नयी दिल्ली 18 अप्रैल । सरकार ने निजी विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज के अस्थायी रूप से सेवाएँ बंद करने के बाद दिल्ली और मुंबई में खाली हुये उसके 443 स्लॉटों का आवंटन अन्य विमान सेवा कंपनियों को करने का फैसला किया है।
नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने गुरुवार को हवाई अड्डा संचालकों और विमान सेवा कंपनियों के साथ अलग-अलग बैठकें की। बैठकों के बाद देर शाम उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि मुंबई में 280 और दिल्ली में 163 स्लॉट खाली हुये हैं। यात्रियों को परेशानी से बचाने और किराये को नियंत्रण में रखने के उद्देश्य से ये स्लॉट दूसरी विमान सेवा कंपनियों को देने का फैसला किया गया है।
उन्होंने कहा “आरंभ में यह आवंटन तीन महीने के लिए किया जायेगा, लेकिन उसके बाद एक-एक महीना करके आवंटन की अवधि बढ़ाई जा सकती है। जेट एयरवेज की बोली प्रक्रिया पूरी होने के बाद कंपनी जब परिचालन दुबारा शुरू करेगी तो जैसे-जैसे उसके विमानों की संख्या बढ़ती जायेगी उसे पुराने स्लॉटों का आवंटन प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा।
श्री खरोला ने बताया कि एयरलाइनों ने आज की बैठक में बताया कि मई से जुलाई के दौरान वे कुल 30 अतिरिक्त विमान अपने बेड़े में जोड़ने वाले हैं। सभी एयरलाइन को कहा गया है कि वे अपने स्तर पर विमान हासिल करने की प्रक्रिया में गति लाने का प्रयास करें ताकि नये शामिल होने वाले अतिरिक्त विमानों की संख्या 30 से ज्यादा हो सके।
सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया तथा कुछ अन्य विमान सेवा कंपनियों ने कहा है कि वे विमान पट्टे पर देने वाली कंपनियों से उन विमानों को हासिल करने का भी प्रयास कर रहे हैं जिन्हें किराया नहीं मिलने के कारण पट्टेदारों ने ग्राउंड कर दिया है। ऐसे 20 से 30 विमानों के बारे में एक-दो सप्ताह में फैसला हो सकता है। ये विमान अभी देश में ही हैं और इसलिए इन्हें परिचालन में लाने में कम समय लगेगा।
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