तिरुवनंतपुरम/नईदिल्ली/कोच्चि , 24 जनवरी । केरल सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री उम्मन चांडी और अन्य के खिलाफ सोलर सेक्स स्कैंडल मामले की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का निर्णय लिया है। इस घोटाले की मुख्य आरोपी सरिता ने खुलासा किया था कि नेता, मंत्री, सांसद, विधायक एवं प्राइवेट सेक्रेटरी केवल सेक्स की वजह से घोटालों में मदद किया करते थे।
वर्ष 2013 के इस मामले की आरोपी सरिता नायर ने इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को 20 जनवरी को एक पत्र लिखा था।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश को राज्य सरकार जल्दी ही केन्द्र सरकार को भेजेगी।
Keral Solar Scam: ‘सेक्स के लिए सबने की मेरी मदद, सीएम की भी हो जांच’
यह घोटाला उजागर होने पर 22 मार्च 2016 को घोटाले की मुख्य आरोपी सरिता ने खुलासा किया था कि नेता, मंत्री, सांसद, विधायक एवं प्राइवेट सेक्रेटरी केवल सेक्स की वजह से घोटालों में मदद किया करते थे।
केरल के सोलर पैनल प्रोजेक्ट घोटाले की मुख्य आरोपी सरिता एस नायर ने 22 मार्च 2016 को यहां के कोच्चि हाईकोर्ट में एक याचिका दायर करके घोटाले में मुख्यमंत्री ओमन चांडी की कथित भूमिका की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी। सरिता नायर के इस याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई भी हुई ।
सरिता ने याचिका में कहा था कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जरूरत है। सरिता नायर ने कहा था कि इस मामले की दोबारा से जांच होनी चाहिए। उनके मुताबिक पहले का किया हुआ जांच सत्य और निष्पक्ष नहीं थी।
प्रदेश कांग्रेस महासचिव को दिए 5 लाख
सरिता का नाम इस घोटाले में आने के बाद केरल की राजनीति में हंगामा मचा हुआ था । सरिता एस नायर ने कहा था कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव को मैंने 5 लाख रुपए कैश में पार्टी फंड के नाम पर दिए। उन्होंने कहा था कि अगर चुनाव के पहले जांच रिपोर्ट को पेश किया जाता तो ज्यादा बेहतर होता। उन्होंने कहा था कि इस से लोगों को सच्चाई का पता चलता और उन्हें सही निर्णय लेने में मदद मिलती।
I Had Given Benny Behanan (Cong Leader) Rs 5 Lakh As Party Fund, I Gave Details Regarding That Matter Today: Saritha Nair,Solar Scam Accused
— ANI (@ANI_news) March 21, 2016
मुख्यमंत्री के भूमिका की हो जांच
सरिता ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल ने एक प्रमुख सोलर प्रोजेक्ट को शुरू करने के लिए कारोबारी एम श्रीधरन नायर को कथित रूप से राजी करने में केरल के मुख्यमंत्री की भूमिका की जांच नहीं की। विवादित प्राइवेट लिमिटेड कंपनी टीम सोलर रिन्यूएबल एनर्जी सोल्यूशंस की एक डायरेक्टर और इस मामले में आरोपी सरिता ने मुख्यमंत्री कार्यालय को कंपनी से जोड़ने का प्रयास किया। उन्होंने कहा था कि श्रीधरन नायर ने मुख्यमंत्री से मिलकर मेगा सौर परियोजना में 40 लाख रुपए की शुरुआत राशि का निवेश करने से पहले उनसे निजी आश्वासन पाया था।
सेक्स की वजह से करते थे मेरी मदद
36 साल की सरिता के कारण केरल में ओमन चांडी की कुर्सी पर खतरा बना रहा था। बता दें कि इसी दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके खुद सरिता ने खुलासा किया था कि नेता, मंत्री, सांसद, विधायक और उनके प्राइवेट सेक्रेटरी तक केवल सेक्स की वजह से घोटालों में उसकी मदद किया करते थे।