नयी दिल्ली 08 जनवरी भारत ने पाकिस्तान में मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड जकीउर्रहमान लखवी एवं मसूद अजहर पर कार्रवाई की रिपोर्टों को आंखों में धूल झोंकने की कोशिश करार दिया और कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सुनिश्चित करना चाहिए कि पाकिस्तान को आतंकवादी ढांचे को समाप्त करने के लिए विश्वसनीय कदम उठाए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यहां नियमित ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान द्वारा इन कदमों को उठाने के लिए जिस वक्त का चयन किया गया है उससे पता चलता है कि वह फरवरी में वित्तीय कार्रवाई कार्यसमूह (एफएटीएफ) के सत्र और धनशोधन पर एशिया प्रशांत संयुक्त समूह (एपीजेजी) की बैठक के पहले खुद को कार्रवाई से बचाने के लिए दिखावटी कदम उठा रहा है।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यह बहुत आम बात है कि पाकिस्तान महत्वपूर्ण बैठकों के पहले इस तरह के आंखों में धूल झाेंकने के प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंधित संगठन एवं आतंकवादी पाकिस्तान सरकार के भारत विरोधी एजेंडा को अंजाम देने के लिए उसके परोक्ष एजेंट के रूप में काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर निर्भर करता है कि वह पाकिस्तान की जवाबदेही तय करे और सुनिश्चित करे कि वह आतंकवादी समूहों, आतंक के ढांचे और आतंकवादियों के विरुद्ध विश्वसनीय कार्रवाई करे।
वीसा संबंधी दिक्कतों को दूर करे अमेरिका : विदेश मंत्रालय
भारत ने अमेरिका को आर्थिक वैज्ञानिक विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान याद दिलाते हुए उससे अनुरोध किया है कि वह भारतीय पेशेवरों को अमेरिका प्रवास के लिए वीसा व्यवस्था में दिक्कतों को दूर करे।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यहां अमेरिका द्वारा एच1बी वीसा को लेकर लिये गये फैसले पर एक सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिका सरकार ने कुछ श्रेणियों के प्रवासियों एवं यात्रियों के अमेरिका में प्रवेश पर रोक को तीन महीने बढ़ाया है। भारत इसे लेकर अमेरिका सरकार के साथ संपर्क में है ताकि वीसा व्यवस्था स्थिर एवं निश्चित हो सके तथा अमेरिका में रह रहे भारतीय नागरिकों और उचित कारणों से अमेरिका की यात्रा के इच्छुक भारतीयों की दिक्कतें कम हो सकें।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि भारत एवं अमेरिका संबंधों में जनता के बीच संबंधों का प्रमुख स्थान है। अमेरिका में इस तथ्य को स्वीकार किया जाता है कि भारत के कुशल पेशेवरों ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था की प्रगति में योगदान दिया है और अमेरिका को प्रतिस्पर्द्धी एवं नवान्वेष के मामले में अग्रणी बनाये रखने में प्रमुख भूमिका निभायी है।
अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के उपद्रव एवं हिंसा भरे प्रदर्शनों के बारे में एक सवाल पर प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ट्वीट को उद्धृत करते हुए कहा कि इस तरह केे गैरकानूनी प्रदर्शनों से लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा है।
भारत की विदेश नीति स्वतंत्र, राष्ट्रीय हितों से प्रेरित: विदेश मंत्रालय
भारत ने रूस से एस-400 मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली खरीदने की दशा में देश पर अमेरिकी प्रतिबंध लगने की आशंका को खारिज करते हुए आज कहा कि उसकी विदेश नीति सदैव स्वतंत्र रही है और राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर आधारित है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यहां एस 400 की खरीद पर अमेरिका के रुख के बारे में एक रिपोर्ट का जिक्र किये जाने पर कहा कि भारत एवं अमेरिका के बीच एक समग्र वैश्विक सामरिक साझीदारी है तथा भारत एवं रूस के बीच विशेषाधिकार प्राप्त सामरिक साझीदारी है।
प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने सदैव एक स्वतंत्र विदेश नीति का पालन किया है और यह हमारी रक्षा खरीद एवं आपूर्ति के मामले में भी लागू होता है जो हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों से प्रेरित है।
चीन में फंसे भारतीय जहाजकर्मियों के जल्दी निकलने की उम्मीद
चीन में फंसे दो मालवाहक जहाज़ों में सवार भारतीय नौवहन कर्मियों को निकालने के तौर तरीकों के बारे में दोनों देश आधिकारिक स्तर पर विचार विमर्श कर रहे हैं तथा जल्द इस बारे में कोई हल निकल आने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यहां बताया कि बीजिंग में भारतीय दूतावास चीन सरकार के साथ इस मसले पर सतत संपर्क बनाये हुए है। भारतीय राजदूत ने चीनी उप विदेश मंत्री से मिल कर व्यक्तिगत रूप से इस पर चर्चा की है और दो मालवाहक पोतों एम वी जग आनंद और एम वी अनास्तासिया पर सवार भारतीय नौवहन कर्मियों को बदलने की अनुमति जल्द प्रदान करने का अनुरोध किया है।