नयी दिल्ली, 17 अगस्त। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा में आज राजधानी में जन सैलाब उमड़ पडा और देश के दूर दराज इलाकों से आए लाखों लोग कड़ी धूप और उमसभरे मौसम में इसमें शामिल हुए।
राजधानी के आईटीओ के निकट दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर पार्टी मुख्यालय से जब दो बजे अंतिम यात्रा शुरू हुई तो लोग भावुक हो गये और उनकी आंखें नम हो गयी तथा ‘वाजपेयी अमर रहे’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों से आसमान गूंज उठा।
सुबह से ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और देश के दूरदराज के इलाके से आये लोग अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में उमड़ पड़े।
अंतिम यात्रा के पूरे मार्ग पर लोगों ने श्री वाजपेयी के पार्थिक शरीर पर पुष्प वर्षा की।
उनकी अंतिम यात्रा लगभग सात किलोमीटर का रास्ता तय कर आईटीओ, दिल्ली गेट, दरियागंज और शांतिवन से होते हुए राष्ट्रीय स्मृति स्थल पहुंची।
शव यात्रा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री विजय गोयल और अन्य कई गणमान्य नेता पैदल चल कर स्मृति स्थल पहुंचे।
अंतिम यात्रा के लिए श्री वाजपेयी के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर फूल मालाओं के साथ सेना के एक वाहन में ले जाया गया।
सेना के जवानों ने श्री वाजपेयी के पार्थिव शरीर को अपने कंधे पर उठाकर वाहन पर रखा। वाहन पर चारों तरफ फूल मालाएं सजाई गयी थी। इस मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये। अंतिम यात्रा जिन मार्गों से होकर गुजरा उन पर सुरक्षा चाक चौबंद थी तथा पुलिस तथा सुरक्षा अधिकारी लगातार नजर बनाये हुए थे।
पूर्व प्रधानमंत्री का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को शाम पांच बजकर पांच मिनट पर यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया था।attacknews.in