इस्लामाबाद, छह सितम्बर । पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि कश्मीर पाकिस्तान की “दुखती रग” है और इसके विशेष दर्जे को वापस लेने का भारत का फैसला देश की सुरक्षा एवं अखंडता को चुनौती देता है।
खान ने पाकिस्तान के ‘रक्षा एवं शहीद दिवस’ पर कहा कि उनकी सरकार ने वैश्विक राजधानियों और संयुक्त राष्ट्र में सक्रिय कूटनीतिक अभियान शुरू किया ताकि वैश्विक समुदाय को कश्मीर के बारे में बताया जा सके जिसका विशेष दर्जा भारत ने पांच अगस्त को खत्म कर दिया था।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान के लिए कश्मीर उसकी कमजोर नस है, इसके बिना पाकिस्तान का अस्तित्व नहीं है, और उसके दर्जे में बदलाव करना पाकिस्तान की सुरक्षा एवं अखंडता को चुनौती देता है।”
उन्होंने कहा, “मैंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत के परमाणु जखीरे की सुरक्षा पर गंभीरता से विचार करने की भी अपील की…यह वह मुद्दा है जो दक्षिण एशियाई क्षेत्र को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित करता है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर वैश्विक समुदाय भारत के परमाणु जखीरे पर ध्यान देने में विफल रहता है तो वे “विनाशकारी परिणामों’’ के लिए जिम्मेदार होंगे।
खान ने कहा, “मैंने पूरी दुनिया से कहा है कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन साथ ही पाकिस्तान उसकी सुरक्षा एवं अखंडता को दी जाने वाली चुनौतियों से बेपरवाह भी नहीं रह सकता।”
कश्मीर में हालत खतरनाक
उधर पाकिस्तानी सेना ने कहा है कि कश्मीर में हालात बहुत खतरनाक हैं और भारत जम्मू- कश्मीर का विशेष दर्जा हटाकर युद्ध के बीज बो रहा है।
पाकिस्तानी सेना के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक आसिफ गफूर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ कश्मीर क्षेत्र में स्थिति बहुत ही खराब है और अब भारत की कार्रवाई वहां युद्ध के बीज बो रही है।”