नयी दिल्ली/इस्लामाबाद तीन मार्च । जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन के प्रमुख मसूद अजहर की पाकिस्तान में मौत के बारे में सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के बारे में खुफिया एजेंसियां पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इसके अलावा कोई जानकारी नहीं है कि अजहर का सेना के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके गुर्दे खराब हो चुके हैं।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर के रहने वाले अजहर ने 2000 में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन बनाया था।
वर्ष 1999 में तत्कालीन राजग सरकार ने इंडियन एयरलाइन्स के अपहृत विमान आईसी-814 को छुड़ाने के बदलने अजहर को छोड़ दिया था। 50 साल के अजहर पर 2001 के संसद हमले की साजिश रचने का, जम्मू कश्मीर विधानसभा पर आत्मघाती हमले और पठानकोट वायु सेना केंद्र तथा पुलवामा आतंकी हमले की साजिश रचने के भी आरोप हैं।
अधिकारियों के अनुसार सोशल मीडिया पर आज व्यापक रूप से इस तरह की खबरें चल रही हैं कि अजहर की मौत हो चुकी है, लेकिन अभी तक इस बारे में कोई पुष्टि नहीं हुई है।
पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आतंकी शिविरों को निशाना बनाया था। सरकार ने आतंकी शिविरों को तबाह करने का दावा करते हुए बड़ी सफलता मिलने की बात कही थी।
उधर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सीएनएन को दिये इंटरव्यू में कहा था कि जैश प्रमुख अजहर पाकिस्तान में है और उसकी सेहत बहुत खराब है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत ठोस सबूत पेश करे तो पाक सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
कुरैशी ने कहा था, ‘‘वह मेरी जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में है। वह इतना बीमार है कि अपने घर से नहीं निकल सकता।’’
जिंदा हैं मसूद अजहर:
उधर इस्लामाबाद से खबर है कि भारत में मोस्ट वांटेड आतंकी, जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर अभी ‘जिंदा’ है।
रविवार को पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई जिसमें मसूद के परिजनों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि मसूद की मौत की खबर गलत है।
जियो उर्दू न्यूज ने बताया कि मीडिया रिपोर्ट्स में जो दावा किया जा रहा है कि मसूद अजहर की मौत हो गई है, वह गलत हैं. सोशल मीडिया पर अटकलों के बीच रविवार शाम खबर आई कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना की मौत हो गई है. हालांकि, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई थी.
ज्यादा जानकारी न देते हुए परिवार के करीबी अज्ञात सूत्रों का हवाला देते हुए, चैनल ने कहा कि वह ‘जिंदा’ है. पाकिस्तान सरकार की ओर से अजहर की मौत पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई.
पाक के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने अजहर की मौत का दावा करने वाली मीडिया रिपोर्टों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘मुझे इस समय कुछ भी पता नहीं है.’
बता दें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर के रहने वाले अजहर ने 2000 में जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन बनाया था.साल 1999 में तत्कालीन एनडीए सरकार ने इंडियन एयरलाइन्स के अपहृत विमान आईसी-814 को छुड़ाने के बदलने अजहर को छोड़ दिया था. 50 साल के अजहर पर 2001 के संसद हमले की साजिश रचने का जम्मू कश्मीर विधानसभा पर आत्मघाती हमले और पठानकोट वायु सेना केंद्र और पुलवामा आतंकी हमले की साजिश रचने के भी आरोप हैं।
पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आतंकी शिविरों को निशाना बनाया था. सरकार ने आतंकी शिविरों को तबाह करने का दावा करते हुए बड़ी सफलता मिलने की बात कही थी।
उधर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सीएनएन को दिए इंटरव्यू में कहा था कि जैश प्रमुख अजहर पाकिस्तान में है और उसकी सेहत बहुत खराब है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत ठोस सबूत पेश करे तो पाक सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. कुरैशी ने कहा था, ‘वह मेरी जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान में है. वह इतना बीमार है कि अपने घर से नहीं निकल सकता.’
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