कोच्चि, 26 नवंबर। कोच्चि पुलिस ने मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई और उसके समूह को सूचित किया कि अगर वे सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर के दर्शन करने जाती हैं तो उन्हें पुलिस द्वारा कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की जाएगी।
हालांकि, तृप्ति देसाई ने दावा किया कि वह और उनका समूह बिना पुलिस की सुरक्षा के भी मंदिर जाएगा। तृप्ति देसाई को सुरक्षा नहीं देने का फैसला पुलिस ने कानूनी सलाह करने के बाद लिया है।
अपर आयुक्त के पी फिलिप ने कहा कि तृप्ति देसाई के एयरपोर्ट लौटने के दौैरान पुलिस की सुरक्षा प्रदान कराई जाएगी।
त्रुप्ति देसाई ने सुरक्षा नहीं दिए जाने पर पुलिस से लिखित में देने को कहा
भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक तृप्ति देसाई ने मंगलवार को सबरीमाला के अयप्पा मंदिर में प्रवेश नहीं दिए जाने पर पुलिस से एक लिखित बयान की मांग की है।
सुश्री देसाई ने कहा कि पुलिस एक बार उन्हें अपना रूख लिखित में स्पष्ट कर दे तो वे वापस लौट जाएंगी।
सबरीमाला कर्मा समाति ने प्रदर्शन खत्म किया
इधर सबरीमाला कर्मा समाति ने सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई सहित छह महिलाओं को अयप्पा मंदिर में नहीं घुसने देने के पुलिस के आश्वासन देने के बाद अपना प्रदर्शन खत्म कर लिया।
इससे पहले इन कार्यकर्ताओं ने दावा किया था कि वह कोच्चि पुलिस आयुक्त दफ्तर के सामने तब तक प्रदर्शन करेंगे जब तक सुश्री देसाई मंदिर जाने की मांग से पीछे नहीं हट जाती।
पुलिस आयुक्त दफ्तर के सामने भारी तादाद में कार्यकर्ता यह जानने के लिए एकत्रित हुए कि सुश्री तृप्ति और अन्य लोग यहां दफ्तर में मौजूद हैं या नहीं।
तृप्ति के साथ आयीं अम्मीनी पर मिर्च पाउडर से हमला
केरल के काेच्चि में मंगलवार को सबरीमला में अय्यप्पा मंदिर में दर्शन के लिए सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई के साथ आयी छह महिलाओं में से एक कन्नूर विश्वविद्यालय की लेक्चरर बिंदू अम्मीनी पर पुलिस आयुक्त कार्यालय के परिसर में मिर्च पाउडर के साथ हमला हुआ।
इससे पहले सुश्री अम्मीनी और देसाई अय्यप्पा मंदिर के दर्शन के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग करने के वास्ते आज पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंची थीं।
तृप्ति देसाई सबरीमला में दर्शन करने कोच्चि पहुंचीं
इससे पहले भूमाता ब्रिग्रेड की संस्थापक एवं महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई मंगलवार को कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई पर सबरीमला में भगवान अय्यप्पा मंदिर के दर्शन करने पहुंची। पौराणिक रीति-रीवाज एवं परंपराओं के अनुसार 10 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को इस मंदिर में जाना वर्जित है।
सुश्री देसाई ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा वह उच्चतम न्यायालय के फैसले के आधार पर यहां मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन करने आयी हैं। न्यायालय ने अपने फैसले में सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर के दर्शन की अनुमति दी है।
भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक यहां चार अन्य महिलाओं हरिनाशी काम्बले, छाया, पांडुरंग ओर मनीषी शिंदे के साथ सुबह पांच बजे नेदुम्बेसरी हवाई अड्डे पहुंची।
उनके साथ अब सुश्री बीनु अम्मीनि भी हैं जो गत वर्ष अपनी एक अन्य साथी सुश्री कनकदुर्गाी के साथ मंदिर में प्रवेश करने में कामयाब रहीं थीं।
सुश्री देसाई और उनकी टीम हवाई अड्डे पर पहुचने के बाद मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुलिस सुरक्षा लेने के लिए काेच्चि शहर आयुक्तालय के कार्यालय पहुंची।
इस बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े हिंदू अइक्या वेदी और अन्य संगठनों ने मंदिर में सुश्री देसाई के प्रवेश को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जिससे अर्नीली से शनिधानम तक यातायात जाम हो गया और तनाव फैल गया।
कोच्चि और पहाड़ी मंदिर की ओर जाने वाले रास्तों पर भी विभिन्न संगठन की ओर से विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।