भोपाल, 06 नवंबर ।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि प्रदेश भर में बगैर अनुमति के सार्वजनिक स्थानों पर लगे बैनर-पोस्टर तत्काल हटाए जाये, इसमें अगर उनकी भी फोटाें लगी हो तो उसे भी हटाने में संकोच नहीं बरता जाना चाहिये।
श्री कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि बग़ैर अनुमति के सार्वजनिक स्थानों पर लगे होर्डिंग-पोस्टर-बैनर को लेकर उन्होंने कड़ा निर्णय लेते हुए, स्पष्ट रूप से निर्देश दिये हैं कि प्रदेश भर से इन्हें तत्काल हटाया जाये। उन्होंने कहा कि होर्डिंग पर यदि मेरे भी फ़ोटो लगे हो तो उन्हें भी हटाने में ज़रा भी संकोच ना बरता जाये।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सुंदरता पर इन अवैध होर्डिंग-पोस्टर-बैनर के कारण दाग़ लग रहा था, इनसे आये दिन हादसे व दुर्घटनाएँ भी घटित हो रही थी, इन सब को दृष्टिगत रखते हुए यह सख़्त क़दम उठाया गया है। ऐसा कोई सार्वजनिक स्थल नहीं था, जहां पर ये अवैध होर्डिंग नज़र ना आते हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यातायात संकेत को, महापुरुषों की प्रतिमाओं, रोटरीयो, बिजली के खंबों, भवनों हर सार्वजनिक स्थलों पर लगे यह होर्डिंग शहरों की सुंदरता पर दाग़ होकर दुर्घटनाओं को न्यौता देते दिखाई देते हैं। हो सकता है कि यह निर्णय कुछ लोगों को ठीक ना लगे, लेकिन मेरे लिये प्रचार-प्रसार से ज़्यादा प्रदेश की सुंदरता, नागरिकों की सुरक्षा है। इस निर्णय के पालन में कोई कोताही नहीं बरती जाने के मेरे द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए है।
उन्होंने कहा कि वे अपनी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं से और अन्य राजनीतिक दलो के प्रमुख जनो से, जनप्रतिनिधियो से, सामाजिक संस्थाओ, सामाजिक कार्यकर्ताओं, मीडिया से भी अपील करते हैं कि इस निर्णय के पालन में अपनी तरफ़ से हमें सहयोग करे। प्रदेश हित में यह एक क्रांतिकारी फ़ैसला है और हमारे लिये प्रदेश हित व जनहित सर्वोच्च प्राथमिकता है।
भविष्य में बैनर-पोस्टर नहीं लगाने के निर्देश कार्यकर्ताओं को दिये है-सिलावट
मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने यहाँ मंगलवार को हुये होर्डिंग-बैनर- पोस्टर विवाद पर आज कहा कि कार्यकर्ताओं को निर्देश दिये है की भविष्य में किसी भी प्रकार के होर्डिंग-पोस्टर न लगाये जाये।
श्री सिलावट ने आज यहां अपने गृह नगर इंदौर में संवाददाताओं से कहा कि कल यहां रेसीडेंसी कोठी एरिये में मेरे कार्यकर्ताओं और निगम कर्मियों के बीच हुये विवाद की बात आज मेरे संज्ञान में आयी है। जिसके बाद सभी कार्यकर्ताओ को भविष्य में बैनर-पोस्टर न लगाने के लिये निर्देशित किया है।
निगम कर्मचारियों के साथ मारपीट के बाद निशाने पर आए मंत्री सिलावट
मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट से संबंधित होर्डिंग और बैनर आदि हटाने के दौरान कुछ लोगों द्वारा इंदौर में नगर निगम के कर्मचारियों के साथ मारपीट और उन्हें अपशब्द बोलने के वीडियो वायरल होने के बाद मंत्री श्री सिलावट विपक्ष के भी निशाने पर आ गए हैं।
श्री सिलावट के जन्मदिन संबंधी होर्डिंग्स और बैनर इंदौर में कुछ स्थानों पर लगाए गए थे। इंदौर नगर निगम के कर्मचारी वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इन्हें हटा रहे थे। इसी दौरान कथित तौर पर श्री सिलावट के समर्थक पहुंच गए और उन्होंने निगम कर्मचारियों को अपशब्दों के साथ न सिर्फ खदेड़ा, बल्कि जाे भी पकड़ में आए, उनके साथ मारपीट की गयी। इसी से संबंधित कुछ घटनाक्रम वीडियो में शूट हाे गए और अब ये सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहे हैं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने अपने ट्वीट में लिखा है ‘जब सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का। शांति का टापू मध्यप्रदेश दस माह में हत्या, लूट, अड़ीबाजी, अपहरण और गुंडागर्दी में अव्वल हो गया है। प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार सरकार के मंत्री ही हैं। और इसके प्रत्यक्ष प्रमाण भी सामने ही हैं।’
इस बीच इंदौर की इस घटना के तूल पकड़ने के बाद अब संबंधितों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है। विपक्षी दल ने भी आज तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं।
बैनर-पोस्टर विवाद में मारपीट करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराएंगे: महापौर
मध्यप्रदेश के इंदौर में बैनर-पोस्टर को हटाने को लेकर प्रकाश में आये विवाद पर आज यहां की महापौर मालिनी गौड ने कहा कि मारपीट में शामिल आरोपियों के विरुद्ध निगम आपराधिक प्रकरण दर्ज करायेगा।
श्रीमती गौड़ ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देशों के बाद ही निगम कर्मचारियों ने बैनर-पोस्टर के विरुद्ध कार्यवाही शुरू की थी। उन्होंने कहा कि पूरे देश के लिए आदर्श स्वच्छता में नंबर एक इंदौर शहर में जगह लगे बैनर-पोस्टर दाग की तरह प्रतीत होते हैं।