नयी दिल्ली, 30 नवंबर।भारत एवं जापान ने विशेष रूप से समुद्री क्षेत्र में अपनी विशेष रणनीतिक साझेदारी को और अधिक गति प्रदान करने के लिये शनिवार को विदेश और रक्षा मंत्री स्तर की पहली बैठक की।
अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर नीत भारतीय शिष्टमंडल ने भारत का नेतृत्व किया, जबकि जापान का नेतृत्व वहां के विदेश मंत्री तोशीमित्शु मोतेगी और रक्षा मंत्री तारो कोनो ने किया।
इस वार्ता को ‘टू प्लस टू’ नाम दिया गया है।
पिछले साल 13 वें भारत-जापान वार्षिक सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे द्वारा लिये गये एक फैसले के बाद नयी रूपरेखा के तहत वार्ता हो रही है।
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सुरक्षा एवं रक्षा सहयोग को और मजबूत करने तथा दोनों देशों के बीच विशेष रणनीतिक एवं वैश्विक साझेदारी को और अधिक प्रगाढ़ करने के लिये नया तंत्र गठित करने का फैसला किया।
वार्ता में दोनों देशों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति पर विचारों का आदान प्रदान किया और शांति, समृद्धि एवं प्रगति के साझा लक्ष्य को हासिल करने का संकल्प लिया।
बैठक में भारत-जापान के बीच रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग के विभिन्न महत्वपूर्ण आयामों पर भी चर्चा की गई।
आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे पाकिस्तान: भारत- जापान
भारत और जापान ने आतंकवाद को क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताते हुए पाकिस्तान से उसकी जमीन पर सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज यहां जापान के विदेश मंत्री टी मोतेगी और रक्षा मंत्री कोनो तारो के साथ टू प्लस टू डॉयलाग के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में आतंकवाद के बढते खतरे की कड़ी निंदा की और माना कि यह क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।
उन्होंने सभी देशों से आतंकवादी ढांचों और नेटवर्क को तहस नहस करने , उनकी फंडिंग पर रोक लगाने तथा आतंकवादियों की सीमा पार से घुसपैठ पर रोक लगाने को भी कहा।
चारों मंत्रियों ने कहा कि सभी देशों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी जमीन का दूसरे देशों पर किसी भी तरह से आतंकवादी हमले करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाये। इस संदर्भ में उन्होंने पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी नेटवर्क द्वारा क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे का उल्लेख किया और उससे इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा।
उन्होंने पाकिस्तान से वित्तीय कार्रवाई कार्य दल सहित अन्य अंतर्राष्ट्रीय समझौतों का पालन करने को भी कहा। मंत्रियों ने आतंकवाद से मुकाबला करने के लिए सूचनाओं और खुफिया जानकारी को साझा कर मजबूत अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी बनाये जाने की जरूरत पर भी बल दिया।