नयी दिल्ली, तीन दिसंबर । इंटरपोल ने विश्व की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आगाह किया है कि संगठित अपराध के गिरोह, कोविड-19 के नकली टीके का प्रचार कर सकते हैं और उन्हें सीधे आमने-सामने या इंटरनेट के माध्यम से बेच सकते हैं।
इंटरपोल ने बुधवार को सभी 194 सदस्य देशों को जारी किए गए ‘ऑरेंज नोटिस’ में चेतावनी दी है कि कोविड-19 और फ्लू के नकली टीकों का उत्पादन, चोरी और अवैध प्रचार किया जा सकता है।
इंटपोल की ओर से जारी एक वक्तव्य में कहा गया, “इसमें नकली टीके के प्रचार, बिक्री और ऐसे टीके लगाने संबंधी अपराध भी शामिल हैं।”
सार्वजनिक सुरक्षा पर गंभीर खतरे वाले व्यक्ति, वस्तु या आयोजन की चेतावनी देने के लिए इंटरपोल ‘ऑरेंज नोटिस’ जारी करता है।
भारत में सीबीआई, इंटरपोल के साथ समन्वय कर काम करती है।
यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब ब्रिटेन, पश्चिमी देशों में पहला देश बन गया है जिसने कोविड-19 के एक टीके को मंजूरी दी है।
इंटरपोल ने पुलिस संगठनों से “आपूर्ति श्रृंखला” सुरक्षित करने को कहा है।
इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय संगठन ने नकली उत्पाद बेचने वालीं अवैध वेबसाइट की पहचान करने को भी कहा है।
इंटरपोल के महासचिव जुरगेन स्टॉक ने एक वक्तव्य में कहा, “अपराधी गिरोह नकली वेबसाइट और फर्जी इलाज के दावों से लोगों को निशाना बना सकते हैं। इससे लोगों के स्वास्थ्य और उनके जीवन को खतरा हो सकता है।”
अधिकारी ने कहा, “यह आवश्यक है कि कानून व्यवस्था की एजेंसियां कोविड-19 के टीके से संबंधित आपराधिक कृत्यों के लिए तैयार रहें, इसलिए इंटरपोल ने यह चेतावनी जारी की है।