नई दिल्ली, 11 सितंबर ।भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों को लेकर तत्काल, निरंतर और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने का आह्वान किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी हमलों के लिए पाकिस्तानी क्षेत्र का उपयोग नहीं किया जाए।
आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका-भारत संयुक्त कार्यदल की 17 वीं बैठक और आधिकारिक स्तरीय संवाद के तीसरे सत्र में 9-10 सितंबर को वर्चुअल बैठक में दोनों पक्षों ने सभी रूपों में आतंकवाद की कड़ी निंदा की। इस बैठक के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भारत की ओर विदेश मंत्रालय में आतंकवाद निरोधक संयुक्त कार्यबल प्रकोष्ठ के संयुक्त सचिव महावीर सिंघवी जबकि अमेरिका की ओर विदेश विभाग के संयोजक नाथन ए सेल्स ने किया। दोनो पक्षों ने सभी रूपों में सीमा पार आतंकवाद की कड़ी निंदा की।
2008 के मुंबई और 2016 के पठानकोट हमलों के अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए दोनों देशों ने अल-कायदा, इस्लामिक स्टेट, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन सहित सभी आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ ठोस कार्रवाई की आवश्यकता को रेखांकित किया।
दोनों देशों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि बैठक में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जाहिर किए गए खतरे की आशंकाओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया।
भारत और अमेरिका के अधिकारियों ने दुनिया की सबसे अधिक प्रभाव वाली आतंकवाद-विरोधी चुनौतियों का समाधान करने के अपने प्रयासों पर प्रकाश डाला। इसमें आतंकवादी संगठनों के वित्तपोषण और संचालन, इंटरनेट के कट्टरपंथीकरण और आतंकवादी उपयोग,आतंकवादियों के सीमा पार आंदोलन, और अभियोजन पक्ष का मुकाबला करना शामिल है।
दोनों पक्षों ने आपसी कानूनी , प्रत्यर्पण सहायता, और द्विपक्षीय कानून प्रवर्तन प्रशिक्षण तथा सहयोग पर भी चर्चा की।
अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के लोगों और सरकार के प्रति अपना समर्थन भी दोहराया।