मुंबई , तीन मई । पत्रकार जे डे की 2011 में हत्या मामले में गैंगस्टर छोटा राजन और आठ अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाते वक्त विशेष मकोका अदालत ने यहां कहा , ‘‘ अपराधी खुद को मशहूर करना चाहते थे। ’’
सजा सुनाए जाने के समय कल अदालत में बचाव पक्ष के वकीलों के बीच यह बात हो रही थी कि क्या कुछ मीडियाकर्मियों को फोन पर राजन का न्यायेत्तर कबूलनामा यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि डे की हत्या राजन द्वारा अन्य दोषियों के साथ रची गई साजिश का परिणाम है।
अपने 599 पेज के फैसले में , न्यायाधीश समीर अदकर ने बताया कि राजन ने कुछ पत्रकारों को फोन क्यों किया , जिसके परिणामस्वरूप उसे दोषी ठहराया गया।
न्यायाधीश अदकर ने कहा कि राजन अंडरवर्ल्ड में उसके घटते कद पर डे की खबरों से नाराज था। इसलिए उसने कुछ मीडियाकर्मियों को बताया कि उसने डे को मरवाया ताकि यह उसकी ताकत को दिखाये और अन्य के लिए यह चेतावनी का काम करे।
न्यायाधीश ने कहा , ‘‘ किसी भी समझदार व्यक्ति के मन में उठने वाले इस सवाल का जवाब देना उचित होगा कि अपराधियों ने उनके द्वारा किये गये अपराध के बाद मीडिया को फोन क्यों किया और इसकी जिम्मेदारी ली ?’’
उन्होंने कहा , ‘‘ इस सवाल का जवाब मुश्किल नहीं है। अक्सर इस तरह के कॉल ध्यानाकर्षण के लिए किये जाते हैं। ज्यादातर लोग दमदार दिखना और लोगों का ध्यान पाना पसंद करते हैं जो उन्हें महत्वपूर्ण महसूस कराता है।attacknews.in