नयी दिल्ली , 12 मई । कर्नाटक विधानसभा चुनाव में आज 71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
चुनाव आयोग ने कहा कि 2013 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में 71.4 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
मतदान का प्रतिशत अभी और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि कुछ मतदाता शाम छह बजे के बाद भी मतदान केंद्रों के बाहर पंक्ति में खड़े हुए हैं।
कर्नाटक में सत्ताधारी कांग्रेस , भाजपा और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के जदएस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद जतायी जा रही है। कर्नाटक विधानसभा के 224 सीटों में से 222 सीटों के लिए मतदान हुआ।
2600 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें से 2400 से अधिक पुरूष और 200 से अधिक महिला उम्मीदवार हैं। कुल 5,06,90,538 मतदाता हैं जिसमें से 2,56,75,579 पुरूष मतदाता और 2,50,09,904 महिला मतदाता और 5,055 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं
चुनाव में बड़ी संख्या में लोग मतदान कर रहे थे। राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण है जहां त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में जेडी-एस महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सिद्धारमैया ने कहा कि वह बहुत आश्वस्त हैं कि उनकी पार्टी सत्ता में बनी रहेगी।
चुनाव अधिकारियों का कहना है कि मतदान के शुरुआती चार घंटों में 5.06 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
राज्य की अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी बी.आर.ममता ने कहा, राज्य के 222 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 11 बजे तक औसत मतदान प्रतिशत 24 फीसदी रहा था। बेंगलुरू शहर में 17 फीसदी मतदान हुआ धा।
मतदान प्रक्रिया सुबह सात बजे शुरू हुई। शुरुआती दो घंटे में ही 10 फीसदी मतदान हो गया था।
एक अन्य अधिकारी ने बताया, कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम में गड़बड़ी, मतदाताओं के नाम नदारद होने और मतदान प्रक्रिया शुरू होने की देरी की घटनाओं को छोड़कर अभी तक मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही
बेंगलुरू में सुबह 6.30 बजे से ही मतदाता मतदान केंद्रों के बाहर कतारों में खड़े देखे गए।
बेंगलुरू के राजा राजेश्वरी नगर में बड़ी संख्या में फर्जी मतदाता पहचान पत्र मिलने की वजह से इस सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया है। अब इस सीट पर मतदान 28 मई को होगा। वहीं, भाजपा उम्मीदवार बी.एन.विजय कुमार के निधन की वजह से जयनगर सीट पर भी मतदान स्थगित कर दिया गया है।
राज्य में विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी.एस.येद्दीयुरप्पा सबसे पहले वोट करने वालों में से रहे। उन्होंने मलनाड क्षेत्र के शिवमोगा जिले के शिकारीपुरा में वोट किया।
राज्य में 5.06 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 2.6 करोड़ पुरुष, 2.5 करोड़ महिलाएं मतदाता हैं। 18 से 19 आयु समूह के नए मतदाताओं की संख्या 15.42 लाख है।
राज्य के 30 जिलों के 58,008 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ , जिनमें से 600 मतदान केंद्र गुलाबी रंग के थे, जिन्हें महिलाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया था। इन मतदान केंद्रों पर सभी महिला सुरक्षाकर्मी तैनात रही ।
चुनाव के लिए राज्य में 1.5 लाख से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया था।
मतदान प्रक्रिया शाम छह बजे तक चली जबकि मतगणना 15 मई को होगी।
चुनावी मैदान में कुल 2,654 उम्मीदवार आमने-सामने हैं, जिनमें 219 महिलाएं हैं। कांग्रेस के कुल 222, भाजपा और जेडी-एस के 201-201, अन्य पार्टियों के 800 और 1,155 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं।
बेंगलुरू से लगभग 450 उम्मीदवार चुनावी मैदान में किस्मत आजमां रहे हैं।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मैसुरू के चामुंडेश्वरी और विजयपुरा जिले के बदामी से चुनाव लड़ रहे हैं।
बल्लारी से भाजपा लोकसभा सदस्य बी.आर.श्रीरामालू भी दो सीटों (बादामी और मोलाकामुरु) से चुनाव लड़ रहे हैं।
जेडी-एस कर्नाटक के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी कुमारस्वामी भी रामनगर और चन्नापटना सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष येदियुरप्पा शिवमोगा के शिकारीपुरा से चुनाव लड़ रेह हैं।
हालांकि सुबह मौसम सुहावना था , लेकिन दिन बढ़ने के साथ तापमान भी बढ़ा ।
विभिन्न मतदान केन्द्रों में बुजुर्ग और वरिष्ठ नागरिक भी बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए मौजूद रहे।
सुबह सबसे पहले वोट डालने वालों में राज्य भाजपा प्रमुख और पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी . एस . येदियुरप्पा और प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष जी . परमेश्वर शामिल हैं। दोनों नेताओं ने क्रमश : शिवमोगा के शिकारीपुरा और तुमकुरू के यागेरे में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
पूर्व प्रधानमंत्री एच . डी . देवेगौड़ा ने पत्नी चेन्नमा के साथ हासन जिले के पदुवलाहिप्पे में अपना वोट डाला।
राज्य चुनाव आइकन, क्रिकेटर राहुल द्रविड़ , अनिल कुंबले , फिल्म अभिनेताओं रमेश अरविन्द , रविचन्द्रन और मैसूर शाही परिवार के सदस्यों ने भी मताधिकार का इस्तेमाल किया।
लिंगायत समुदाय के सिद्धगंगा मठ के श्री शिवकुमार स्वामी जी ने भी मठ के निकट मतदान केन्द्र पर वोट डाला।
राज्य में विभिन्न स्थानों पर ईवीएम में आयी तकनीकी दिक्कतों के कारण मतदान में देरी हुई।
ज्यादातर सर्वेक्षणों एवं ओपिनियन पोल के अनुसार सत्तारुढ़ कांग्रेस और भाजपा सत्ता के दो प्रबल दावेदार हैं जबकि पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा का जनता दल सेकुलर किंगमेकर की भूमिका निभा सकता है।
प्रदेश में 1985 के बाद से कोई भी दल लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आ पाया है। उस साल रामकृष्ण हेगड़े की अगुवाई में जनता दल फिर सत्ता पर काबिज हुआ था।
कांग्रेस , पंजाब के बाद एकमात्र बड़े राज्य पर काबिज रहने के लक्ष्य पर केंद्रित है जबकि भाजपा कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने के लिए जुटी हुई है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक पार्टी के लिए दूसरी बार दक्षिण में कदम रखने का द्वार होगा।
सिद्धरमैया समेत चार वर्तमान एवं पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव मैदान में हैं। येद्दियुरप्पा शिकारीपुरा से , कुमारस्वामी चेन्नापटना और रमनगारा से तथा भाजपा के जगदीश शेट्टार हुबली धारवाड़ से चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
एक सीट पर मतदान भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान विधायक बी एन विजयकुमार के निधन के चलते स्थगित कर दिया गया है जबकि दूसरी सीट पर मतदान 28 मई को कराये जायेंगे ।
वर्ष 2013 के चुनाव में कांग्रेस को 122 सीटें जीती थीं। भाजपा और जदएस को 40-40 सीटें मिली थीं। कर्नाटक जनता पक्ष को छह , बडवारा श्रमिकारा रैयतरा को चार , कर्नाटक मक्कल पक्ष , समाजवादी पार्टी और सर्वोदय कर्नाटक पक्ष को एक एक सीटें मिली थीं और नौ निर्दलीय विजयी रहे थे।
कर्नाटक में पूरी तरह से महिलाओं द्वारा प्रबंधित ‘ पिंक बूथ ’ से लेकर तीसरी पीढ़ी के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन ( ईवीएम ) के इस्तेमाल सहित प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहली बार कई नयी चीजें हो रही हैं।
देश के सूचना प्रौद्योगिकी गढ़ बेंगलुरू में चुनाव अधिकारियों ने 75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखते हुए कई पहल किए हैं।
छेड़छाड़ के लिहाज से ईवीएम के संवेदनशील होने के विवाद के गहराने के साथ चुनाव आयोग इस बार ‘ एम 3 ईवीएम ’ लेकर आया है जिसमें छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है । छेड़छाड़ की किसी भी कोशिश पर ईवीएम काम करना बंद कर देते हैं।
चुनाव आयोग ने प्रायोगिक आधार पर बेंगलुरू के पांच विधानसभा क्षेत्रों – राजाराजेश्वरी नगर , शिवाजीनगर , शांतिनगर , गांधीनगर और राजाजी नगर में नयी मशीनें लगायी हैं। राजाराजेश्वरी में 28 मई को मतदान कराया जाएगा ।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के सूत्रों के अनुसार इन मशीनों में बैट्री की स्थिति दिखेगी एवं डिजिटल प्रमाणन सहित अन्य विशेषताएं होंगी। मशीन में किसी तरह की खराबी होने पर मशीन वह भी बताएगी।
महिला उन्मुख कदम उठाते हुए 450 ‘ पिंक बूथ ’ स्थापित किए हैं जिन्हें ‘ सखी ’ नाम दिया गया है।
इसके अलावा चुनाव आयोग ने मैसुरू , चमराजनगर और उत्तर कन्नड़ जिलों में जातीय मतदान बूथ स्थापित किए हैं जो वहां के आदिवासी जन जीवन की शैली से मिलते जुलते हैं।attacknews.in