नईदिल्ली 2 अप्रैल। इराक में इस्लामिक स्टेट के हाथों मारे गए 38 भारतीय नागरिकों के अवशेष भारतीय अधिकारियों को सौंप दिए गए हैं. डीएनए जांच पूरी होने के बाद अब इन्हें भारत भेजा गया.
इराक सरकार के मुताबिक 38 भारतीय कामगारों के अवशेष बगदाद में तैनात भारतीय राजदूत प्रदीप सिंह राजपुरोहित को सौंप दिए गए हैं.
इराक के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ अल बदर ने रविवार को यह जानकारी दी. अल बदर के मुताबिक डीएनए सैंपलों के आधार पर अवशेषों की जांच के बाद ही भारतीय अधिकारियों को सुपुदर्गी की गई.
इस दौरान भारत के विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह भी वहां मौजूद थे. बगदाद से वायुसेना के विमान से अवशेषों को भारत लाया गया.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक एक मामले में डीएनए जांच अब भी चल रही है.
उत्तरी इराक के मोसुल शहर को 2014 में इस्लामिक स्टेट ने अपने कब्जे में लिया. आईएस ने वहां काम कर रहे 39 भारतीय कर्मचारियों को बंधक बनाया और बाद में उनकी हत्या कर शव दफना दिए.
2017 में मोसुल से इस्लामिक स्टेट को खदेड़ने के बाद सामूहिक कब्रों का पता चला. कब्रों की खुदाई के दौरान ही पता चला कि वहां अगवा भारतीय कामगारों को भी दफनाया गया है. इसके बाद शवों के अवशेषों की डीएनए जांच शुरू की गई.
इस्लामिक स्टेट के हमले से पहले इराक में करीब 10,000 भारतीय नागरिक काम कर रहे थे. 2014 में हिंसा शुरू होते ही ज्यादातर भारतीय वापस लौट आए.attacknews.in