मुंगेर 17 सितम्बर। मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो (सीओडी) से चोरी कर 70 एके 47 राइफल की खेप का एक हिस्सा झारखंड में भी खपाया गया था। मुंगेर के अवैध आर्म्स डीलर ने झारखंड में यह खेप भेजी है।
मुंगेर पुलिस की टीम को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक, हथियार की डील में सफेदपोश, ट्रांसपोर्टर और नक्सलियों की संलिप्तता रही है।
धनबाद के कोयला कारोबारी व नेताओं ने एके 47 की खरीद की है।
मुंगेर के डीआईजी जितेंद्र मिश्रा ने बताया कि आर्म्स खपाने को लेकर पुलिस का अनुसंधान चल रहा है।
डीआईजी मुंगेर ने बताया कि पुलिस की एक टीम जांच के लिए जमशेदपुर गई थी। जमशेदपुर के आजाद नगर में रहने वाले एक शख्स को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ भी की है।
बता दें कि जबलपुर स्थित सीओडी के वर्कशॉप के सीनियर इंचार्ज सुरेश ठाकुर, रिटायर्ड आर्मीमैन और सीओडी के आर्मोरर पुरूषोतम रजक एके- 47 की चोरी करते थे।
पुलिस की जांच में यह बात समाने आई है कि सुरेश ठाकुर ने कुछ कर्मियों की मदद से दीवार में छेद किया था। यह छेद एक पेड़ की आड़ में था, ऐसे में उस पर किसी की नजर नहीं जाती थी।
साल 2012 से सुरेश ठाकुर ने खराब एके 47 को गायब करना शुरू कर दिया। खराब हथियार को निकालकर वह पुरूषोतम रजक को देता था। इसके बाद पुरूषोतम उसे ठीक कर मुंगेर के अवैध हथियार डीलरों के पास भेजता था।
पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि पुरूषोतम ने सेना में रहते हुए एके- 47 बनाना सीखा था। झारखंड में पीएलफआई उग्रवादियों व अपराधियों तक मुंगेर से घातक हथियार पहुंचते हैं।
मुंगेर पुलिस की टीम ने आर्म्स डीलरों के पास से एक डायरी बरामद की है। इस डायरी में एके- 47 की बिक्री का हिसाब किताब है।
जानकारी के मुताबिक, एके 47 की खरीद करने वाले सफेदपोशों के बारे में इस डायरी में लिखा है। जांच के दौरान जमशेदपुर के एक शख्स का लिंक भी आर्म्स तस्करों के रैकेट से जुड़ा। जिसके बाद मुंगेर पुलिस की टीम जमशेदपुर आई थी। attacknews.in