मुम्बई, 01 फरवरी । आयकर छूट की सीमा बढाकर पाँच लाख रुपये करने अौर दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसानों को हर साल छह हजार रुपये की मदद दिये जाने के संबंध में अंतरिम बजट में की गयी घोषणाओं से उत्साहित निवेशकों की लिवाली के दम पर शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन बढ़त में रहा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के दौरान 521.45 अंक यानी 1.44 फीसदी की तेज छलाँग लगाकर 36,778.14 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 152.50 अंक यानी 1.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 10,983.45 अंक पर पहुँच गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स कारोबार के दौरान 521.45 अंक यानी 1.44 फीसदी की तेज छलाँग लगाकर 36,778.14 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 152.50 अंक यानी 1.40 प्रतिशत की तेजी के साथ 10,983.45 अंक पर पहुँच गया।
विदेशी बाजारों से मिले मिश्रित संकेतों के बीच शेयर बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई। सेंसेक्स बढ़त के साथ 36,311.74 अंक पर और निफ्टी 10,851.35 अंक पर खुला। बीएसई के 20 समूहों में ऑटो समूह के सूचकांक में फिलहाल सर्वाधिक तेजी है जबकि धातु समूह के सूचकांक में तेज गिरावट दर्ज की गयी है।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने आज अंतरिम बजट 2019-2020 में छोटे तथा सीमांत किसानों की मदद के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि बनाने की घोषणा की, जिसके तहत दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसानों को सालाना छह हजार रुपये की मदद दी जायेगी। यह योजना 01 दिसंबर 2018 से लागू मानी जायेगी। इसके तहत मदद की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा की जायेगी। इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार उठायेगी। यह राशि दो-दो हजार रुपये की तीन बराबर किस्तों में दी जायेगी। पहली किस्त जल्द ही किसानों के खाते में भेज दी जायेगी। सरकार के अनुसार, इससे करीब 12 करोड़ किसान परिवारों को लाभ मिलेगा और सरकारी खजाने पर सालाना करीब 75 हजार करोड़ रुपये का बोझ आयेगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने आज अंतरिम बजट 2019-2020 में छोटे तथा सीमांत किसानों की मदद के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि बनाने की घोषणा की, जिसके तहत दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसानों को सालाना छह हजार रुपये की मदद दी जायेगी। यह योजना 01 दिसंबर 2018 से लागू मानी जायेगी। इसके तहत मदद की राशि सीधे किसानों के खाते में जमा की जायेगी। इसका पूरा खर्च केंद्र सरकार उठायेगी। यह राशि दो-दो हजार रुपये की तीन बराबर किस्तों में दी जायेगी। पहली किस्त जल्द ही किसानों के खाते में भेज दी जायेगी। सरकार के अनुसार, इससे करीब 12 करोड़ किसान परिवारों को लाभ मिलेगा और सरकारी खजाने पर सालाना करीब 75 हजार करोड़ रुपये का बोझ आयेगा।
इसके अलावा सरकार ने नौकरीपेशा तथा कम आमदनी वाले लोगों को बड़ी राहत देते हुये आयकर छूट की सीमा बढ़ाकर पाँच लाख रुपये कर दी है जिससे करीब तीन करोड़ करदाताओं को लाभ होगा। इससे करदाताओं को 18,500 करोड़ रुपये की बचत होगी। भविष्य निधियों तथा अन्य कर छूट वाले निवेश को मिलाकर 6.5 लाख रुपये तक की व्यक्तिगत आय पर कोई आयकर नहीं देना पड़ेगा। इसके अलावा मकान ऋण, स्वास्थ्य के मद में खर्च आदि पर मिलने वाली छूट को जोड़ते हुये यह सीमा और बढ़ सकती है। इससे करीब तीन करोड़ आयकरदाता लाभांवित होंगे।
attacknews.in