इस्लामाबाद, सात मार्च । पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद की संलिप्तता और उसके देश में इस आतंकी संगठन के शिविरों की मौजूदगी की ‘‘सटीक जानकारियों’’ पर भारत द्वारा उसे सौंपे गये डॉजियर का ‘‘जल्द’’ जवाब देगा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस पर गौर किया जा रहा है और जल्द ही जवाब दिया जाएगा।’’
जैश-ए-मोहम्मद ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है।
भारत ने 26 फरवरी को बालाकोट में आतंकी रोधी अभियान चलाया था।
फैसल ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया पाकिस्तान ने ‘‘सीमा विवाद में सैन्य, कूटनीतिक और राजनीतिक रूप से भारत को हराया है जो (सीमा विवाद) बीते कुछ दिन में कम हुआ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी इच्छा शांति की है लेकिन जब हम बात करते हैं तो इसे कमजोरी माना जाता है।’’
करतारपुर साहिब गलियारे के संबंध में फैसल ने कहा कि यह प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा द्वारा शुरू की गई परियोजना है जिसके लिए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल 14 मार्च को भारत के दौरे पर जाएगा।
उन्होंने कहा कि भारत ने पहले कहा कि बैठक नयी दिल्ली में होनी चाहिए, जिस पर पाकिस्तान राजी हो गया लेकिन बाद में बैठक स्थल को बदलकर अटारी कर दिया गया।
फैसल ने कहा, ‘‘पाकिस्तान भारतीय सुझाव पर फिर से सहमत हो गया और अगर 14 मार्च तक परिस्थितियां नहीं बदलती हैं तो पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल भारत का दौरा करेगा
सऊदी अरब के शहजादे का संदेश लेकर पहुंचे मंत्री:
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के वैश्विक प्रयासों के बीच, सऊदी अरब के विदेश राज्यमंत्री आदिल अल जुबैर बृहस्पतिवार को यहां पहुंचे। कहा जा रहा है कि जुबैर युवराज मोहम्मद बिन सलमान का ‘‘विशेष संदेश’’ लेकर आए हैं।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, अल जुबैर प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात करेंगे। वह विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से भी बात करेंगे।
‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, सऊदी के राज्यमंत्री को इससे पहले एक मार्च को पाकिस्तान आना था लेकिन इस्लामाबाद और नयी दिल्ली के बीच बढ़ते तनाव के कारण इसमें देरी हुई।
खबर में कहा गया कि मंत्री पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के बाद दो सप्ताह में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद की क्षेत्रीय स्थिति पर चर्चा कर सकते हैं।
अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, सऊदी अरब और यूएई जैसे देश भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में जुटे हुए हैं।
सऊदी के मंत्री के दौरे की घोषणा करते हुए विदेश मंत्री कुरैशी ने बुधवार को कहा था कि अल जुबैर युवराज मोहम्मद का ‘‘विशेष संदेश’’ लेकर पाकिस्तान आ रहे हैं।
इससे पहले, सऊदी के युवराज मोहम्मद पुलवामा आतंकी हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान और भारत के दौरे पर आए थे।
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