बेंगलुरु, 12 अगस्त । सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर कर्नाटक में बेंगलुरु के देवराजीवनहल्ली और काडुगोंडानाहल्ली थाना क्षेत्र में हिंसा भड़कने के बाद पुलिस पर पथराव और आगजनी कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गये।
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया कि मंगलवार रात एक समुदाय विशेष के लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर पैगंबर मोहम्मद के बारे में भड़काऊ पोस्ट डालने के लिए कांग्रेस विधायक पुलकेशी नागर के एक रिश्तेदार की गिरफ्तारी की मांग को लेकर केजी हल्ली थाने के पास एकत्रित हुए। वे लोग अपनी मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे और उन्होंने विधायक के मकान पर पथराव किया तथा आसपास खडे़ वाहनों को आग लगा दी।
बेंलगुरु हिंसा के आरोपियों के खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्रवाई: येदियुरप्पा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा है कि बेंगलुरु में हुई हिंसा के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और सरकार ने स्थिति को नियंत्रिण करने के लिए हरसंभव कदम उठाये हैं।
श्री येदियुरप्पा ने टि्वटर पर कहा, “उपद्रवियों ने विधायक अखंड श्रीनिवास के घर और पुलिस थाने में हिंसा की। अपराधियों के खिलाफ आदेश जारी कर दिये गये हैं और सरकार स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।”
मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘ विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास और डीजे हाली पुलिस थाने पर हमला और दंगे निंदनीय हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं और सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए हर संभव कार्रवाई की है।’’
उन्होंने कहा कि पुलिस, मीडियाकर्मी और आम नागरिक पर हमला अक्षम्य है। सरकार ऐसी हरकतें बर्दाशत नहीं करेगी।
ऐसे शुरू हुई बेंगलुरू में हिंसा:12 घंटे तक चलता रहा तांडव:
कांग्रेस विधायक के एक कथित रिश्तेदार द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किये जाने के बाद हुई हिंसा को काबू करने के लिए पुलिस की गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई।
बेंगलुरू के पुलिस आयुक्त कमल पंत ने कहा, ‘‘ पुलिस की गोलीबारी में तीन लोग मारे गए।’’
उन्होंने बताया कि बेंगलुरू के पुलाकेशी नगर में हुई हिंसा के मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मंगलवार रात शुरू हुई यह हिंसा बुधवार तड़के तक जारी रही। इस दौरान 50 पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए।
मंगलवार रात आक्रोशित भीड़ ने एक थाने और कांग्रेस विधायक के आवास में तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद सरकार ने कड़ी चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि दंगों और कानून एवं व्यवस्था में उल्लंघन के मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पंत ने बताया कि कथित सोशल मीडिया पोस्ट डालने वाले नवीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने शांति बनाए रखने की भी अपील की ।
मंगलवार रात को सोशल मीडिया पोस्ट से भड़के सैकड़ों लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया और डीजे हाली पुलिस स्टेशन में आग लगा दी।
उन्होंने कई पुलिस और निजी वाहनों को आग लगा दी, विधायक मूर्ति और उनकी बहन के सामान के साथ तोड़-फोड़ की। एक एटीएम को भी तहस-नहस कर दिया।
भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाईं, आंसू गैस के गोले दागे और बाद में गोलियां चलाईं, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई।
इस बीच, डीजे हाली और केजी हाली में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
वहीं विधायक मूर्ति ने समुदाय के लोगों से हिंसा नहीं करने की अपील की।
उन्होंने वीडियो संदेश में कहा, ‘मैं मुस्लिम भाईयों से अपील करता हूं कि कुछ बदमाशों की गलतियों के चलते हमें हिंसा में शामिल नहीं होना चाहिये। लड़ने-झगड़ने की कोई जरूरत नहीं है। हम सभी भाई हैं। हम कानून के अनुसार दोषियों को सजा दिलाएंगे। हम भी आपके साथ हैं। मैं अपने मुस्लिम दोस्तों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।’
कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री बी जेड. ज़मीर अहमद खान ने हिंसा को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया।
शिवाजी नगर से कांग्रेस के विधायक रिजवान अरशद ने भी लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की।
बेंगलुरु हिंसा की जांच जिलाधिकारी करेंगे:
कर्नाटक सरकार ने बुधवार को फैसला किया कि पिछली रात शहर के कुछ हिस्सों में हुई हिंसा की जांच एक जिलाधिकारी से करायी जाएगी।
इस घटना में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी और कई अन्य लोग घायल हो गए।
गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि सरकार ने हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को हुआ नुकसान वसूलने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, “… ऐसी स्थिति के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशानिर्देश हैं, उसके अनुसार जिला कार्यकारी मजिस्ट्रेट द्वारा जांच करायी जाएगी।’’
बोम्मई ने कहा कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने पूरी स्थिति और पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की समीक्षा की।
कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मुख्यमंत्री को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी मिली थी। वह अभी घर में पृथकवास में हैं।
उनके साथ बैठक से पहले बोम्मई ने कहा कि सरकार ने हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्ति और वाहनों को हुए नुकसान की भरपाई इस घटना में शामिल लोगों से करने का फैसला किया है।
बोम्मई ने कहा, “हमने उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुसार यह निर्णय लिया कि जब इस तरह के दंगे होते हैं और संपत्ति को नुकसान होता है, तो नुकसान की भरपाई उन लोगों से वसूल की जानी चाहिए जिन्होंने नुकसान पहुंचाया है।’’
बोम्मई ने कहा, “मैंने नुकसान पहुंचाने वालों से भरपाई के लिए सभी उपाय शुरू करने के आदेश दिए हैं।”
इससे पहले दिन में बेंगलुरु दक्षिण के सांसद तेजस्वी सूर्या ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को पत्र लिखकर उनसे दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने और सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की वसूली करने का अनुरोध किया।
उन्होंने ट्वीट किया कि बेंगलुरु को शांति और सौहार्दपूर्ण समाज के लिए जाना जाता है। हमें हर कीमत पर अपने शहर की इस ताकत की रक्षा करनी चाहिए ।