भोपाल, 01 अगस्त । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि राज्य सरकार नागरिकों को शुद्ध खाद्य पदार्थ मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है और मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
श्री कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए कहा कि मिलावटखाेरों और उन्हें संरक्षण देने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा कि दूध और दूध से बने उत्पाद या अन्य सभी खाद्य सामग्रियों में मिलावट करने वाले इंसानियत के दुश्मन हैं और ऐसे लोगों को माफ नहीं किया जा सकता है। एसा करने वालों के खिलाफ सरकार कार्रवाई जारी रखेगी।
राज्य में इन दिनों मिलावट करने वालों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका)के तहत कार्रवाई की जा रही है। उज्जैन जिले में ऐसे ही प्रकरण में नकली घी बनाने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया।
मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले
मिलावटखोरों से सख्ती से निपटा जायेगा
सूचना देने वाले को मिलेगा ईनाम
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने प्रशासनिक अधिकारियों को दिये निर्देश
उधर उज्जैन में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने उज्जैन प्रवास के दौरान सर्किट हाऊस पर जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानव स्वास्थ्य के साथ किसी भी हालत में खिलवाड़ न होने पाये, ऐसे मिलावटखोरों से सख्ती के साथ निपटा जाये और उन पर कड़ी कार्यवाही की जाये।
उन्होंने निर्देश दिये कि मिलावटखोरों को चाहे रासुका, जिलाबदर जो भी कड़ी से कड़ी सजा हो, वह दी जाये, परन्तु मानव स्वास्थ्य का किसी भी हालत में ध्यान रखा जाये। स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने कलेक्टर श्री शशांक मिश्र को निर्देश दिये कि खाद्य पदार्थों में मिलावट की सूचना देने वाले व्यक्ति को जिला प्रशासन की ओर से ईनाम दिया जाये। सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाये।
स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने खाद्य पदार्थों में मिलावट की निरन्तर जांच एवं उन पर की जा रही कार्यवाही के लिये संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, आईजी श्री राकेश गुप्ता, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर की प्रशंसा करते हुए उन्हें पुष्पहार पहनाकर सम्मानित किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिये कि दोषियों को छोड़े नहीं, उनके साथ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाये। राज्य सरकार मिलावटखोरी रोकने पर गंभीर है। जिस तरह का दूध के रूप में सफेद जहर का कारोबार सामने आया है, वह जघन्य अपराध है। किसी भी हालत में इस कारोबार को रोका जाना अतिआवश्यक है। मानव स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ के इस गंभीर मामले को हम सब मिलकर अनिवार्य रूप से रोकने का हरसंभव प्रयास करेंगे। इस प्रकार की कार्यवाही पूरे प्रदेश में की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिये कि तहसील स्तर से लगाकर जिला स्तर और संभाग स्तर पर मिलावटखोरों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये।
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