डबलिन, 25 अगस्त । पोप फ्रांसिस आज आयरलैंड पहुंचे, जो कैथलिक चर्च यौन उत्पीड़न के मामले का केंद्र बनकर उभरा था।
बच्चों को पादरियों के यौन शोषण से नहीं बचाने और अपराध को छुपाने वाले बिशपों को दंडित ना करने को लेकर गिरजाघर विश्व के निशाने पर है।
वैटिकन ने कहा कि डबलिन की अपनी 36 घंटे के यात्रा के दौरान वह पीड़ितों से मुलाकात करेंगे और यौन शोषण पर बात करने के लिए उनके पास कई मौके भी होंगे।
विश्व में यौन शोषण के सबसे अधिक मामले आयरलैंड में पाए जाते हैं। यहां पिछले एक दशक में सरकार की जांचों में यौन शोषण के कई मामले सामने आए हैं।
जांच में पाया गया कि पादरियों द्वारा हजारों बच्चों का बलात्कार और यौन शोषण किया गया तथा गिरजाघर द्वारा संचालित स्कूलों में बच्चे शारीरिक तौर पर प्रताड़ित किए गए और वहीं बिशपों ने इन अपराधों पर पर्दा डाला।attacknews.in