अमृतसर 2 जुलाई।भारतीय महिला टी-20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर की मुसीबतें आने वाले दिनों में बढ़ती नजर आ रही हैं। वो पंजाब पुलिस ने डीएसपी बनने के सपने देख रही थी। अब उनपर पंजाब पुलिस द्वारा ही कानूनी कार्रवाई किए जाने का खतरा मंडरा रहा है।
खबर के मुताबिक पंजाब पुलिस का कहना है कि हरमनप्रीत कौर की ग्रेजुएशन की डिग्री के वेरिफिकेशन के दौरान वो फर्जी पाई गई है।
एक मार्च को हरमनप्रीत कौर ने पंजाब पुलिस की नौकरी प्राप्त की थी। अब पंजाब पुलिस ने गृह विभाग को पत्र लिखकर हरमनप्रीत कौर की नौकरी रद करने का प्रस्ताव रखा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास गृह मंत्रालय का कार्यभार है।
मूल रूप से पंजाब के मोगा की रहने वाली हरमनप्रीत कौर को भारतीय महिला क्रिकेट टीम में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर मुख्यमंत्री ने पंजाब पुलिस में डीएसपी बनाने का निर्णय लिया था।
हरमनप्रीत कौर इससे पहले रेलवे में नौकरी कर रही थी। वो रेलवे की नौकरी छोड़कर पंजाब पुलिस की नौकरी करना चाहती थी। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रेलवे की नौकरी छोड़ने में आ रही तकनीकी दिक्कतों को दूर करने के लिए खुद रेलवे से संपर्क किया था। जिसके बाद उनकी नियुक्ति पंजाब पुलिस में की गई।
पंजाब पुलिस का कहना है कि हरमनप्रीत कौर की डिग्री को वेरिफिकेशन के लिए मेरठ यूनिवर्सिटी भेजा गया। जहां जांच के दौरान पता चला कि हरमनप्रीत की डिग्री पर लिखा सीरीयल नंबर यूनिवर्सिटी के रिकॉर्ड से मैच नहीं हुआ है। ऐसे में हरमनप्रीत को न सिर्फ अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है, बल्कि उनपर फर्जी डिग्री हासिल करने के लिए कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।
साल 2017 में हरमनप्रीत कौर ने विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 171 रन की पारी खेली थी। ये उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है।attacknews.in