नयी दिल्ली/जिनेवा , 22 जून । देश में जनसंख्या घनत्व अधिक होने के बावजूद यहां प्रति लाख कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के मामलों की संख्या विश्व औसत से काफी कम है। विश्व में औसतन प्रति लाख 114.67 कोरोना वायरस के मामले हैं लेकिन भारत में इनकी संख्या 30.04 प्रति लाख है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की 153वीं स्थिति रिपोर्ट में जानकारी दी गई है कि अमेरिका में यह संख्या 671.24, जर्मनी 583.88, स्पेन 526.22 और ब्राजील में 489.42 मामले प्रति लाख हैं। भारत में कोरोना मामलों का कम पाया जाना इस बीमारी के प्रति सरकार के शुरू से ही सतर्क रवैये और सक्रिय रणनीति का नतीजा है।
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के एक दिन में सबसे ज्यादा मामले सामने आने की जानकारी दी:
जिनेवा, से खबर है कि , विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में सबसे ज्यादा मामले सामने आने की जानकारी दी। दुनिया भर में पिछले 24 घंटों में 1,83,000 से अधिक नये मामले सामने आए।
संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि सबसे अधिक 54,771 मामले ब्राजील में सामने आए। इसके बाद अमेरिका में 36,617 और भारत में 15,400 से ज्यादा मामले सामने आए।
विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते मामले कई कारकों को दर्शाते हैं जिनमें बड़े पैमाने पर जांच के साथ ही व्यापक स्तर पर संक्रमण का फैलना शामिल है।
डब्ल्यूएचओ ने बताया कि दुनिया भर में इस वैश्विक महामारी से अब तक 87,08,008 लोग प्रभावित हैं और इनमें से 1,83,020 लोग पिछले 24 घंटे में संक्रमण की चपेट में आए हैं। वहीं विश्व भर में अब तक 4,61,715 लोगों की मौत हुई है और रोजाना उसमें 4,747 मौतों का इजाफा हो रहा है।
मौत के इन नये मामलों में से दो तिहाई मामले अमेरिका के हैं।
स्पेन में अधिकारियों ने तीन माह के लॉकडाउन के बाद राष्ट्रीय आपातकाल स्थिति समाप्त कर 4.7 करोड़ लोगों को स्वतंत्र रूप से आवाजाही की अनुमति दी। देश ने ब्रिटेन और वीजा मुक्त यात्रा की अनुमति प्राप्त 26 यूरोपीय देशों से आने वाले लोगों के लिए 14 दिन के पृथक-वास संबंधी नियम को भी हटा दिया।
वहीं अमेरिका में ओकलाहोमा के टुलसा में अभियान रैली में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि अमेरिका ने 2.5 करोड़ लोगों की जांच की लेकिन इसकी बुरी बात यह थी कि इसमें ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए।
डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के अभियान ने ट्रंप पर अमेरिकी लोगों की सुरक्षा एवं आर्थिक कुशलता से पहले राजनीतिक हित को रखने का आरोप लगाया।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में हैं जहां 22 लाख लोग संक्रमित हैं और मृतक संख्या भी सबसे अधिक 1,20,000 यहीं है।
वहीं इंग्लैंड में, लॉकडाउन के प्रतिबंधों की वजह से लोग उत्तरी गोलार्ध में साल के सबसे लंबे दिन स्टोनहेंज के प्राचीन चौक पर सूर्योदय के साक्षी नहीं बन पाए। इस स्थल का संचालन करने वाले इंग्लिश हेरिटेज ने सूर्योदय को लाइव स्ट्रीम किया।
संक्रमण के मामले न सिर्फ अमेरिका में तेजी से बढ़ रहे हैं बल्कि ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों में भी खासकर लातीन अमेरिकी देशों में।
ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कुल मामले एक दिन में 50,000 से ज्यादा बढ़ गए हैं। राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो इस जोखिम को कमतर आंक रहे हैं जबकि उनके देश में अब तक 50,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है जो विश्व में दूसरी सबसे ज्यादा मृतक संख्या है।
दक्षिण अफ्रीका में शनिवार को एक दिन में सबसे अधिक 5,000 से ज्यादा मामले सामने आए और 46 लोगों की मौत हुई। वहीं राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने विश्व के सबसे सख्त लॉकडाउन में से एक में ढील देने की घोषणा की।
पिछले हफ्ते दी गई रियायतों में खेल-कूद की गतिविधियों को भी फिर से शुरू करने की इजाजत दी गई थी। लेकिन देश के खेल मंत्री नाथी मथेटवा ने चेतावनी दी है कि स्वास्थ्य मंत्रालय से बिना पूर्व अनुमति के खेल निकायों द्वारा प्रशिक्षण फिर से शुरू करने या कार्यक्रमों का आयोजन करने पर जुर्माना लगाया जाएगा।
अमेरिका में, वायरस का प्रसार पश्चिम और दक्षिण की ओर भी देखा गया। एरिजोना में 26 लोगों की मौत के साथ 3,100 नये मामले सामने आए। नेवाडा में भी 445 मामले सामने आए।
वहीं, संपर्कों का पता लगाकर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के न्यूयॉर्क सिटी के प्रयास बाधित हो रहे हैं जहां वायरस से संक्रमित कई लोग अधिकारियों को जानकारी नहीं दे रहे हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर में कहा गया कि संपर्कों का पता लगाने के कार्यक्रम के शुरुआती दो हफ्तों में शहर के 5,347 संक्रमितों में से केवल 35 प्रतिशत लोगों ने उनके करीबी संपर्कों के बारे में सूचना दी है।
उधर, अरकंसास के स्प्रिंगडेल में स्थित टाइसन फूड्स के एक संयंत्र में उसके कर्मचारियों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। कंपनी उन खबरों पर गौर कर रही है कि चीन की सीमा शुल्क एजेंसी ने अमेरिका के इस केंद्र से कुक्कुट उत्पादों के आयात पर रोक लगा दी है।
शुक्रवार को कंपनी ने बेनटन और वाशिंगटन काउंटी, अरकंसास के अपने केंद्रों में की गई कोरोना वायरस की जांच के परिणाम घोषित किए थे और कहा था कि 95 प्रतिशत कर्मचारियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है लेकिन उनमें लक्षण नजर नहीं आ रहे थे।
वहीं, इराक में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं जिसके बाद राजधानी बगदाद के बड़े-बड़े प्रदर्शनी मैदानों को अस्थायी कोरोना वायरस वार्ड में तब्दील किया जा रहा है।
वायरस के मामले रमजान के पाक महीने के बाद से बढ़ने लगे जब परिवार एवं दोस्त रोजा खोलने के लिए एकत्र हुआ करते थे। एक महीने से भी कम वक्त में, संक्रमण के मामलों में सात गुना वृद्धि हुई और रविवार को कुल मामले 30,868 हो गए जबकि मई अंत तक यह 4,000 से भी कम थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मृतक संख्या भी बढ़ी है और 1,100 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
एशिया में, चीन और दक्षिण कोरिया में रविवार को कोरोना संक्रमण के नये मामले सामने आने के बाद से बड़ी मुश्किल से काबू में आई स्थिति के हाथ से फिसलने के संकेत मिल रहे हैं।
चीनी अधिकारियों ने 25 नये मामलों की पुष्टि की जिनमें से 22 मामले बीजिंग के हैं।
वहीं दक्षिण कोरिया में करीब 200 ऐसे मामलों का पता किया गया है जो सियोल की एक कंपनी से जुड़े हुए हैं जिसके कर्मचारी घर-घर जाकर उत्पादों की बिक्री करते हैं और कम से कम 70 अन्य मामले वहां के टेबल टेनिस क्लब से जुड़े हुए हैं।
देश में कोविड-19 के 17 नये मामले भी सामने आए हैं जिसके बाद सोमवार तक देश में संक्रमण के कुल मामले 12,438 हो गए। इनमें 280 लोगों की मौत भी शामिल है।
वहीं, न्यूजीलैंड में कोरोना संक्रमित पाए गए दो लोगों में एक भारतीय शख्स भी शामिल है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इसी के साथ देश में नौ लोग संक्रमण की चपेट में आ गए हैं जबिक इस महीने की शुरुआत में यहां एक भी मामला नहीं था।
यह व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ भारत से यहां पहुचा था। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ एशले ब्लूमफील्ड ने बताया कि वह एअर इंडिया के विमान से यहां आया था और ऑकलैंड के एक होटल में ठहरा हुआ था।
वहीं दूसरा मामला एक किशोरी का है जो 13 जून को मेलबर्न होते हुए इस्लामाबाद से यहां पहुंची थी। उसका परिवार भी उसके साथ आया था लेकिन वे जांच में नेगेटिव पाए गए थे।