नयी दिल्ली,06 सितंबर । देश में कोरोना वायरस तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है वहीं इससे मरने वाल़ों की संख्या बड़ी शीघ्रता से बढ़ रही है और मात्र 10 दिनों में मृतकों की संख्या 60 हजार से 70 हजार को पार कर गई।
केंद्रीय परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार को जारी आंकड़ों में पिछले 24 घंटों में 1065 मरीजों की मौत से कुल 70,626 लोगों की वायरस जान ले चुका है।
यह दूसरी मर्तबा है कि कोरोना मृतकों की संख्या में 10 दिनों में 10 हजार से अधिक का इजाफा हुआ है। इससे पहले मृतकों की संख्या 40 से 50 हजार पहुंचने में भी दस दिन ही लगे थे।
पिछले 24 घंटों में रिकार्ड 90,633 मामलों से कुल संक्रमित 41,13,812 हो गए और विश्व में अमेरिका के बाद संक्रमण के मामले पर दूसरे स्थान पर आ गया।
वायरस से 28 अगस्त से छह सिंतबर तक के दस दिनों में दस हजार 161 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई । इस दौरान सबसे अधिक चार और पांच सितंबर के आंकड़ो में वायरस से दोनों दिनों में रोज 1096–1096 लोगों की मौत हुई और इस दौरान सबसे कम 819 एक सितंबर को संक्रमण से मरने वाले रहे। इन 10 दिनों में सात दिन मृतकों की संख्या एक हजार से अधिक और मात्र तीन दिन एक हजार से कम रही ।
थोड़ा सुकून देने वाली बात यह रही कि इस दौरान कुल संक्रमितों की तुलना में मृतकों का प्रतिशत घटकर 1.72 फीसदी रह गया।
इससे पहले कोरोना से मृतकों की संख्या पर नजर दौड़ाई जाए तो यह तेजी से बढ़ी जरुर किंतु वायरस के रिकार्ड मामले आने के बीच कुल संक्रमितों की तुलना में मरने वालों का प्रतिशत भी विभिन्न कदमों से तेजी से कम लाने में मदद मिली। इनमें आक्रामक जांच, व्यापक निगरानी और वायरस से संपर्क में आने वाले की जल्दी पहचान से वायरस से होने वाली मौतों पर काफी हद तक नियंत्रण रखने में कामयाबी मिली है।
आंकड़ों के अनुसार कोरोना से एक से दस हजार मौतों की संख्या पहुंचने में 96 दिन लगे और कुल मरीजों की तुलना में मृतकों का प्रतिशत सबसे अधिक 3.4 प्रतिशत था।
मृतकों की संख्या दस से बीस हजार होने में बीस दिन ही लगे हालांकि प्रतिशत घटकर 2.8 रह गया। बीस से तीस हजार होने में दिनों की संख्या घटकर 17 ही रह गई किंतु राहत की बात रही कि प्रतिशत और घटकर 2.4 पर आ गया।
तीस से चालीस हजार मृतक होने में 13 दिन ही लगे और प्रतिशत 2.1 रह गया। चालीस से पचास हजार की संख्या में सबसे कम महज दस दिन लगे और प्रतिशत और घटकर 1.9 रह गया। अगले दस हजार अर्थात पचास से साठ हजार की संख्या पहुंचने में 11 दिन लगे और मृतक प्रतिशत घटकर 1.8 रह गया।
कोरोना संक्रमण नमूनों की जांच का आंकड़ा पौने पांच करोड़ के करीब
इधर देश में वैश्विक महामारी कोविड-19 के लगातार बढ़ते प्रकोप और दिन प्रतिदिन रिकार्ड नये मामलों के साथ ही इसे नियंत्रण करने की मुहिम के तहत पिछले पांच रोज से लगातार दस लाख से अधिक संक्रमण नमूनों की जांच हो रही है और 05 सितंबर तक कुल परीक्षण का आंकड़ा चार करोड़ 88 लाख 31 हजार 145 पर पहुंच गया।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की तरफ से रविवार को बताया गया कि पांच सितंबर को 10,92,654 कोरोना संक्रमण के नमूनों की जांच की गई और परीक्षण का कुल आंकड़ा 4,88,31,145 पर पहुंच गया है।
उधर देश में पिछले 24 घंटों में 90,633 नये मामलों से कुल आंकड़ा 41,13,812 संक्रमितों पर पहुंच गया और 1065 मरीजों की और मौत हो गई। देश विश्व में अमेरिका के बाद संक्रमण मामले में दूसरे स्थान पर आ गया है और यह जानलेवा वायरस 70,626 लोगों को लील चुका है।
इससे पहले कोरोना के बढ़ते कहर को थामने के लिए दो और तीन सितंबर को लगातार दो दिन 11-11 लाख से अधिक कोरोना नमूनों की जांच की गई थी।
परिषद के अनुसार तीन सितंबर को 11,69,765 कोरोना नमूनों की जांच की गई थी। इससे पहले दो सितंबर को पहली बार देश में जांच का आंकड़ा 11 लाख से अधिक रहा और 11,72,179 नमूनों की रिकार्ड जांच की गई जो विश्व में एक दिवस में संक्रमण की सर्वाधिक जांच का रिकार्ड भी है।
कोरोना के देश में लगातार बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए जांच, उपचार और संपर्क का पता लगाने पर लगातार जोर दिया जा रहा है।
एक सितंबर को 10,12,367 नमूनों का परीक्षण किया गया।
इससे पहले देश में 29 अगस्त को रिकार्ड 10,55,27 नमूनों की जांच की गई थी और पहली बार 21 अगस्त को दस लाख से अधिक 10,23,836 कोरोना जांच की गई थी और एक दिन में दस लाख से अधिक संक्रमण परीक्षण करने वाला विश्व में भारत तीसरा देश बना था।
संक्रमण के वेग के साथ इससे ऊबरने वाल़ों की संख्या भी रोज बढ़ रही है और पिछले 24 घंटों में 73,643 रिकार्ड संख्या में लोगों ने इसे मात दी।
वायरस को कुल 31,80,867 लोग मात दे चुके हैं जबकि 8,62,320 इससे फिलहाल प्रभावित हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत की बात यह है कि मृत्यु दर घटकर 1.72 प्रतिशत और रिकवरी दर थोड़ी और सुधरकर 77.32 फीसदी हो गई।