नयी दिल्ली 14 मई । भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने दक्षिण पश्चिम माॅनसून के 31 मई तक केरल पहुंचने की संभावना व्यक्त की है।
आईएमडी की ओर से शुक्रवार को जारी विज्ञप्ति में बताया गया, “इस वर्ष दक्षिण पश्चिम मॉनसून केरल में 31 मई को पहुंच सकता है, हालांकि इस अनुमान में चार दिन कम या ज्यादा हो सकते हैं।” दक्षिणपश्चिम मॉनसून 22 मई के आसपास अंडमान सागर में पहुंचेगा। अरब सागर के ऊपर चक्रवात बनने के आसार हैं ऐसे में सागर के ऊपर भूमध्यरेखा से गुजरने वाली दक्षिण पछुआ हवाएं तेज हो गई हैं।
गौरतलब है कि जैसे-जैसे मानसून उत्तर की ओर बढ़ता है, क्षेत्रों में चिलचिलाती गर्मी के तापमान से राहत का अनुभव मिलता है। दक्षिण पश्चिम मानसून एक जून को लगभग सात दिनों के मानक विचल के साथ केरल में आ जाता है।
आईएमडी 2005 से केरल में मानसून के आरंभ की तारीख के लिए संक्रियात्मक पूर्वानुमान जारी कर रहा है।
भारतीय मानसून क्षेत्र में, मानसून की शुरुआती बारिश दक्षिण अंडमान सागर से होती है और उसकी बाद मानसूनी हवाएं उत्तर पश्चिम दिशा में बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ती हैं। मानसून की नई सामान्य तारीखों के मुताबिक दक्षिणपश्चिम मानसून 22 मई के आसपास अंडमान सागर में पहुंचेगा। विभाग ने इस वर्ष मानसून सामान्य रहने का अनुमान जताया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले 16 वर्षों (2005-2020) के दौरान केरल में मानसून के आरंभ की तारीख का आईएमडी के संक्रियात्मक पूर्वानुमान वर्ष 2015 को छोड़कर सही साबित हुआ है। केरल के ऊपर 2021 के दक्षिण पश्चिम मानसून आरंभ के लिए पूर्वानुमान की बात करें तो इस वर्ष केरल के ऊपर दक्षिण पश्चिम मानसून के आरंभ की तारीख प्लस माइनस चार दिनों की मॉडल त्रुटि के साथ 31 मई होने की संभावना है।