Home / क़ानून / केरल पुलिस ने इसरो के वैज्ञानिक को जासूसी का आरोप लगाकर ऐसे किया प्रताड़ित,जाने पूरा घटनाक्रम attacknews.in
इसरो

केरल पुलिस ने इसरो के वैज्ञानिक को जासूसी का आरोप लगाकर ऐसे किया प्रताड़ित,जाने पूरा घटनाक्रम attacknews.in

नयी दिल्ली, 14 सितंबर । देश में 1994 के इसरो जासूसी मामले में उच्चतम न्यायालय ने कहा कि इसरो वैज्ञानिक को बेवजह गिरफ्तार किया गया था जो प्रताड़ित करने वाला और मानसिक यातना के समान था । शीर्ष अदालत ने मामले में केरल के पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच कराने का भी निर्देश दिया । इससे संबंधित मामले का प्रमुख घटनाक्रम इस प्रकार रहा –

अक्तूबर 1994 : मालदीव की नागरिक मरियम रसीदा तिरूवनतंपुरम में गिरफ्तार। मरियम ने इसरो के राकेट इंजन की गुप्त ड्राइंग पाकिस्तान को बेचने के लिए अवैध तरीके से प्राप्त किया था।

नवंबर : इसरो के क्रायोजेनिक इंजन परियोजना के निदेशक नाम्बी नारायण गिरफ्तार। इस दौरान इसरो के उप निदेशक डी शशिकुमारन रूसी अंतरिक्ष एजेंसी में भारतीय प्रतिनिधि, के चंद्रशेखर भी गिरफ्तार । मामले में श्रमिक ठेकेदार एस के शर्मा तथा रसीदा की मालदीव की मित्र फोउसिया हसन भी पकड़ी गयी ।

जनवरी 1995 : गिरफ्तार इसरो वैज्ञानिक और उद्यमी जमानत पर रिहा । मालदीव की नागरिक हिरासत में बरकरार ।

अप्रैल 1996 : केंद्रीय जांच ब्यूरो ने केरल की अदालत में रिपोर्ट पेश कर कहा कि जासूसी मामला झूठा है और आरोपों के समर्थन में कोई साक्ष्य नहीं है ।

मई : अदालत ने सीबीआई की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए सभी आरोपियों को आरोपमुक्त कर दिया ।

जून : केरल सरकार ने इस मामले की जांच प्रदेश पुलिस से दोबारा कराने का निर्णय किया, जिसे चंद्रशेखर ने चुनौती दी थी ।

नवंबर : केरल उच्च न्यायालय ने चुनौती को खारिज करते हुए सरकार की अधिसूचना को बरकरार रखा जिसे उच्चतम न्यायालय ने बाद में खारिज कर दिया ।

मई 1998 : उच्चतम न्यायालय ने आरोप मुक्त किये गए नारायणन और अन्य को मुआवजे के तौर पर एक एक लाख रूपये देने का निर्देश दिया । इसके साथ ही राज्य सरकार को भुगतान करने का आदेश दिया ।

अप्रैल 1999 : नारायणन ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का दरवाजा खटखटाया और कहा कि जिस प्रकार की मानसिक पीड़ा और मानसिक यातना का उन्हें सामना करना पड़ा है उसके लिए राज्य सरकार से उन्हें और मुआजवा दिया जाना चाहिए ।

मार्च 2001 : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दस लाख रूपये के अंतरिम मुआवजे की अनुसंशा की । राज्य सरकार से मुआवजा देने को कहा जिसे प्रदेश सरकार ने चुनौती दी ।

सितंबर 2012 : उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को नारायणन को दस लाख रूपये बतौर मुआवजा देने का निर्देश दिया ।

मार्च 2015 : सीबीआई की रिपोर्ट के आधार पर मामले के दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का मामला उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार पर छोड़ा ।

अप्रैल 2017 : उच्चतम न्यायालय ने नारायणन की याचिका पर सुनवाई शुरू की जिसमें उन्होंने मामले की जांच करने वाले केरल के पूर्व पुलिस महानिदेशक सिबी मैथ्यू और अन्य के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की थी ।

तीन मई 2018 : प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्र, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़़ की पीठ ने कहा कि यह नारायणन को 75 लाख रू मुआवजा दिये जाने और उनकी प्रतिष्ठा को पुन: बहाल करने पर विचार कर रहा है ।

आठ मई : उच्चतम न्यायालय ने कहा कि इस मामले की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) में शामिल अधिकारियों की भूमिका की जांच दोबारा करने के लिए केरल सरकार को कहने पर विचार कर रहा है ।

नौ मई : उच्चतम न्यायालय ने कहा कि “दुर्भाग्यपूर्ण अभियोजन” के कारण नारायणन की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है । केरल सरकार उन्हें मुआवजा देने के दायित्व से नहीं बच सकती ।

10 जुलाई : उच्चतम न्यायालय ने याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा । सीबीआई ने अदालत से कहा कि वह नारायणन के आरोपों की जांच शीर्ष न्यायालय की देख रेख में करने के लिए तैयार है ।

14 सितंबर : इसरो जासूसी मामले में मानसिक यातना के लिए उच्चतम न्यायालय ने नारायणन को 50 लाख रू मुआवजा देने का निर्देश दिया ।attacknews.in

About Administrator Attack News

Dr.Sushil Sharma Admin/Editor

Check Also

न्यायमूर्ति नागरत्ना सितंबर 2027 में होगी भारत की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई), आज बनी सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस,नौ नए न्यायाधीश नियुक्त attacknews.in

न्यायमूर्ति नागरत्ना सितंबर 2027 में होगी भारत की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई), आज बनी सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस,नौ नए न्यायाधीश नियुक्त

सुप्रीम कोर्ट का आईटी अधिनियम की रद्द धारा 66ए में मुकदमे दर्ज करने पर राज्यों को नोटिस,इस धारा में भड़काऊ सामग्री ऑनलाइन पोस्ट करने पर जेल और जुर्माने का प्रावधान attacknews.in

सुप्रीम कोर्ट का आईटी अधिनियम की रद्द धारा 66ए में मुकदमे दर्ज करने पर राज्यों को नोटिस,इस धारा में भड़काऊ सामग्री ऑनलाइन पोस्ट करने पर जेल और जुर्माने का प्रावधान

लालू प्रसाद यादव की बढ़ी मुश्किलें;शुरू हुई चारा घोटाले के सबसे बड़े केस में रोजाना सुनवाई,डोरंडा कोषागार से करोडों रुपये की अवैध निकासी मामले में लालू समेत 110 आरोपियों पर लटकी तलवार attacknews.in

लालू प्रसाद यादव की बढ़ी मुश्किलें;शुरू हुई चारा घोटाले के सबसे बड़े केस में रोजाना सुनवाई,डोरंडा कोषागार से करोडों रुपये की अवैध निकासी मामले में लालू समेत 110 आरोपियों पर लटकी तलवार

महाभारत का प्रसंग याद दिलाते हुए उत्तराखंड हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा पर लगायी रोक, सरकार को सीधा प्रसारण के दिये निर्देश;सरकार यात्रा को दे चुकी थी मंजूरी attacknews.in

महाभारत का प्रसंग याद दिलाते हुए उत्तराखंड हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा पर लगायी रोक, सरकार को सीधा प्रसारण के दिये निर्देश;सरकार यात्रा को दे चुकी थी मंजूरी

दिल्ली हाईकोर्ट की अवकाश पीठ ने डिजिटल मीडिया के लिए तय किये गए नए आईटी नियमों पर रोक लगाने से किया इनकार,7 जुलाई को सुनवाई attacknews.in

दिल्ली हाईकोर्ट की अवकाश पीठ ने डिजिटल मीडिया के लिए तय किये गए नए आईटी नियमों पर रोक लगाने से किया इनकार,7 जुलाई को सुनवाई