बारामूला 11 जुलाई । भारतीय सेना के एक वरिष्ठ कमांडर ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लांच पैड पर करीब 300 आतंकवादी मौजूद हैं जो नियंत्रण रेखा को पार कर उत्तर कश्मीर के विभिन्न इलाकों में घुसपैठ करने की फिराक में हैं।
सेना की इंफेंट्री डिविजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल वीरेंद्र वत्स ने हालांकि कहा कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ विरोधी ग्रिड पूरी तरह तैयार एवं चौकस है। हमारे सतर्क जवान भी आतंकवादियों के घुसपैठ के किसी भी प्रयास का मुंहतोड़ जवाब देने और उन्हें नाकाम करने को लेकर सजग हैं।
मेजर जनरल वत्स ने आज यहां संवाददाताओं से कहा,“ हमारे पास इनपुट्स हैं कि पीओके में लॉन्चपैड पूरी तरह से भरे हुए हैं। इन लॉन्चपैड्स में अभी मौजूद आतंकवादियों की संख्या 250 और 300 के बीच है। वे (आतंकवादी) इस तरफ घुसपैठ करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि हिमपात के कारण रास्ता बंद होने से पहले उनके पास लगभग गर्मी के के चार महीने बाकी हैं।”
सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद करने के उद्देश्य से बार-बार संघर्षविराम का उल्लंघन कर भारी गाेलाबारी करती रहती है। उन्होंने कहा,“यह रणनीति काम नहीं करेगी क्योंकि हमारे सैनिक किसी भी घुसपैठ के प्रयास को नाकाम करने के लिए हाई अलर्ट पर हैं।”
मेजर जनरल वत्स ने सेना शनिवार की सुबह घुसपैठ के प्रयास को नाकाम करने के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कुपवाड़ा में नौगाम सेक्टर में एलओसी पर तैनात जवानों ने इलाके में पाकिस्तानी चौकी की ओर से होने वाले संदिग्ध गतिविधि का पता लगाया। उन्होंने कहा,“ हमारे सैनिकों की उचित प्रतिक्रिया एवं तत्पर कार्रवाई से दो आतंकवादियों को मार गिराया गया, जो घुसपैठ रोधी बाड़ को काटकर भारत के इलाके में प्रवेश कर रहे थे।”
उन्होंने कहा कि मृत आतंकवादियों के पास से 12 भरी मैग्जिनों के साथ दो एके राइफलें, एक पिस्तौल, कुछ हथगोले तथा पिस्तौल की मैग्जीनें भी बरामद की गईं है। उन्होंने कहा,“हमने मुठभेड़ स्थल से भारतीय और पाकिस्तानी मुद्रा में लगभग डेढ़ लाख रुपये भी बरामद किये हैं।
सेना अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ स्थल के आस-पास के इलाकों में विस्फोटकों का पता लगाने के लिए तलाश अभियान अभी जारी है।