नयी दिल्ली, 22 अगस्त ।प्रतिदिन कोविड-19 जांच बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को कायम रखते हुए भारत ने एक दिन में 10 लाख से अधिक नमूनों की जांच के महत्वपूर्ण स्तर को पार कर लिया है और अब तक देश में कुल 3.4 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है।इधर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत इस साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन हासिल कर लेगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जांच में व्यापक बढ़ोतरी हुई है।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘अधिक संख्या में जांच से जहां संक्रमण के मामलों की दर भी शुरू में बढ़ेगी, लेकिन तत्काल पृथक-वास, प्रभावी तरीके से रोगियों पर नजर रखने और समय पर प्रभावी एवं क्लीनिकल प्रबंधन जैसे अन्य उपायों से अंतत: यह कम होगी।’’
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘प्रतिदिन कोविड-19 जांच में तेजी से वृद्धि की अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए, भारत ने एक दिन में 10 लाख से अधिक नमूनों की जांच कर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है।”
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को कुल 10,23,836 नमूनों की जांच की गयी और भारत ने प्रतिदिन 10 लाख नमूनों की जांच करने के अपने संकल्प को हासिल किया।
वैज्ञानिक और आईसीएमआर में मीडिया समन्वयक लोकेश शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को 10,23,836 नमूनों की जांच के साथ ही 21 अगस्त तक 3,44,91,073 नमूनों की जांच की जा चुकी है।
सूत्रों बताया कि शुक्रवार को कुल 10,23,836 नमूनों की जांच की गयी जिनमें से करीब 3.8 लाख नमूनों की जांच रैपिड एंटीजन तरीके से की गयी।
सूत्रों के मुताबिक अभी तक देश में कुल 3,44,91,073 नमूनों की जांच की जा चुकी है जिनमें से करीब 28 प्रतिशत मामलों में जांच रैपिड एंटीजन पद्धति से की गयी।
मंत्रालय ने कहा, ‘‘यह केंद्र और राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों की सरकारों के दृढ़ संकल्प वाले, केंद्रित, सतत और समन्वित प्रयासों का परिणाम है कि भारत ने 24 घंटे की अवधि में दस लाख से अधिक नमूनों की जांच की है।’’
मंत्रालय ने बताया कि जांच प्रयोगशालाओं के नेटवर्क में विस्तार की वजह से भी यह उपलब्धि हासिल हुई है। आज देश में 1,511 प्रयोगशालाएं हैं जिनमें से 983 सरकारी क्षेत्र में है तथा 528 निजी हैं।
इस वर्ष के अंत तक कोरोना वैक्सीन की उम्मीद: हर्षवर्धन
इधर केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत इस साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन हासिल कर लेगा।
डाॅ. हर्षवर्धन ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ( एनडीआरएफ) मुख्यालय की 8वीं वाहिनी के चिकित्सालय के शुभारंभ के अवसर पर आज पत्रकारों के कोरोना वैक्सीन के संबंध में पूछे गए सवालों के जबाव में कहा, “मैंने उम्मीद जताई कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो भारत इस साल के आखिर तक कोरोना वैक्सीन हासिल कर लेगा।”
उन्होंने देर रात इस संबंध में कई ट्वीट भी किये। उन्होंने कहा कि देश ने एक दिन में दस लाख से अधिक कोविड-19 जांच कर एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। उपलब्धि भरे इस आंकड़े को हमने तय समय सीमा से छह हफ़्ते पहले ही छू लिया है।
डा. हर्षवर्धन ने कहा, “ मैंने कहा कि भारत के पास अभूतपूर्व क्षमता और योग्यता है। हम एक तरफ़ जहां ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट, के मंत्र पर ज़ोर दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर हमारे वैज्ञानिक जल्द से जल्द कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हैं।”
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “ दुनिया से बेहतर स्थिति में भारत है! देश में कोविड-19 के मरीज़ अब तेज़ी से ठीक हो रहे हैं और हमारा राष्ट्रीय रिकवरी रेट 75 प्रतिशत के करीब पहुंच चुका है, जबकि मृत्यु दर पूरे विश्व में सबसे कम 1.87 प्रतिशत है।”
कोरोना वैक्सीन से जुड़े सवाल पर डाॅ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश में तीन संस्थान इस दिशा में काम कर रहे हैं। इनमें एक संस्थान का ट्रायल पहले जबकि दूसरे का दूसरे चरण में हैं। जबकि तीसरा संस्थान का तीसरे चरण में है।