डे का भी उल्लेख था।
कोझिकोड को कालीकट भी कहा जाता है।
एयरलाइन की वेबसाइट पर लिखे ब्लॉग पोस्ट में कहा गया था, ‘‘कालीकट का अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा केरल के कोझिकोड और मल्लापुरम शहरों को सेवाएं प्रदान करता है। स्थानीय लोग इसे करीपुर हवाईअड्डा भी कहते हैं, क्योंकि यह मल्लापुरम से करीब 25 किलोमीटर और कोझिकोड से करीब 28 किलोमीटर दूर करीपुर में स्थित है।’’
ब्लॉग में कोझिकोड के हवाईअड्डे के बारे में लिखा था, ‘‘यह देश के टेबलटॉप रनवे वाले तीन हवाईअड्डों में से है। पहाड़ी क्षेत्र में स्थित इस हवाईअड्डे पर विमान उतारना पायलटों के लिए हमेशा से चुनौती भरा रहा है।’’
इस ब्लॉग में जिन अन्य हवाईअड्डों का जिक्र किया गया है उनमें मिजोरम, लक्षद्वीप, लेह और शिमला शामिल हैं।
विमान हादसा: 18 लोगों की मौत की पुष्टि
केरल में कोझिकोड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे पर विमान के फिसलने से हुए हादसे में 18 लोगों की मौत और कई यात्रियों के घायल होने की शनिवार को पुष्टि की गई और इस बीच कई नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया है।
शुक्रवार रात करीब सात बजकर 40 मिनट पर कोझिकोड हवाई अड्डे पर एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान का लैंडिंग के दौरान रनवे पर फिसलकर करीब 120 फुट गहरी खाई में गिर गया था। इस हादसे में पायलट समेत 18 लोग मारे गये और कई लोग जख्मी हुए। घायलों में 23 यात्रियों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विमान हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये सहायता राशि देने की शनिवार को घोषणा की।
श्री पुरी ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख रुपये दिये जायेंगे। इसके अलावा मामूली रूप से जख्मी लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी।
उन्होंने आज घटनास्थल का दौरा किया और लोगों से दुर्घटना को लेकर किसी तरह की अटकले नहीं लगाने एवं नागर विमानन महानिदेशालय की जांच पूरी होने का इंतजार करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “ जांच से होने वाले खुलासे हमारे लिए कमियों को दूर करने के लिए सबक होंगे।” मंत्री ने विमान हादसे के मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और बचाव कार्य में शामिल स्वयंसेवकों और अधिकारियों का धन्यवाद किया।
श्री पुरी ने ढाचांगत कमियों और चालक दल की क्षमताओं पर उठ रहे सवाल को खारिज करते हुये कहा, “पायलट अनुभवी था और उसने करीब 27 बार करीपुर हवाई अड्डे पर विमान की लैंडिंग की थी।”
इस बीच, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने केरल के करीपुर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान हादसे में मृत यात्रियों के परिवारों और घायल होने वाले यात्रियों को अंतरिम सहायता राशि देने की घोषणा की है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने आज जारी विज्ञप्ति में कहा कि एयरइलाइन कानून के अनुसार उचित समय पर सहायता राशि देगा।
विज्ञप्ति के अनुसार एयर इंडिया एक्सप्रेस तत्काल राहत पहुंचाने के लिए अंतरिम सहायता राशि के रूप में 12 वर्ष या उससे अधिक उम्र के मृतक यात्री के परिवार को 10 लाख रुपये, 12 वर्ष से कम उम्र के मृतक यात्री के परिवार को पांच लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल यात्री को दो लाख रुपये और घायल यात्रियों को 50,000 रुपये प्रदान करेगा।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने विमान दुर्घटना का शिकार हुये लोगों के परिवारों और दोस्तों के लिए यात्री सूचना केंद्र स्थापित किया है और एक टोल फ्री नंबर उपलब्ध कराया है।
विज्ञप्ति के अनुसार यह टोल फ्री नंबर 1800222271 उपलब्ध कराया है।
विमान दुर्घटना: बचाव अभियान में लगे कर्मी क्वारंटीन प्रक्रिया से गुजरे: शैलजा
केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने करिपुर में कालीकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान दुर्घटना के बाद बचाव अभियान में लगे हुए स्वयंसेवक और अन्य लोगों से शनिवार को आग्रह किया कि वे सभी कोरोना वायरस (काेविड-19) के मद्देनजर क्वारंटीन प्रक्रिया से गुजरें क्योंकि इसे पहले से ही कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा चुका है।
सुश्री शैलजा ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा कि शुक्रवार शाम को विमान दुर्घटना की सूचना के बाद बड़ी संख्या में लोग दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और राहत एवं बचाव अभियान में जुट गये थे। ऐसी स्थिति में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा सकता था।
स्वास्थ्य विभाग वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से विमान से जो यात्री यहां आये थे उनकी कोविड परीक्षण की रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहा है। एक यात्री की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अन्य मृतकों की रिपोर्ट की प्रतीक्षा की जा रही है।
गौरतलब है कि कल रात करिपुर में कालीकट अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान दुर्घटना में मारे गए 18 लोगों में से एक यात्री की रिपोर्ट काेरोना पॉजिटिव आयी है।
केरल के उच्च शिक्षा मंत्री के टी जलील ने कहा कि यात्री की पहचान सुधीर वैरियात के रूप में हुई है जो विमान में सवार था और उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आयी है। श्री जलील ने कहा कि उसका शव एमआईएमएस अस्पताल में रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्री ने करिपुर हवाई में राहत एवं बचाव अभियान में लगे हुए सभी स्वयंसेवकों और अधिकारियों को सलाह दी कि वे सभी क्वांरटीन प्रक्रिया से गुजरें।
उन्होंने कहा कि जो भी बचाव मिशन में शामिल हैं वे सभी स्वास्थ्य विभाग की हेल्पलाइन नंबर दिशा- 1056, 0471 2552056, 0483 2733251, 2733252, 2733253, 0495 2376063, 2371471, 2373901 पर संपर्क करें और अपना पूरा विवरण सौपें।